लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में सत्संग के दौरान भगदड़ के मामले की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग के समक्ष गुरुवार को सूरज पाल उर्फ भोले बाबा पेश हुए।सूत्रों ने बताया कि न्यायिक आयोग ने सूरज पाल से करीब सवा दो घंटे तक पूछताछ की। इस दौरान सूरज पाल ने करीब एक हजार लोगों के शपथ पत्र आयोग को सौंपे।
उनके अनुयायियों और समर्थकों की भारी भीड़ जुटी रही
न्यायिक आयोग के समक्ष सूरज पाल की पेशी के दौरान बाहर उनके अनुयायियों और समर्थकों की भारी भीड़ जुट गयी। इसकी वजह से हजरतगंज इलाके में जाम लग गया। पूरे इलाके में पुलिस की चौकसी है। इस पूरे क्षेत्र को पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर सील कर दिया है।उल्लेखनीय है कि हाथरस में दो जुलाई को सूरज पाल के सत्संग में मची भगदड़ से लोगों की मौत हो गयी थी। योगी सरकार ने जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया था।
11 लोगों को बनाया गया था आरोपी
इस हादसे में मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर सहित अन्य सेवादारों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या, प्राण घातक हमला करने, गंभीर चोट पहुचाने, लोगों को बंधक बनाने, निषेध्याज्ञा का उल्लंघन करने और साक्ष्य छिपाने की धाराओं में मामला दर्ज किया गया था। इन पर यह भी आरोप था कि सत्संग में 80 हजार लोगों के जुटने की शर्त का उल्लंघन कर ढाई लाख लोगों की भीड़ जुटाई। यातायात प्रबंधन में भी मदद नहीं की। मामले में पुलिस ने 1 अक्टूबर को चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी है। 3200 पेज की इस चार्जशीट में 11 लोगों को आरोपी बनाया गया था।
ये हुए थे गिरफ्तार
घटना के बाद पुलिस ने पुलिस मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर, मेघ सिंह, मुकेश कुमार, मंजू देवी,मंजू यादव, राम लड़ेते, उपेंद्र सिंह,संजू कुमार, राम प्रकाश शाक्य, दुर्वेश कुमार और दलवीर सिंह को गिरफ्तार किया था। इनमें महिला मंजू देवी और मंजू यादव की हाईकोर्ट से अंतरिम जमानत स्वीकृत हो चुकी है। इनमें जमानत का सत्यापन नहीं होने और आदेश कोर्ट में नहीं पहुंचने के कारण अभी वह रिहा नहीं हो पाई है।