लखनऊ । गर्मी के चलते प्रदेश में आग लगने की घटनाओं में इजाफा हो गया है। अब इसमें जनहानि भी बड़े पैमाने पर हो रही है। बुधवार को कुशीनगर और फरीदपुर में भीषण आग लगने से नौ लोग जिंदा जल गए। साथ ही आधा दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। जिनका अस्पताल में उपचार चल रहा है। कुशीनगर में तो आग की भेंट तो पूरा परिवार चढ़ गया। दमकल की गाड़ियों ने दोनों स्थानों पर घंटों प्रयास के बाद आग पर काबू पाया।
कुशीनगर में पूरा परिवार चढ़ा आग की भेंट
आग लगने की सबसे बड़ी घटना सबसे पहले कुशीनगर से आया। यहां पर आग के कहर से पांच जिंदगियां खत्म हो गई। इस घटना में चार मासूम बच्चियां और उनकी मां जिंदा जल गईं। इस प्रकार कहा जाए तो पूरा परिवार ही समाप्त हो गया। यह दुखद घटना जिले के माघी मठिया निवासी शेर मोहम्मद के परिवार के साथ हुआ। वैसे तो शेर मोहम्मद ऑटो रिक्शा चलाकर परिवार का भरण पोषण करता है। खासबात यह है कि शेर मोहम्मद एक पैर से दिव्यांग है। रोज की तरह शेर मोहम्मद ऑटो लेकर पैसे कमाने के लिए घर से बाहर निकल गया।
तेज हवा के कारण घर के अंदर सो रहा था पूरा परिवार
शेर मोहम्मद के जाने के बाद घर में उसकी पत्नी फातिमा (30), बेटियां कुलसुम (8), रोकई (6), आयशा (2), अमीना (4), खतीजा (2 महीने), दादा शफीक (70) व दादी मोतीरानी (68) मौजूद थीं। घर के बाहर झोपड़ी डाल रखी थी। दोपहर में तेज हवा चलने के कारण सभी घर के अंदर सो रहे थे।अचानक झोपड़ी में अज्ञात कारणों से आग लग गई। आग की लपटें झोपड़ी से निकल कर पक्के मकानों तक पहुंच गई। वहां सभी सो रहे थे। जब तक उनकी नींद खुलती तब तक सभी आग में बुरी तरह से घिर चुके थे। उनकी चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग जुट गए। ग्रामीणों ने पंपिंग सेट चलाकर पानी फेंकने का क्रम शुरू किया। जब तक आग पर काबू पाया जाता, तब तक फातिमा व उसकी बेटियां रोकई, आयशा, अमीना व खतीजा की जलकर मौत हो चुकी थी।
बरेली में एक फैक्ट्री में लगी आग, चार मजूदर जिंदा जले
दूसरी घटना बरेली जनपद के फरीदपुर की है। यहां पर लखनऊ हाईवे पर स्थित अशोका फोम फैक्ट्री में शाम को करीब सात बजे भीषण आग लगने से चार मजदूर जिंदा जल गए। परिजनों के हंगामे के बाद रेस्क्यू में लगी टीमों ने देर रात कंकाल में तब्दील शव फैक्टरी के अंदर से निकाले। आग में झुलसे छह मजदूरों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटनास्थल पर डीएम शिवाकांत द्विवेदी भी पहुंचे। इस फैक्ट्री में गद्दे के लिए फोम बनाया जाता है। परसाखेड़ा, बरेली और फरीदपुर से फायर ब्रिगेड की पांच गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। धमाका इतना तेज था कि आसपास के गांवों के लोग भी मौके पर पहुंच गए। काफी मशक्कत के बाद देररात आग पर काबू पाया जा सका।