अमेठी। जनपद में शिवरतनगंज थानाक्षेत्र में गुरुवार की देरशाम को शिक्षक, उनकी पत्नी और दो बच्चियों की हत्या का खुलासा पुलिस ने शुक्रवार की रात को कर दिया है। यूपी एसटीएफ की गौतमबुद्धनगर इकाई ने जेवर टोल प्लाजा के पास से हत्या में फरार आरोपित चंदन वर्मा को गिरफ्तार किया।पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह ने पत्रकारों को बताया कि शिवरतन थाना क्षेत्र में शिक्षक सुनील और उनकी पत्नी पूनम और दो बच्चियों की गोली मारकर हत्या में फरार चंदन वर्मा को पकड़ा गया।
पूजा के वक्त किया वारदात, घंटों की अवाज में दब गई गोली की आवाज
पूछताछ में प्रारंभिक जांच में पता चला है कि अभियुक्त का मृतक पूनम से पिछले डेढ़ साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। पिछल कुछ दिनों से दोनों में मनमुटाव हो गया था। इसको लेकर वह तनाव में रहता था, जिसकी वजह से उसने वारदात को अंजाम दिया है। जिस असलहे का इस्तेमाल किया गया है उसे बरामद किया जाएगा।
अभियुक्त ने स्वीकारा कि घटना स्थल पर आने के लिए उसने बुलेट का उपयोग किया था। घटना का समय उसने उस वक्त का चुना था जब लोग मंदिर या घरों में पूजा पाठ कर रहे हों। गोली की आवाज मंदिर के घंटो और तेज आवाज में बजने वाले साउंड में दब जाए।
खुद को भी मारी गोली, मिस होने के कारण दोबारा नहीं हुई हिम्मत
उसने पुलिस को बताया कि उसके सिर पर इतना गुस्सा सवार था कि उसके सामने जो भी आया उस पर फायरिंग करता गया। उसने कुल दस गोली चलायी है। सात गोलियां मृतकों की शरीर से बरामद कर ली गयी है। एक गोली उसने खुद को भी मारी, लेकिन वो मिस कर गई इसके बाद उसकी हिम्मत नहीं हुई। घटना के बाद वो वह से भाग निकला।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी यह खुलासा हुआ है कि मृतकों के शरीर में मिले बुलेट एक ही पिस्टल से चलायी गई है। अभियुक्त पहले प्रयागराज गया फिर वहां से जेवर पहुंचा और यहां से वो दिल्ली भागने की फिराक में था, तभी एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया।एसपी ने बताया कि अभियुक्त को पकड़ने का श्रेय एसटीएफ टीम को जाता है। मृतक के पिता की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
पुलिस ने चंदन को जेल भेज दिया होता तो शायद यह घटना न होती
शिक्षक व परिवार की हत्या में पिता ने रायबरेली के तेलियाकोट निवासी चंदन वर्मा के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है। परिवार का आरोप है कि चंदन ने ही शिक्षक के परिवार को मारा है। छेड़खानी को लेकर शिक्षक की पत्नी ने चंदन के खिलाफ 18 अगस्त को रायबरेली कोतवाली में केस दर्ज कराया था।
सुनील के परिजनों ने बताया कि चंदन ने पूनम का जीना हराम कर दिया था।इसे लेकर गदागंज व भदोखर थाने में शिकायत भी की गई थी। लेकिन वहां चंदन माफी मांग बच गया था। इसके बाद जब फिर उसने परेशान किया तब पूनम ने केस दर्ज कराया । पुलिस ने चंदन को हिरासत में लिया था। आरोप है कि कुछ घंटे रखने के बाद पुलिस ने उसे छोड़ दिया। परिजनों का कहना है कि यदि चंदन को पुलिस ने तभी जेल भेज दिया होता तो शायद यह घटना नहीं होती।
करीब एक साल से पूनम के पीछे पड़ा था
परिजनों के अनुसार चंदन करीब एक साल से पूनम के पीछे पड़ा था। शिक्षक सुनील रायबरेली में किराए पर पत्नी के साथ रहते थे तो उसी मकान में चंदन भी रहता था। वहीं चंदन और पूनम की पहचान हुई। तब से चंदन अक्सर पूनम को परेशान करता था। सुनील को इसका पता चला तो उसने विरोध शुरू किया। लेकिन चंदन पर कोई असर नहीं हुआ। वह पूनम के आसपास रहने की कोशिश करता रहा। वह पूनम की ससुराल व मायके भी पहुंच जाता।
जब चंदन सफल नहीं हुआ तो पूनम को बदनाम करना शुरू कर दिया
सुनील के पिता राम गोपाल व ससुर अजय कुमार ने बताया कि जब चंदन सफल नहीं हुआ तो उसने पूनम को बदनाम करना शुरू किया। चंदन ने पूनम और खुद की फोटो भी वायरल की। ससुराल व मायके में जाकर लोगों को फोटो भी दिखाई। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी देता। आरोप है कि चंदन ने सुनील कुमार को भी कई बार घेरा और मारने की कोशिश की। यहां तक कि वह सुनील के स्कूल में भी पहुंच गया था। सुनील ने इसकी शिकायत विभाग में भी की थी और पुलिस से भी, लेकिन कोई मदद नहीं मिली।