लखनऊ। रविवार को आम आदमी पार्टी ने मणिपुर राज्य सरकार को तत्काल बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाने, पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने, राज्य में शांति बहाल के लिए उचित और ठोस कदम उठाए जाने, महिलाओं के साथ घिनौना कृत्य करने वाले दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की मांग को लेकर यूपी प्रभारी सांसद संजय सिंह के आवाहन पर प्रदेश के सभी जिलों में प्रदर्शन किया गया। इसी क्रम में राजधानी लखनऊ जिला अध्यक्ष शेखर दीक्षित के नेतृत्व में गांधी प्रतिमा हजरतगंज चौराहे पर भारी संख्या में मौजूद कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार, मणिपुर सरकार के खिलाफ जमकर नारे बाजी की।

प्रर्दशन कर रहे कार्यकर्ताओं को किया गिरफ्तार

शेखर दीक्षित और कार्यकर्त्ता प्रदर्शन करते हुए आगे बढ़े लेकिन पुलिस ने आगे जाने नहीं दिया इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं की आपस में नोक झोंक हुई इसके बाद पुलिस ने कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। जिला अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने कहा कि मणिपुर राज्य इस वक्त आंतरिक अशांति के बेहद बुरे दौर से गुजर रहा है.मणिपुर करीब 2 महीने से जल रहा है ।

लगातार हिंसा के कारण मणिपुर एवं मणिपुर के लोगों को भारी क्षति उठानी पड़ रही है हिंसा के कारण अब तक 150 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है वही 60,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं एवं करोड़ों की संपत्ति नष्ट हो गई है इसके अतिरिक्त हिंसा ग्रस्त मणिपुर से आ रही महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा की तस्वीरें दिल दहला देने वाली हैं। बीते दिन मणिपुर से मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमा कर उनके साथ गैंगरेप किया गया।

प्रधानमंत्री की चुप्पी ने मणिपुर को अराजकता की ओर धकेला

महिलाओं के साथ घटी इस भयावह हिंसा की घटना की। जितनी निंदा की जाए कम है। यह बात हैरानी पैदा करती है कि देश के एक राज्य में करीब 2 महीने से हिंसा जारी है लेकिन केंद्र सरकार मौन है प्रधानमंत्री की चुप्पी और निष्क्रियता ने मणिपुर को अराजकता की ओर धकेल दिया इस स्थिति पर नियंत्रण पाने में राज्य सरकार की नाकामी भी साफ दिखाई दे रही है ऐसे माहौल में मणिपुर के नागरिकों की। जिंदगी एक खतरनाक दौर से गुजर रही है। प्रदर्शन में नीरा सक्सेना, सुभाषिनी मिश्रा, प्रियंका श्रीवास्तव, इरम रिजवी,डॉ फ़क़रूल इमाम, डी एन एन एस यादव, ललित बाल्मीकि, जॉनी, बाल गोविंद वर्मा,अंकित परिहार ,पी के वाजपेयी ,सबीना सिद्धकी,रेखा चतुर्वेदी,अभिषेक सिंह सहित अन्य कार्यकर्त्ता मौजूद रहे।

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