लखनऊ । चौबीस घंटे दूसरों की सेवा को तत्पर्य रहने वाले काल टेकर्स की पीड़ा कोई सुनने को तैयार नहीं है। पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले काल टेकर्स आज जब अपने अधिकारों की मांग की तो उनके साथ पुलिस बर्बरता से पेश आ रही है। मंगलवार को यूपी-112 की महिला कर्मी यानी काल टेकर्स अपनी मांग को लेकर मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने पहुंची तो इस दौरान पुलिस कर्मियों से जमकर नोकझोक हुर्ई।

जब काल टेकर्स नहीं मानी तो पुलिस उनके साथ कड़ाई से पेश आते हुए सभी को पकड़कर बस में भरने के बाद इको गार्डन में छोड़ दिया। यहां पर इनका धरना-प्रदर्शन जारी है। वहीं दूसरी तरफ काल टेकर्स के धरने पर चले जाने की वजह से डायल-112 का कार्य प्रभावित चल रहा है। हालांकि विभागीय अधिकारी दावा कर रहे कि इनके जाने से कोई कार्य प्रभावित नहीं हुआ है।

वेतन वृद्धि को लेकर महिला कर्मियों का धरना दूसरे दिन भी जारी

शहीदपथ के पास पुलिस कंट्रोल रूम-112 मुख्यालय की छह सौ से अधिक आउटसोर्सिंग महिला कर्मचारियों ने वेतन वृद्धि को लेकर सोमवार दोपहर काम बंद कर दिया। इससे तमाम जिलों की सेवाएं बाधित हो गईं। महिला कर्मचारी नारेबाजी करते हुए दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गई। महिला कर्मियों ने पुलिस पर धक्का-मुक्की और लाठी चार्ज की धमकी देने आरोप लगाया है।

देर रात तक प्रदर्शन चलता रहा। इसके बाद पीएसी भी तैनात कर दी गई। करीब 15 से 16 घंटे प्रदर्शन करने के बाद जब उनकी बात नहीं बनीं तो मंगलवार को उनका धैर्य जवाब दे गया और बड़ी संख्या में एकत्र होकर मुख्यमंत्री आवास की तरफ जाने लगी। इसकी भनक पुलिस को लगते ही सक्रिय हो गयी और बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। इस दौरान पुलिस कर्मियों से नोकझोक के बाद उन्हें रजमन बाजार पुलिस चौकी कैंट पर रोक लिया गया।

सीएम आवास का घेराव करने पहुंची कर्मियों को ईका गार्डन भेजा

पुलिस ने महिला कर्मियों को बस में भरकर इको गार्डन धरना स्थल पर छोड़ दिया गया। प्रदर्शन कर रही महिला कर्मियों का आरोप है कि पुलिस ने ईको गार्डन ले जाने के लिए खींचतान किया। जिसमें कईयों के कपड़े फट गये और कुछ को चोट भी आयी है। कुछ से धक्का-मुक्की में गश खाकर गिर भी गई। महिला कर्मियों ने बताया कि वह सात साल से टेक महिंद्रा कंपनी के माध्यम से 112 मुख्यालय का काम देख रही थीं।

अब मुख्यालय ने वी-विन कंपनी को काम सौंप दिया है। वह सात साल से काम कर रही थीं जिसका मुख्यालय ने अबतक नियुक्तिपत्र नहीं दिया। जिसकी वजह से नौकरी जाने की आशंका है। साथ ही कई माह से उनका वेतन भी नहीं दिया गया। जबकि दीपावली सिर पर है। इसके बाद भी कोई उनकी पीड़ा को सुनने के लिए तैयार नहीं है। जबकि उनकी जब से नियुक्ति हुई है तब से वेतन में कोई वृद्धि नहीं की गई।

डायल 112 की सेवाएं प्रभावित

वहीं इनका आरोप है कि जब डायल112 पर धरना प्रदर्शन कर रही थी तो उस दौरान यूपी-112 के पुलिस कर्मी उन्हें शौचालय तक का प्रयोग नहीं करने दे रहे हैं। बाहर लगी लाइटें भी बंद करा दी हैं। अंधेरे में महिलाएं बैठी हैं। उनका कहना है कि जब तब उनकी मांगे पूरी नहीं की जाएगी तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। हालांकि पुलिस की तरफ से धरना समाप्त करवाने को लेकर प्रयास जारी है। महिला कर्मियों के प्रदर्शन पर स्पेशल डीजी कानून एवं व्यवस्था ने कहा कि किसी तरह की डायल 112 की कोई सेवा प्रभावित नहीं हुई है। नई कंपनी को काम दिया गया है।

सपा प्रमुख समर्थन में उतरे

जिसकी वजह से यह समस्या आ रही है। जल्द ही महिला कर्मियों की समस्याओं का समाधान करवाया जा रहा है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने वेतन बढ़ोतरी सहित कई मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहीं डायल 112 की महिला कर्मियों का समर्थन करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री से मिलने से पहले ही, रात भर ठंड में बैठकर अपनी मांग करने वाली बहन-बेटियों को सुबह हिरासत में ले लिया गया। भाजपा का नारी वंदन का सत्य रूप नारी बंधन है।

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