मेरठ। यूपी के लखनऊ में बहुमंजिला इमारत ढहने के बाद अब मेरठ में तीन मंजिला मकान ढह गई। यहां के लोहियानगर थाना क्षेत्र की जाकिर कॉलोनी में शनिवार शाम तीन मंजिला मकान गिरने से 15 लोग दब गए। देर रात तक बचाव अभियान चलाया गया। मलबे में दबने से अभी तक 8 लोगों की मौत हो गई। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अधिकारियों को बचाव कार्य कराने के निर्देश दिए
सीएम योगी ने भी हादसे का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को बचाव कार्य कराने के निर्देश दिए।जाकिर कॉलोनी में महिला नफो 50 साल पुराने तीन मंजिला मकान में अपने चार बेटों व परिवार के साथ रहती थी। 300 गज में बने इस मकान में 15 लोग रहते थे। मकान में नीचे डेयरी चलती थी।
घर के सारे लोग मलबे में दब गए
शनिवार देर शाम अचानक तीन मंजिला मकान भरभरा कर गिर गया और घर के सारे लोग मलबे में दब गए। मौके पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड कर्मियों ने बचाव कार्य शुरू कराया। छोटी गली होने के कारण जेसीबी मशीन अंदर नहीं जा पाई को मैनुअली बचाव कार्य करना पड़ा। एडीजी डीके ठाकुर, मंडलायुक्ता सेल्वा कुमारी जे., आईजी नचिकेता झा, जिलाधिकारी दीपक मीणा, एसएसपी डॉ. विपिन ताड़ा समेत पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
यह मकान लगभग 50 साल पुराना
जाकिर कॉलोनी गली नंबर सात में 90 साल की बुजुर्ग महिला नफो उर्फ नफीस का 300 गज में तीन मंजिला मकान है। बताया जाता है कि यह मकान लगभग 50 साल पुराना है। मकान के ग्राउंड फ्लोर पर नफो के बेटे डेयरी चलाते थे। जबकि, ऊपर की दो मंजिलों पर नफो के बेटे साजिद पत्नी सायमा और नईम पत्नी अलीशा 5 वर्षीय बेटी रिमशा, नदीम पत्नी फरहाना, 2 वर्षीय बेटा हमजा, शाकिर पत्नी साहिबा समेत 15 लोग रहते थे।
अचानक भरभरा कर जमींदोज हो गया
क्षेत्रवासियों के मुताबिक शनिवार शाम करीब 4:30 बजे यह मकान अचानक भरभरा कर जमींदोज हो गया। तेज धमाके के साथ इलाके में हड़कंप मच गया। घटना के बाद मौके पर भीड़ लग गई और चारों तरफ चीख-पुकार मच गई। जानकारी के बाद थाना पुलिस से लेकर एडीजी ध्रुवकांत ठाकुर, आईजी नचिकेता झा, कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे, डीएम दीपक मीणा और एसएसपी विपिन ताडा सहित कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची।
कड़ी मशक्कत के बाद मलबे में दबे लोगों को निकाला
पुलिस ने क्षेत्रवासियों की मदद से मलबे को हटाने का काम शुरू किया। संकरी गलियों के चलते जेसीबी और एंबुलेंस भी मौके पर नहीं पहुंच सकी। कड़ी मशक्कत के बाद मलबे में दबे लोगों को निकाला गया। साजिद की पत्नी सायमा को भी निकाला गया, जिसकी हालत अस्पताल में गंभीर बनी हुई है।
साजिद (40) और उसकी दो पुत्री सानिया व रीजा और पुत्र साकिब समेत सात लोगों की मौत हो गई। सभी घायलों को अस्पताल भेजा गया। बताया गया कि मलबे में नफो का पूरा परिवार और डेयरी में पलने वाले लगभग 30 से अधिक मवेशी दब गए। एनडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में जुटी थी।
एनडीआरएफ टीमों को भी बुलाकर राहत कार्य शुरू कराया
एसडीआरएफ और एनडीआरएफ टीमों को भी बुलाकर राहत कार्य शुरू कराया गया जो रविवार सुबह तक चला।जिला प्रशासन के अनुसार, रविवार सुबह तक आठ लाेगाें की माैत हाे चुकी है। मृतकों में नफो, साजिद, साकिब, सानिया, रीजा, सिमरा, फरहाना, अलीशा, आलिय शामिल है। घायलाें में नईम, नदीम, साकिब, साइना, सूफियान शामिल है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है।