एसएमयूपीन्यूज, लखनऊ।उत्तर प्रदेश पुलिस की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) ने मादक पदार्थों की तस्करी के विरुद्ध एक के बाद एक दो बड़ी कार्रवाई करते हुए अंतर्राज्यीय तस्करी से जुड़े दो गिरोहों का पर्दाफाश किया है। इन कार्रवाइयों में 7 तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्तों के कब्जे से भारी मात्रा में नशे का सामान बरामद किया गया है। पहली कार्रवाई में 12 क्विंटल 47 किलो अवैध डोडा के साथ अभिुयक्त नौशाद, बलविंद्र उर्फ बिंदर, मुस्तकीमको गिरफ्तार किया और दूसरी बड़ी कार्रवाई में 124 किलो अवैध गांजा के गौरव राठी, अरविंद कुमार, वाजिद खान, कपिल को गिरफ्तार किया।
पहली कार्रवाई: ढाबे की आड़ में डोडा तस्करी का पर्दाफाश
पुलिस उपाधीक्षक, एएनटीएफ ऑपरेशनल यूनिट मेरठ के नेतृत्व में सहारनपुर जनपद में की गई कार्रवाई में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी। टीम ने करनाल-शामली रोड पर स्थित समाना खालसा ढाबा के पास से तीन तस्करों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि आरोपी राजस्थान व मध्यप्रदेश से डोडा लाकर यूपी में सप्लाई करते थे।
पुलिस को 12 क्विंटल 47 किलो डोडा बरामद हुआ
मुखबिर की सूचना पर ट्रक की तलाशी लेने पर पुलिस को 12 क्विंटल 47 किलो डोडा बरामद हुआ। यह माल पेंसिल पाउडर की बोरियों के नीचे छिपाकर लाया जा रहा था। साथ ही ट्रक, मोबाइल और कुछ नकद भी जब्त किए गए। आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही की जा रही है।
बताया माल लाने के बाद बलविंद को सौंप देते थे
पूछताछ में नौशाद ने बताया कि वह यह कार्य बिलाल व मुकरीम नामक व्यक्तियों के लिए करता है। ये दोनों खानपुर गुज्जर, सहारनपुर के रहने वाले हैं और ढाबे की आड़ में नशे की तस्करी का संचालन करते हैं। नौशाद से डोडा लाने का काम करवाया जाता था और वह माल पहुंचाने के बाद बलविंद्र और मुस्तकीम को सौंप देता था।बलविंद्र और मुस्तकीम ने भी पूछताछ में बताया कि वे बिलाल और मुकरीम के साथ मिलकर ढाबा चलाते हैं और ट्रक चालकों को महंगे दाम पर नशा बेचते हैं।
उड़ीसा से गांजा लाकर पश्चिम यूपी में खपाने वाले चार तस्कर पकड़े गए
दूसरी कार्रवाई मेरठ जिले में की गई, जहां पुलिस उपाधीक्षक भगवान दास के नेतृत्व में ऑपरेशनल यूनिट मेरठ की टीम ने चार लोगों को गिरफ्तार किया। यह गैंग उड़ीसा के जंगलों से गांजा लाकर मेरठ और एनसीआर क्षेत्र में सप्लाई करता था।टीम ने ट्रक नंबर CG 11 X 0880 और एक आई-20 कार को चेक किया तो 124 किलो अवैध गांजा बरामद हुआ। इसके अलावा ट्रक, कार, दो मोबाइल, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और ₹20,200 नकद भी जब्त किए गए।
गौरव राठी पहले करता था शराब की तस्करी
मुख्य आरोपी गौरव राठी ने स्वीकार किया कि वह पहले भी शराब तस्करी और अन्य मामलों में जेल जा चुका है। इस बार वह अरविंद कुमार के साथ उड़ीसा गया और बोरई के जंगलों से गांजा इकट्ठा कर ट्रक में भरवाया। ट्रक के जरिए माल को मेरठ लाया गया और वहां जंगलों में छिपाकर फुटकर बिक्री की योजना थी। वाजिद खान और कपिल ट्रक चालक व सहायक के रूप में कार्य कर रहे थे और उन्हें लाभ का हिस्सा दिया जाता था।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की सतर्क निगरानी
एएनटीएफ की इन दो कार्रवाइयों को पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश, अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था), अपर पुलिस महानिदेशक (अपराध) और एएनटीएफ मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में अंजाम दिया गया। पुलिस का कहना है कि मादक पदार्थों की तस्करी के विरुद्ध यह अभियान लगातार जारी रहेगा।
एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज मुकदमे
सभी गिरफ्तार अभियुक्तों के विरुद्ध संबंधित थानों में एनडीपीएस एक्ट की धारा 8, 15, 20, 29, 60, 61 के अंतर्गत मुकदमे दर्ज कर आगे की विधिक कार्यवाही शुरू कर दी गई है।एएनटीएफ की दोहरी कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि उत्तर प्रदेश में सक्रिय मादक पदार्थ तस्करी के नेटवर्क को जड़ से खत्म करने की दिशा में पुलिस पूरी तरह गंभीर है। लगातार हो रही ये कार्रवाई नशे के कारोबार में लिप्त अपराधियों के लिए चेतावनी है।
यह भी पढ़े : महिला से बैग लूटने वाला शातिर बदमाश पुलिस मुठभेड़ में घायल, साथी फरार
यह भी पढ़े : डीजी कारागार ने किया लखनऊ की जेलों का गहन निरीक्षण, सुधारात्मक प्रयासों की सराहना
बिहेवियरल ट्रेनिंग और कम्युनिकेशन स्किल्स पुलिसिंग की आत्मा होनी चाहिए : डीजीपी