लखनऊ । राजधानी से अपराध को कम करने के लिए कमिश्नरेट पुलिस द्वारा ऑपरेशन आॅल आउट शुरू किया गया है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि यह अभियान चलने से अपराधी राजधानी से आउट हो जाएंगे। अभियान की खास बात यह है कि इसमें युवा वर्ग को टारगेट किया जाएगा, जो बाइक पर तीन सवारियां बैठाकर फर्राटा भरते रहे है अथवा कार से इधर-उधर घूमते रहते है। अभियान को सफल बनाने के लिए पूरे जिले में 104 स्थानों का सर्वे किया गया है। जहां पर अराजकत्वों की ज्यादा आवाजाही रहती है या फिर ऐसे स्थानों पर अपराध की घटनाएं होती है।

ऐसे स्थानों पर पुलिस हर दिन फोर्स के साथ चेकिंग अभियान चलाएगी। इस दौरान वहां से गुजरने वाले हर वाहन की सघन चेकिंग की जाएगी। तलाशी में अगर किसी के पास मादक पदार्थ व अन्य सामान पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई करने का काम किया जाएगा। बिना नंबर प्लेट की चलने वाली गाड़ियों पर विशेष ध्यान रखा जाएगा। आगामी एक सप्ताह तक चलने वाले इस क्रिमिनल सर्च अभियान को लेकर जहां अपराधियों में खलबली मच गई है वहीं आम लोगों को यह चेकिंग अभियान चर्चा का विषय बना हुआ है।

जिले भर में 104 चेक पोस्ट पर हर दिन हो रही चेकिंग

यह अभियान संयुक्त पुलिस आयुक्त (जेसीपी) अपराध एवं मुख्यालय आकाश कुलहरि द्वारा द्वारा किया गया है। उन्होंने बताया कि अपराधियों की धरपकड़ करने के लिए इस अभियान का नाम ऑपरेशन आॅल आउट दिया गया है। इसके तहत हर थानास्तर पर टीम गठित कर दी गई है। जनपद में कुल 52 थाने है। हर थाने में दो चेक पोस्ट बनाये गये है। इस प्रकार से पूरे जिले में कुल 104 चेक पोस्ट बनाया गया है।

सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिया गया कि वह हर दिन अपने क्षेत्र में निर्धारित चेक पोस्ट पर दो घंटे का सघन चेकिंग अभियान चलाएंगे। राजधानी में यह अभियान शुरू हो चुका है। सभी चेकपोस्ट पर सघन तरीके से आर्म्स चेकिंग, लिकर चेकिंग, मादक पदार्थों को लेकर चेकिंग आदि होगी। इसके अलावा प्रत्येक थाना क्षेत्र में शाम से लेकर रात तक सघन पेट्रोलिंग की जाएगी। किसी भी संदिग्ध के मिलने पर तत्काल हिरासत में लिया जाएगा।

अभियान को सफल बनाने के हर थानाक्षेत्र में बनाया गया दो चेक पोस्ट

अभियान को सफल बनाने के लिए सभी डीसीपी, एडीसीपी की ड्यूटी लगाई गयी है, जो अपने-अपने क्षेत्र में घूमकर मानीटरिंग करेंगे कि ऑपरेशन आॅल आउट के तहत चेकिंग की जा रही है कि नहीं। इसके अलावा इस अभियान को और भी प्रभावी बनाने के लिए कंट्रोल रूम से शहर के सभी सीसीटीवी कैमरों से प्रतिदिन निगरानी की जाएगी। शहर के प्रमुख स्थानों की ड्रोन से भी निगरानी की जा रही है। सीसीटीवी कैमरों से निगरानी के लिए अलग से स्टाफ की ड्यूटी लगाई गयी है।

उन्होंने बताया कि इस अभियान के माध्यम से संगठित अपराध के गिरोहों जैसे लूट, छिनैती, चोरी, तस्करी आदि के अपराधियों की धरपकड़ करने पर फोकस है। इसके अलावा वांछित अपराधियों, पेशेवर अपराधियों को पकड़ने का प्रयास है। इस अभियान से चोरी, लूट, छिनैती आदि की घटनाओं में काफी कमी आएगी। चूंकि कुछ ऐसे अवांछित तत्व हैं जो छिनैती, रोड होल्ड अप, चेन स्नेचिंग व चोरी जैसी घटनाओं को अंजाम देते रहते हैं।

अपराधियों पर नकेल कसने के लिए उठाया जा रहा है कदम

ये अपराधी सुनसान इलाकों से लेकर शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों में लोगों को निशाना बनाते हैं। ऐसे अपराधी घटना को अंजाम देने के बाद आसानी से बच निकलते हैं लेकिन यह अभियान चलने के बाद वह बचकर नहीं जा पाएंगे। जेसीपी ने बताया कि ऑपरेशन आॅल आउट में कैसे चेकिंग की जाएगी। इसके लिए पुलिस को ट्रेनिंग दी गई है। चेकिंग देखकर वापस लौटने वाले इस अभियान के दौरान भाग नहीं पाएंगे। चूंकि जिस जगह यह अभियान चलेगा वहां पर चारों तरफ पुलिस तैनात रहेगी। इस अभियान से सड़क पर अनावश्यक घूमने वालों में कमी आएगी। साथ ही पुलिस को निर्देश दिया गया है कि अगर बिना नंबर प्लेट के कोई गाड़ी दिखती है तो उसको सीधे सीज कर दिया जाए।

बिना नंबर प्लेट के चलने वाले और युवा इस अभियान के मुख्य टारगेट

डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि बाइक व कार पर दोष पर नंबर लगाकर , हिन्दी में नंबर प्लेट लगवाकर अथवा नंबर प्लेट पर नंबर की जगह कुछ और लिखवाकर चलने वालों पर खास नजर रखी जाएगी। चूंकि अक्सर देखने को मिलता है कि लोग अपने गाड़ी पर पुलिस व प्रेस लिखवा लेते है और जब जांच की जाती है तो वह न तो पत्रकार निकलते है और न ही पुलिस। इस अभियान का मकशद है अपराध पर अकुंश लगाना न की बिना किसी वजह से लोगों को परेशान करना है। परिवार से साथ बाइक पर व कार पर जाने वालों को चेकिंग के नाम पर परेशान नहीं किया जाएगा। इस संबंध में चेकिंग टीम को निर्देश भी दिया जा चुका है। 

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