लखनऊ । यूपी 112 भवन में पुलिस महानिदेशक यूपी द्वारा एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारम्भ किया गया। जिसमें पूरे प्रदेश से 68 राजपत्रित व 192 अराजपत्रित अधिकारियों कुल 260 अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। इस प्रशिक्षण व कार्यशाला में आप यूपी-112 के पास डाटा एनालिटिक्स के लिए जो टूल्स उपलब्ध हैं, उनकी जानकारी इस कार्यशाला के माध्यम से दी गई।

यूपी 112 भवन में आयोजित हुआ एक दिवसीय एनालिटिक्स वर्कशाप

Event Search- इसके माध्यम से किसी keyword से इवेंट की जानकारी प्राप्त की जा सकती है, जैसे Robbery, Theft, Murder आदि • Event Tracking इसके माध्यम से PRV के द्वारा Acknowledge, Enroute, Arrive आदि की जानकारी प्राप्त कर सकते है। Event Location Analysis- इसके माध्यम से किसी भी स्थान पर होने वाली घटनाओं की उनके प्रकार तथा उपप्रकार का चयन कर, उनकी सघनता की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। Hotspot Analysis- इसके माध्यम से किसी स्थान या क्षेत्र में विभिन्न घटनाओं की सघनता के विषय में जानकारी प्राप्त की जा सकती है। Four Frame Comparison इसके माध्यम से किसी प्रकार या उपप्रकार की घटना का समय व स्थान के आधार पर तुलनात्मक अध्ययन किया जा सकता है।

पूरे प्रदेश से 260 अधिकारियों व कर्मचारियों ने किया प्रतिभाग

यूपी 112 के पास विगत 07 वर्षो का एक विशाल डेटा बेस तैयार है। अब तक लगभग 17 करोड़ कॉल्स का पोस्ट आईवीआरएस डेटा उपलब्ध है, जिसमें लगभग 4 करोड़ से अधिक इवेंट बनाये गए। यूपी-112 के पास डाटा एनालिटिक्स के लिए टूल्स उपलब्ध हैं, जिनका प्रयोग करना सिखाया गया। इस कार्यशाला में hcident Analysis को प्रमुख रूप से पढाया गया। इसी प्रकार CCTNS के पास पिछले कई वर्षों का डेटा उपलब्ध है, जिसको फिल्टर करके अपनी योजना के अनुसार थानावार, बीटवार मानिटर किया जा सकता है, जिससे पुलिस पेट्रोलिंग, पिकेट इत्यादि लगाने में मदद मिलेगी। CCTNS द्वारा विकसित Crime Mapping Tools का अध्ययन करवाया गया।

पुलिस कार्यशैली का और अधिक तरीके से विकास करेंगे

आज के प्रशिक्षण में प्रेजेंटेशन व सॉफ्टवेयर पर हैण्ड ऑन प्रेक्टिस कराई गई। पुलिस कर्मियों के द्वारा उनके जनपद, रेंज एवं जोन में घटित होने वाली घटना के प्रकार, समय व स्थान के अनुरूप डेटा को फ़िल्टर किया जा सकता है, जिसका उपयोग हॉट स्पॉट बनाने एवं Predictive Policing में किया जाएगा। इस प्रशिक्षण का गम्भीरता से लेते हुये, उक्त Tools की जानकारी प्राप्त करेंगे और अपने-अपने जनपदों में इस जानकारी का उपयोग कर पुलिस कार्यशैली को और अधिक आधुनिक तरीके से विकास करेंगे।

डेटा एनालिटिक्स विषय पर प्रकाश डाला गया

इससे UP. Police की सकरात्मक एवं प्रभावशाली Image Development के साथ-साथ Predictive Policing के लक्ष्य को हासिल किया जा सकेगा, जिससे अपराधों/घटनाओं पर विराम लगने के साथ-साथ बेहतर कानून व्यवस्था सुनिश्चित की जा सकेगी। आम जनमानस में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा। इस अवसर पर विजय कुमार डीजीपी उत्तर प्रदेश, आशीष गुप्ता डीजी रूल्स एंड मैनुअल, अशोक कुमार सिंह एडीजी 112 व नवीन अरोरा एडीजी तकनीकी सेवाएं, तरुण गाबा पुलिस महानिरीक्षक लखनऊ परिक्षेत्र द्वारा उपरोक्त कार्यशाला में डेटा एनालिटिक्स विषय पर प्रकाश डाला गया।

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