लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को पीएसी मुख्यालय महानगर में 73वीं अखिल भारतीय पुलिस रेसलिंग क्लस्टर-2024 का उद्घाटन किया। कहा कि आयोजन में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों का अभिनंदन व स्वागत करता हूं। उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस आयोजन में देश भर के राज्यों की पुलिस टीमें व केंद्रीय सुरक्षा बल भी सहभागिता कर रहे हैं।

प्राचीन काल से भारत की परंपरा में खेलकूद गतिविधियों को महत्व दिया गया है, धर्म के जितने भी साधन है वह स्वस्थ शरीर से ही हो सकते है,स्वस्थ शरीर ही समर्थ समाज,सशक्त राष्ट्र का निर्माण कर सकता है।खेल हमको जीवन के उतार चढ़ाव हर मोड़ पर जीने का सामर्थ्य देता है।

यूपी पुलिस से हमने 500 से अधिक खिलाड़ियों को जोड़ा है: सीएम

सीएम ने कहा कि प्रदेश में खेलों को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। यूपी पुलिस से हमने 500 से अधिक खिलाड़ियों को जोड़ा है। खेल अपने कार्य के प्रति को समर्पण के भाव से जोड़ता है। पराजय भी हमारे दूसरी बड़ी जीत के लिए मार्ग प्रशस्ति करता है।

देश भर से आये पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों से आह्वान किया राष्ट्रीय सुरक्षा का मुददा हो या राज्यों में कानून का मुददा हो वहां पुलिस अपने कर्तव्यों का निर्वाहन पूरी ईमानदारी के साथ करती है। पुलिस को अन्य रचनात्मक कार्य से जुड़ना होगा। हम लोगों ने खेल नीति भी बनाई है। खेलकूद की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए 57000 ग्राम पंचायत में खेल का मैदान, 825 विकास खंडों में मिनी स्टेडियम और 75 जनपदों में स्टेडियम निर्माण के कार्यक्रम को युद्ध स्तर पर आगे बढ़ाने वाला राज्य उत्तर प्रदेश है।

दिव्यांग खिलाड़ियों ने मनवाया अपनी प्रतिभा का लोहा

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत की संकल्पना के लिए जो कार्यक्रम प्रस्तुत किए थे, उनमें खेल और खेलकूद की गतिविधियां भी महत्वपूर्ण हैं। खेलो इंडिया खेलो, फिट इंडिया मूवमेंट, सांसद खेलकूद प्रतियोगिता, गांव-राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं आयोजित हो रही हैं।

हर तबके का व्यक्ति इन आयोजनों के साथ जुड़ रहा है। पेरिस में पैरालंपिक में भारतीय खिलाड़ियों के जज्बे को पूरा देश और दुनिया देख रही है कि कैसे बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए हमारे दिव्यांग खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा और तेज का लोहा मनवाने का भी काम किया है। यह दृश्य हमारे लिए इसलिए भी प्रसन्नता का है, क्योंकि यह प्रधानमंत्री की ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत की’ परिकल्पना को भी साकार कर रहा है।

नाम अलग हो सकते हैं, लेकिन मिशन सबका एक है-भारत की सुरक्षा

मुख्यमंत्री ने कहा कि नाम भले ही अलग-अलग हो सकते हैं लेकिन सबका कार्य व मिशन एक ही है और वह है भारत की सुरक्षा। यह हम सभी के लिए सर्वोच्च मायने रखती है। भारत नेपाल सीमा हो या भारत भूटान सीमा, वहां पर इन देशों के साथ भारत के सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक संबंधों पर कोई आंच आए बगैर एसएसबी इन सीमाओं की सुरक्षा के लिए बेहतरीन प्रयास कर रहा है। उत्तर प्रदेश के अंदर साढ़े पांच सौ किमी. की सीमा नेपाल से जुड़ी हुई है।

राष्ट्रीय सुरक्षा का उत्तरदायित्व मिलकर हम एक साथ निभाएंगे

उत्तर प्रदेश पुलिस एसएसबी के साथ ज्वाइंट पेट्रोलिंग में भाग लेती है। राष्ट्रीय सुरक्षा का उत्तरदायित्व मिलकर हम एक साथ निभाएंगे तो सीमाओं के क्षेत्र में आमजन का विश्वास भी अर्जित करेंगे। सुरक्षा के साथ कहीं पर कोई खरोच भी नहीं आने देंगे, इस विश्वास के साथ बेहतरीन तालमेल के माध्यम से यह कार्यक्रम आगे बढ़ते हैं तो अनेक रचनात्मक गतिविधियों को भी वहां पर उस क्षेत्रवासियों के लिए एसएसबी द्वारा प्रस्तुत किया जाता है। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार, सशस्त्र सीमा बल के डीजी दलजीत सिंह चौधरी आदि मौजूद रहे।

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