लखनऊ । सहारा समूह के चेयरमैन सुब्रत राय का पार्थिव शरीर बुधवार को लखनऊ पहुंचेगा, जिसे गोमतीनगर के सहारा सिटी ले जाया जाएगा। उनका अंतिम संस्कार संभवता गुरुवार को होगा। परिवारीजन के मुताबिक शव दोपहर बारह बजे मुंबई से लखनऊ लाया जाएगा। उनके निधन की सूचना मिलते ही परिवारीजन सहारा शहर पहुंचने लगे। हर कोई शोक में डूबा दिखा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुब्रत रॉय के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सहारा समूह के प्रमुख श्री सुब्रत रॉय जी का निधन अत्यंत दुःखद है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहने की शक्ति दें। इसके अलावा अन्य राजनीतिक हस्तियों ने भी शोक संवेदना व्यक्त की है।

करीब दो माह से मुंबई में चल रहा था इलाज

जानकारी के लिए बता दें कि सुब्रत राय बीते कई महीनों से अस्वस्थ थे। करीब दो माह से मुंबई में उनका उपचार चल रहा था। मंगलवार की रात वह दुनिया छोड़ गए। वह अपने पीछे पत्नी स्वप्ना राय और दो बेटों सुशांतो और सीमांतो को छोड़ गए है। तीनों कई साल से विदेश में हैं।  सहारा श्री का पार्थिव शरीर बुधवार को लखनऊ के सहारा स्टेट में दोपहर 1 बजे विशेष विमान से लाया जाएगा। गोमती नगर स्थित सहारा सिटी में आज शव रखा जाएगा। जहां उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी जाएगी।सहारा से जुड़े हुए देश भर के कर्मचारियों के यहां पहुंचने की संभावना है। इसके बाद कल बैकुंठधाम में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंतिम संस्कार आज होगा या गुरुवार को इसकी अभी कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

देशभर से कर्मचारियों के लखनऊ पहुंचने की संभावना

सहारा श्री का पार्थिव शरीर आज विशेष विमान से लखनऊ पहुंचेगा। गोमती नगर स्थित सहारा सिटी में आज शव रखा जाएगा। सहारा से जुड़े हुए देश भर के कर्मचारियों के यहां पहुंचने की संभावना है। इसके बाद कल बैकुंठधाम में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उधर, महानगर स्थित सहारा इंडिया परिवार के उप प्रबंध कार्यकर्ता ओपी श्रीवास्तव के आवास पर देर रात सुब्रत राय के अंतिम संस्कार की तैयारियों को लेकर बैठक होती रही। माना जा रहा है कि अंतिम संस्कार में राजनीतिक और फिल्मी समेत कई हस्तियां शामिल हो सकती हैं।सहारा इंडिया परिवार ने एक प्रेस नोट जारी करके निधन की सूचना दी है।सहारा समूह की तरफ से जारी प्रेस नोट में उनकी मौत की वजह कार्डियोरेस्पिरेटरी अरेस्ट बताई गई है। इसके अलावा सहारा श्री हाइपर टेंशन और बीपी के मरीज भी बताए गए हैं।

कई दिग्गज नेताओं से उनके रहे करीबी रिश्ते

सुब्रत राय का करीब चार दशक का कारोबारी सफर सफलता की बुलंदियों को छूने वाला साबित हुआ। लखनऊ के सहारा शहर में राजनेताओं, फिल्म कलाकार और क्रिकेटर्स का लगने वाला जमावड़ा इसका गवाह बन चुका है। सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव से उनके करीबी रिश्ते जगजाहिर थे तो भाजपा और कांग्रेस के तमाम बड़े नेता उनके मुरीद थे।उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम को कई सालों तक स्पांसर किया। इसी तरह हाकी को भी प्रोत्साहित किया। बॉलीवुड स्टार अमिताभ बच्चन, मशहूर राजनेता अमर सिंह उनके पारिवारिक सदस्यों की तरह थे। सुब्रत राय बड़े उत्साह से भारत पर्व कार्यक्रम आयोजित करते थे। सहारा समूह गरीब लड़कियों का सामूहिक विवाह समारोह भी भव्य तरीके से आयोजित करता था। गोरखपुर और लखनऊ में श्मशान घाट के पुनरुद्धार का काम भी सहारा समूह ने किया था। 

व्यवसाय शुरू करने के लिए सुब्रत राय को बनारस में मिले थे दो हजार

सहारा समूह के चेयरमैन सुब्रत राय का वाराणसी से गहरा नाता रहा। संघर्ष काल में गोरखपुर से इनका परिवार वाराणसी आकर सोनरपुरा इलाके में रहने लगा और उसी दौरान उनका शहर के कई नामी लोगों से परिचय भी हुआ। सोनारपुर क्षेत्र के रहने वाले डाक्टर अभिजीत बनर्जी ने सुब्रत राय को दो हजार रुपये देकर व्यवसाय शुरू करने को कहा। इसी रुपये के साथ सुब्रत राय का सफरनामा शुरू हुआ। दो हजार रुपये के साथ उन्होंने कारोबार शुरू किया तो फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

