झांसी। उत्तर प्रदेश के झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा केंद्र में रात को लगी आग से हाहाकार मचा हुआ है। केंद्र में भर्ती 10 नवजात शिशु हताहत हुए हैं। इनमें सात की पहचान हो चुकी है। पीड़ित परिवारों की मदद से बाकी तीन बच्चों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक जायजा लेने यहां पहुंचे हैं।
नवजात शिशुओं की मौत दुर्भाग्यपूर्ण
ब्रजेश पाठक ने कहा कि नवजात शिशुओं की मौत दुर्भाग्यपूर्ण है। हर पहलू से जांच कराई जा रही है। पहली जांच प्रशासनिक स्तर पर होगी। इसे स्वास्थ्य विभाग करेगा। दूसरी जांच पुलिस प्रशासन करेगा। अग्निशमन विभाग की टीम भी इसमें शामिल होगी। इसके अलावा मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश भी दिए गए हैं। जांच में अगर कोई चूक पाई जाती है, तो जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सरकार बच्चों के परिजनों के साथ है।
तीन की अभी तक पहचान नहीं हो पाई
उप मुख्यमंत्री पाठक ने कहा कि फरवरी में यहां अग्नि सुरक्षा ऑडिट किया गया था। जून में मॉक ड्रिल भी की गई थी। यह घटना कैसे हुई और क्यों हुई, जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकता है। सात नवजात शिशुओं के शवों की पहचान कर ली गई है, तीन की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 12 घंटे में मांगी जांच रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के झांसी मेडिकल कॉलेज में देररात करीब 10 बजकर 45 मिनट पर नवजात शिशु गहन चिकित्सा केंद्र शॉर्ट सर्किट के चलते आग लग गई। इस हादसे में केंद्र में भर्ती 10 बच्चों की मौत हो गई। 37 बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया। घटना की जांच मंडलायुक्त और डीआईजी के नेतृत्व में की जा रही है। 12 घंटे में इसकी रिपोर्ट सौंपने के निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए हैं।
जिलाधिकारी ने दस बच्चों के मौत की पुष्टि
मेडिकल कॉलेज पहुंचे जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया उपस्थित मेडिकल कॉलेज के कर्मचारियों के अनुसार 10 बच्चों की मौत की पुष्टि हुई है। नवजात शिशु गहन चिकित्सा केंद्र में कुल 54 बच्चे भर्ती थे। आग संभवतः शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। जो बच्चे अंदर की ओर भर्ती थे उन्हें बचाने में कठिनाई हुई। बाहर की ओर भर्ती बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया।
डीआइजी कलानिधि नैथानी के नेतृत्व में टीम गठित
उन्होंने बताया कि घटना की जांच मंडलायुक्त विमल दुबे और डीआइजी कलानिधि नैथानी के नेतृत्व में गठित टीम कर रही है। इसकी रिपोर्ट 12 घंटे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपी जाएगी। डीआईजी कलानिधि नैथानी ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है। मंडलायुक्त विमल कुमार दुबे ने बताया कि आग अंदर वाले हिस्से में लगी। अधिकांश बच्चों को बचा लिया गया है। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के भी मेडिकल कालेज आने की बात कही जा रही है।