एसएमयूपीन्यूज, ब्यूरो। हौसला हो तो कुछ भी मुमकिन है’ इस लाइन को चंडीगढ़ की एक एसिड अटैक सर्वाइवर ने सच कर दिखाया है। बता दें कि 12 मई को सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं को रिजल्ट जारी किया है। देश भर में लाखों बच्चों ने ये परीक्षा पास की है। बता दें कि इस साल सीबीएसई 10वीं का पास पर्सेंटाइल 95.2 प्रतिशत प्रतिशत रहा है। वहीं इसी एग्जाम में चंडीगढ़ की 15 साल की काफ़ी भी शामिल हुई थीं। बता दें कि काफ़ी महज 3 साल की थीं जब उन पर 3 दरिंदों ने एसिड फेंक दिया। इस घटना में काफ़ी ने अपनी आखों की रोशनी खो दी। इसके बाद उनके पिता पवन ने बेहतर इलाज के उम्मीद में कई अस्पतालों में खूब भाग-दौड़ की। इसके बाद काफ़ी का परिवार उनके लिए बेहतर पढ़ाई के लिए चंडीगढ़ चला गया।

आईएएस अधिकारी बनने की तमन्ना

बता दें कि काफ़ी ने अपने सीबीएसई कक्षा 10 के रिजल्ट में 95.2 प्रतिशत स्कोर किया और अपने स्कूल की टॉपर बनी। काफ़ी ने एक न्यूज एजेंसी को दिये साक्षात्कार में कहा, मैंने हर दिन 5-6 घंटे पढ़ाई की। मेरे माता-पिता और शिक्षकों ने मुझे बहुत सपोर्ट दिया है। मैं एक आईएएस अधिकारी बनना चाहती हूं और अपने देश की सेवा करना चाहती हूं।

पिता हैं चपरासी

काफ़ी के पिता हरियाणा सचिवालय में चपरासी की नौकरी करते हैं और अब वे परिवार के साथ शास्त्री नगर में रहते हैं। काफी के पिता पवन कहते हैं, “जब काफ़ी 3 साल की थी, तो हमारे पड़ोसियों ने उन पर तेजाब से हमला किया, जिसके बाद उन्होंने अपनी आंखों की रोशनी खो दी। मैंने कई मुश्किलों का सामना किया, लेकिन मैंने सभी चुनौतियों का सामना किया और अपनी बेटी को पढ़ाया। वह आईएएस की तैयारी करना चाहती है और मैं उसको पूरी तरह से सपोर्ट करूंगा।

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