एसएमयूपीन्यूज, प्रयागराज। माफिया अतीक अहमद और उसका भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ रविवार को मिट्टी में मिल गए। दोनों भाइयों को प्रयागराज के कसारी मसारी कब्रिस्तान में दफना दिया गया। 4 दशक पहले प्रयागराज के जिस चकिया से अतीक ने अपनी दहशत की धाक जमानी शुरू की आज अतीक अहमद वहीं सुपुर्द-ए-खाक हो गया। अतीक की दहशत खत्म हो गई है। ये अलग बात है कि उसके खात्मे के तरीकों पर सवाल उठ रहे हैं लेकिन हकीकत ये है कि अतीक के आतंक से बहुत से लोगों को मुक्ति मिली है। जिस दहशत की दुनिया को बनाने में अतीक ने 44 साल का वक्त लिया वो सिर्फ 44 सेकेंड में खत्म हो गई।

दोनों बेटों ने पिता अतीक को किया सुपुर्द-ए-खाक

अतीक के दोनों नाबालिग बेटे एहजाम और अबान जनाजे में पहुंचे थे। वहीं अशरफ की दोनों बेटियां भी जनाजे में शामिल होने कब्रिस्तान पहुंची थी। अतीक और अशरफ को दफनाने की प्रक्रिया के दौरान लोगों की भीड़ वहां पर दिखाई दी। हालांकि अतीक के करीबी परिजनों और कुछ पड़ोसियों को ही जनाजे में शामिल होने की इजाजत मिली थी।

सीएम योगी ने सभी कार्यक्रम किए रद्द

बता दें कि अतीक और अशरफ की शूटआउट में हत्या के बाद उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। उनका पूरा ध्यान इस घटना के आलोक में राज्य की कानून-व्यवस्था को सुचारू रखने पर है। उन्होंने यूपी डीजीपी समेत तमाम आला अधिकारियों को प्रयागराज जाने के निर्देश दिए हैं और हर 2 घंटे पर अपडेट देने के लिए कहा है। दोनों डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य के सभी कार्यक्रम भी रद्द कर दिए गए हैं और उनके आवासों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में 8 गोली लगने की पुष्टि

अतीक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ये सामने आया है कि उसे 8 गोलियां लगी थीं। गौरतलब है कि यूपी के प्रयागराज में शनिवार रात को अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना को अंजाम देने वाले तीनों हमलावरों को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया गया था। इन तीनों की पहचान लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सन्नी के रूप में हुई है। इन आरोपियों को आज प्रयागराज की कोर्ट में भी पेश किया गया, जहां से इन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

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