उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनन्दीबेन पटेल तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को यहां ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ समारोह का शुभारम्भ किया। अवध शिल्पग्राम में संस्कृति विभाग, पर्यटन विभाग, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग तथा जिला प्रशासन लखनऊ द्वारा यह समारोह आयोजित किया गया। समारोह को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश का विश्व में एक गौरवपूर्ण स्थान है। प्रदेश ने आजादी की लड़ाई अगली पंक्ति में रहकर लड़ी। यह सांस्कृतिक विरासत में विस्तृत और बहुआयामी प्रदेश है। उत्तर प्रदेश को देश की हृदयस्थली कहा जाता है। प्रदेश की विशेषता है कि यहां का प्रत्येक जनपद अपने किसी न किसी विशेष उत्पाद एवं शिल्प कला के लिए जाना जाता है। प्रदेश सरकार इसको प्रोत्साहित भी कर रही है। आज प्रदेश अपने प्राचीन गौरव को बनाये रखने के साथ विकास के नये आयाम स्थापित कर रहा है।

प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति मजबूत हुई है: आनन्दीबेन पटेल

राज्यपाल ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार संस्कृति, अध्यात्म और धर्म की पावन भूमि उत्तर प्रदेश के विकास और जनता के कल्याण के लिए निरन्तर सेवाभाव से काम कर रही है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति अत्यन्त मजबूत हुई है। राज्य सरकार बिना किसी भेदभाव के सभी वर्गाें, क्षेत्रों तथा धर्माें के लोगों को शासकीय योजनाएं पहुंचाने के लिए कटिबद्ध है। प्रधानमंत्री के ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के विजन के अनुरूप विगत नवम्बर माह में वाराणसी में काशी तमिल संगमम के आयोजन के माध्यम से देश की दो महान संस्कृतियों को पास लाकर राष्ट्र की एकता और अखण्डता को मजबूत करने का प्रयास हुआ।

सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश करते कलाकार, मंच पर आसीन राज्यपाल, मुख्यमंत्री व अन्य।

उत्तर प्रदेश भारत की आध्यात्मिक तथा सांस्कृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व करता है : सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह हमारे लिए गौरव की बात है कि हमें लोकतंत्र की जननी कहे जाने वाले दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में जन्म लेने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्हाेंने कहा कि उत्तर प्रदेश भारत की आध्यात्मिक तथा सांस्कृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व करता है। यह राज्य बाबा विश्वनाथ की भूमि, मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की जन्मभूमि, लीलाधारी भगवान श्रीकृष्ण की पावन जन्मभूमि तथा लीलाभूमि, मां गंगा, यमुना, सरस्वती के पवित्र संगम प्रयागराज एवं तथागत गौतमबुद्ध की पावन भूमि का प्रदेश है। ऋषि-मुनियों तथा भारत की वैदिक परम्परा से लेकर देश की आजादी की लड़ाई में और आधुनिक भारत के निर्माण में अग्रणी भूमिका का निर्वहन करने वाला उत्तर प्रदेश आज अपना 74वां स्थापना दिवस का कार्यक्रम उत्साह व उमंग के साथ आयोजित कर रहा है।

आज यूपी निर्यात हब के रूप में हो रहा है विख्यात

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ओडीओपी योजना ने उत्तर प्रदेश के निर्यात को दोगुना किया है। वर्ष 2017 से पूर्व प्रदेश दंगों व अपराध के गढ़ के रूप में जाना जाता था। आज वही निर्यात के हब के रूप में विख्यात हो रहा है। यह नये उत्तर प्रदेश की कहानी कहता है। मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के 04 शहरों में भी जी-20 से जुड़े आयोजनों के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया। लखनऊ में 13 से 15 फरवरी, 2023 तक जी-20 की बैठक का आयोजन होना है। इससे पूर्व 10 से 12 फरवरी, के मध्य यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन होना है। यह विकसित भारत के निर्माण की आधारशिला रखने और उत्तर प्रदेश को भारत की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन बनाने के प्रधानमंत्री जी के विजन को साकार करने का कार्य करेगा। यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से लाखों करोड़ रुपये का निवेश प्रदेश में होने जा रहा है। अब हमारे युवाओं को नौकरी और रोजगार के लिए देश और दुनिया के अलग-अलग भागों में नहीं जाना पड़ेगा। प्रदेश के युवाओं के लिए नौकरी और रोजगार की ढेर सारी सुविधाएं यहीं पर उपलब्ध होंगी।

कार्यक्रम के दौरान मंच पर आसीन अतिथि।

कृषि विभाग की गो-आधारित प्राकृतिक खेती की माॅनिटरिंग के लिए एकीकृत डैशबोर्ड एवं पोर्टल का किया लोकार्पण

इस अवसर पर राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री ने कृषि विभाग की गो-आधारित प्राकृतिक खेती की माॅनिटरिंग के लिए एकीकृत डैशबोर्ड एवं पोर्टल का लोकार्पण किया। उन्होंने ओडीओपी की 06 लाभार्थीपरक योजनाओं के डिजिटाइजेशन का लोकार्पण किया। इनमें मुख्यमंत्री हस्तशिल्प पेंशन योजना, विशिष्ट हस्तशिल्प पेंशन योजना, हस्तशिल्प विपणन प्रोत्साहन योजना, उत्तर प्रदेश सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तकनीकी उन्नयन योजना, स्टाम्प शुल्क में छूट योजना तथा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम अधिनियम-2020 के अन्तर्गत इकाई की स्थापना हेतु 72 घण्टे में आॅनलाइन अनुमति की योजना शामिल हैं। राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री ने न्याय विभाग की उत्तर प्रदेश नोटरी प्रबन्धन प्रणाली की वेबसाइट भी लाॅन्च की। उन्होंने जनपद वाराणसी तथा प्रयागराज के पर्यटन पर आधारित बुकलेट का विमोचन किया। उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनियों तथा शिल्प मेले का शुभारम्भ कर उनका अवलोकन भी किया।

राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री ने खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग के अन्तर्गत हस्तशिल्पियों, कारीगरों तथा उत्कृष्ट उद्यमियों को माटी कला बोर्ड पुरस्कार, खादी एवं ग्रामोद्योग पुरस्कार, खेल विभाग के अन्तर्गत खिलाड़ियों को लक्ष्मण पुरस्कार तथा रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार, युवा कल्याण विभाग के अन्तर्गत स्वामी विवेकानन्द यूथ अवाॅर्ड एवं राज्य हस्तशिल्प पुरस्कार का वितरण किया। समारोह में उत्तर प्रदेश गीत, लोक कलाकारों द्वारा अवध क्षेत्र के ढेढिया लोकनृत्य, ब्रज क्षेत्र के मयूर नृत्य, बुन्देलखण्ड के राई नृत्य एवं सोनभद्र के करमा नृत्य का प्रदर्शन किया गया। समारोह में उत्तर प्रदेश की विकास यात्रा पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।कार्यक्रम को उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक तथा पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने भी सम्बोधित किया। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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