लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना मंगलवार सुबह आठ बजे से शुरू हो गई। दोपहर 12 बजे तक की हुई मतगणना में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुपड़ा साफ होता दिख रहा है।वहीं सपा और इंडिया (आईएनडीआईए) गठबंधन बढ़ी बढ़त की छलांग लगाता दिख रहा है। जबकि उप्र से केन्द्र की सरकार बनाने वाली भाजपा और एनडीए को भारी नुकसान होता दिख रहा है।
सपा को अच्छी सीटें मिलते हुए दिख रही
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश की अस्सी सीटों पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना चल रही है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जहां 39 सीटें पर वहीं, समाजवादी पार्टी 32 सीटें और आईएनसी आठ,अन्य एक सीट है। अन्य एक सीट जो दिखायी जा रही है वो नगीना सीट पर भीम आर्मी के चीफ चन्द्र शेखर आजाद ‘रावण’ जीत की ओर बढ़ रहे हैं। इस लोकसभा चुनाव में देखा जाये तो सपा को अच्छी सीटें मिलते हुए दिख रही है। इंडी गठबंधन को मिलाकर सीटों की बात करें तो 40 सीटे आगे हैं। वहीं, बसपा का सुपड़ा साफ होता दिख रहा है।
शुरूआत से ही दिखाई पड़ रहा बड़ा उलटफेर
केन्द्र की राजनीति में उप्र को केन्द्र बिन्दु कहा जाता है। भारतीय जनता पार्टी ने बीते चुनाव 2019 में इसी केन्द्र बिन्दु से 80 सीटों में सबसे ज्यादा सीटों पर विजयी प्राप्त कर केन्द्र में दूसरी बार नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बहुमत की सरकार बनाई थी। लेकिन इस बार 2024 के चुनाव में देश के सियासी केन्द्र बिन्दु से भाजपा को शुरूआती तीन घंटों की मतगणना में बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है।
30 से अधिक सीटों पर बम्पर बढ़त बनाए हुए
रूझानों में समाजवादी पार्टी ने 30 से अधिक सीटों पर बम्पर बढ़त बनाए हुए है। वहीं इंडिया (आईएनडीआईए) गठबंधन में कांग्रेस पार्टी को पांच से अधिक सीटों पर संजीवनी मिलती दिख रही है। इस चुनाव में सबसे बड़ा नुकसान और सियासी रसूख बहुजन समाज पार्टी का गिरता दिख रहा है और हाथी एक भी सीट पर गरजता नहीं नजर आ रहा है। अगर शुरूआती तीन घंटों के रूझान नतीजों में बदलते हैं तो बसपा और मायावती की सियासत पूरी तरह से रसातल में पहुंच जाएगी।