लखनऊ । राजधानी लखनऊ में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आयी। राजधानी में बालागंज चौराहे के पास एक अस्पताल के बाहर गाड़ी से ऑक्सीजन सिलेंडर उतारते समय अचानक तेज धमाके के साथ फट गया। इस दौरान सिलेंडर सप्लाई करने वाले दो कर्मचारी इसकी चपेट में आ गए। उनके हाथ पैर के चिथडे़ उड़ गए। एक के सिर का हिस्सा भी उड़ गया। घटना के बाद अफरातफरी मच गयी। पुलिस ने राहगीरों की मदद से दोनों को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। जहां एक की मौत हो गई। जबकि दूसरे की हालत नाजुक बताई जा रही है।
फरीदीपुर निवासी संजय का ऑक्सीजन प्लांट है। उनके मुताबिक जेपीएस अस्पताल में सिलेंडर की सप्लाई करने के लिए उनके कर्मचारी शोभित और आरिफ डाला लेकर गए थे। अस्पताल के बाहर डाला खड़ा करने के बाद जैसे ही दोनों ने पीछे जाकर सिलेंडर उठाने का प्रयास किया वैसे ही एक सिलेंडर में धमाका हो गया। आरिफ और शोभित उछल कर दूर जा गिरे। हाथ पैर और शरीर के कई हिस्सों के चिथड़े हो गए। इस दौरान एक कार भी क्षतिग्रस्त हो गई।
खून से लथपथ सड़क पर पड़ा देख उनको कोई हाथ तक नहीं लगा रहा था। 108 एंबुलेंस की टीम पहुंची। पुलिस कर्मियों की मदद से दोनों को अस्पताल भिजवाया गया। एडीसीपी पश्चिम चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि घायलों का इलाज प्राथमिकता है। बाकी जांच में देखा जाएगा कि हादसे की वजह क्या है। उधर जेपीएस अस्पताल प्रशासन का कहना है कि उनकी तरफ से कोई ऑर्डर ऑक्सीजन सिलेंडर का नहीं दिया गया था। डीसीपी पश्चिमी राहुल राज ने बताया कि आरिफ की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई है। जबकि शोभित की हालत गंभीर बनी हुई।