लखनऊ । उत्तर प्रदेश में इस बार निकलने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर योगी सरकार काफी गंभीर है। इसीलिए शिव भक्तों की भावना आहत न हो और उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी का सामना न करना पड़े। इसके लिए दिशा निर्देश अभी से जारी कर दिया गया है। जबकि सावन का महीना चार जुलाई से शुरू हो रहा है। जिसे देखते हुए योगी सरकार ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर खुले में मांस की खरीद-बिक्री पर रोक लगा दी गई है।
कांवड़ यात्रा मार्ग पर सीसीटीवी लगाने का निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि पिछले अनुभवों के आधार पर गोताखोरों की तैनाती की जाए और कांवड़ यात्रा मार्ग पर सीसीटीवी लगाई जाए। कांवड़ यात्रा के दौरान आवागमन बाधित न हो। धार्मिक यात्राओं, जुलूसों में अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन नहीं होना चाहिए। ऐसी कोई घटना न हो, जिससे दूसरे धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हो। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए। ताकि शिवभक्तों को किसी प्रकार की परेशानी न होने पाएं। साथ ही पर्व-त्योहारों के बीच बिजली आपूर्ति सुचारू रखें।
चार जुलाई से पवित्र श्रावण मास का हो रहा प्रारंभ
सीएम योगी ने आगामी त्योहारों के मद्देनजर सुदृढ़ कानून-व्यवस्था व श्रद्धालुओं की सुविधाओं के संबंध में अफसरों को निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि चार जुलाई से पवित्र श्रावण मास का प्रारंभ हो रहा है। इससे पूर्व 29 जून को बकरीद मनाया जाएगा। स्पष्ट है कि कानून-व्यवस्था के दृष्टिगत यह समय संवेदनशील है। इसलिए हमें सतर्क रहना होगा। विगत दिनों रमजान माह और ईद के अवसर पर धार्मिक कार्यों से यातायात प्रभावित नहीं हुआ। इस प्रयास की पूरे देश में सराहना हुई है।
कुर्बानी के लिए स्थान का चिन्हांकन पहले से ही होना चाहिए
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार बकरीद और मुहर्रम के मौके पर भी हमें यही व्यवस्था लागू रखनी होगी। स्थानीय प्रशासन द्वारा इस संबंध में संबंधित धर्मगुरुओं, बुद्धिजीवियों से संवाद बना लिया जाए। कुर्बानी के लिए स्थान का चिन्हांकन पहले से ही होना चाहिए। विवादित जगहों पर कुर्बानी नहीं होनी चाहिए। कहीं भी प्रतिबंधित पशु की कुर्बानी न हो। हर जिले में कुर्बानी के उपरांत अपशिष्ट के व्यवस्थित निस्तारण की व्यवस्थित कार्ययोजना होनी चाहिये।