सहारा समूह ने खोली थी एयरलाइंस कंपनी

जानकारी के लिए बता दें कि सहारा समूह ने एयरलाइंस कंपनी भी खोली थी, जिसके बेड़े में कई जहाज थे। हालांकि यह कारोबार सुब्रत राय को रास नहीं आया, जिसके बाद उन्होंने अपने हाथ वापस खींच लिए।  सेबी विवाद के बाद सहारा क्यू शाॅप नाम से कंज्यूमर प्रोडक्ट की रिटेल चेन की शुरुआत की, लेकिन यह काम भी जल्द बंद करना पड़ गया। हालांकि मुंबई में उनका सहारा स्टार होटल बनाने का फैसला सही साबित हुआ।

क्रिकेट में खास दिलचस्पी रहने के कारण खेलों को करते थे प्रमोट

सुब्रत राय को खेलों में खास रूचि थी। इसीलिए खेलों को प्रमोट करने में सबसे आगे रहते थे। इसीलिए टीम इंडिया की जर्सी में लंबे समय तक प्रायोजक के रुप में सहारा श्री का नाम ही जाता रहा है। क्रिकेट के मुकाबलों को देखने के लिए भी सहारा श्री स्टेडियम में जाया करते थे। कई मौके ऐसे भी हैं जब उन्होंने क्रिकेट टीम को लखनऊ स्थिति सहारा सिटी में इनवाइट किया।

सहारा की प्रिंटिंग यूनिट के शुभारंभ करने पहुंचे थे अमिताभ बच्चन

जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली और लखनऊ के बाद गोरखपुर में सुब्रत राय ने राष्ट्रीय सहारा की प्रिंटिंग यूनिट शुरू की। वर्ष 2000 में यूनिट का शुभारंभ करने मिलेनियम स्टार अमिताभ बच्चन पहुंचे थे। सुपर स्टार अनिल कपूर, दीया मिर्जा से लेकर बालीवुड के नामचीन चेहरों को गोरखपुर में लाने का श्रेय सुब्रत राय को जाता है। ज्योतिषाचार्य कृष्ण मुरारी मिश्रा के यहां वैवाहिक कार्यक्रम में बालीवुड के सभी प्रमुख चेहरों की मौजूदगी से गोरखपुर सुर्खियों में आया था।

बिहार के अररिया जिले के रहने वाले थे सुब्रत रॉय

बिहार के अररिया जिले के निवासी सुब्रत रॉय ने कोलकाता और गोरखपुर में शिक्षा हासिल करने के बाद वर्ष 1978 में माइक्रो फाइनेंस का कारोबार शुरू किया था। देखते ही देखते सहारा समूह छोटे निवेशकों की कमाई को जमा करने और उनको लुभावने ब्याज पर रकम वापस करने वाला बड़ा समूह बन गया। बाद में सहारा समूह ने रियल एस्टेट के कारोबार में भी हाथ आजमाया। वर्तमान में यह समूह इलेक्ट्रिक वाहन, इंश्योरेंस, मीडिया आदि सेक्टर में काम कर रहा है। सहारा के पास लखनऊ, गोरखपुर, मुंबई में तमाम बेशकीमती संपत्तियां हैं, जिसमें एंबी वैली प्रमुख है।

अब कौन संभालेगा का सहारा के अरबों रुपये का साम्राज्य

सहारा शहर की एग्जिबिशन गैलरी में खड़ी पुरानी स्कूटर और हर गलियारे में उनकी मुस्कराती हुई तस्वीर… यूपी के शोमैन सुब्रत राय की जिंदगी के सफर को समेटने और याद रखने के लिए ये दो पहलू काफी हैं। उनकी मृत्यु के बाद दो बड़े सवाल भी जन्म ले चुके हैं कि आखिर सहारा के अरबों रुपये के साम्राज्य को अब कौन संभालेगा, लाखों निवेशकों की रकम अब कैसे वापस होगी। अब सुब्रत रॉय की मौत के बाद इस पर चर्चा शुरू हो गई।चूंकि वह अपने पीछे पत्नी स्वप्ना राय और दो बेटों सुशांतो और सीमांतो को छोड़ गए है। तीनों कई साल से विदेश में हैं।

तीन बजे करीब लखनऊ पहुंचेगा पार्थिव शरीर

सुब्रत रॉय का पार्थिव शरीर विशेष विमान से करीब साढ़े तीन बजे अमौसी एयरपोर्ट पहुंचेगा। शाम पांच बजे के आसपास पार्थिव शरीर गोमती नगर स्थित सहारा सिटी में लोगों के दर्शन के लिए रखा जाएगा। सहारा समूह से जुड़े हुए गुलाम जीशान ने बताया कि कल सुबह तक शव लोगों के दर्शन के लिए वहां रखा जाएगा। ऐसी उम्मीद है कि सहारा समूह से जुड़े हुए देश भर के कर्मचारी बड़ी संख्या में वहां पहुंच सकते हैं। गुरुवार को गोमती नगर के बैकुंठ धाम में सहारा श्री का अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंतिम संस्कार का समय कल ही तय किया जाएगा।

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