लखनऊ ।एसटीएफ यूपी को बड़े पैमाने पर अन्र्तजनपदीय कूटरचित ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड बनाने वाले गैंग के दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से कलर प्रिन्टर, व मोबाइल फोन, कूटरचित दस्तावेज ड्राईवर लाइसेंस व आधार कार्ड बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।

गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम रूपकिषोर पुत्र रामरतन सिंह निवासी नरसीपुरम् कालोनी, थाना रिफाइनरी, मथुरा, पुरूषोत्तम उर्फ पवन शर्मा पुत्र सुरेष चन्द्र शर्मा निवासी नगला काजी रावल वाॅगर बल्देव रोड, थाना जमुनापार, मथुरा हाल पता राकेष शर्मा के मकान में नगला चिरंजी पेठ लक्ष्मीनगर, जमुनापर, मथुरा है।

अभियुक्तों के कब्जे से यह सामान किया बरामद

इनके कब्जे से सात ड्राइविंग लाइसेंस कूटरचित मूल प्रति, 12 ड्राईविंग लाइसेंस कूटरचित छायाप्रति, दो आधार कार्ड कूटरचित छायाप्रति, तीन आधार कार्ड छायाप्रति, एक आधार कार्ड मूल प्रति, एक पेन कार्ड मूल, एक डेबिड कार्ड, एक रंगीन प्रिंटर मय चार्जर मय पावर लीड मय प्रिटिंग ली, दो एन्ड्राइड मोबाइल फोन वीवो व ओपो कम्पनी, 2200 रूपये नकद, एक आरसी दो लिफाफा बरामद किया है।

एसटीएफ यूपी को काफी दिनों से आगरा व आप-पास के जनपदों में कूटरचित तरीके से ड्राईविंग लाइसेंस व आधार कार्ड बनाने की सूचना प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों व टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था, उक्त निर्देश के क्रम में श्री राकेष, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ फील्ड इकाई, आगरा के पर्यवेक्षण में अभिसूचना संकलन की कार्रवाई की जा रही थी।

एसटीएफ ने मथुरा पहुंचकर दो को दबोचा

एसटीएफ आगरा की टीम जनपद मथुरा में आपराधिक अभिसूचना संकलन के उद्देश्य से भ्रमणषील थी। इसी दौरान ज्ञात हुआ कि कूटरचित तरीके से आरटीओ आॅफिस मथुरा के आस-पास उक्त गैंग के सक्रिय सदस्य जो काफी दिनों से कूटरचित तरीके से ड्राइविंग लाइसेंस व आधार कार्ड मेें हेराफेरी कर रहे हैं, उक्त गैंग के दो सदस्य श्रीजी मार्केट के पास काषीराम कट सर्विस रोड पर एक खोखे के बाहर थाना क्षेत्र रिफाइनरी, जनपद मथुरा में बैठे काम कर रहे है।

इस सूचना पर निरीक्षक श्री हुकुम सिंह व निरीक्षक श्री यतीन्द्र शर्मा हे.का. दिनेष गौतम, हे.का. प्रषान्त कुमार, हे.का. पुष्पेन्द्र सिंह, हे.का. दिनेष कुमार, हे.का. कृष्णवीर सिंह, का. प्रदीप कुमार, का. हरपाल सिंह व चालक बृजकिषोर एसटीएफ फील्ड इकाई आगरा की टीम द्वारा आवष्यक घेराबन्दी कर उपरोक्त गैग के 02 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया,जिनके पास से उपरोक्त बरामदगी हुई।

लाइसेंस को बनाने का दो से तीन हजार तय कर रखा था रेट

गिरफ्तार अभियुक्तो ने पूछताछ पर बताया कि यह लोग आस-पास के दलालों से आधार कार्ड व फोटो लेकर कूटरचित ड्राईविंग लाइसेंस तैयार करते हैं। उक्त लाइसेंस के कार्ड यह लोग इंकजैट पीवीसी चिप कार्ड फिलिप कार्ड व अमेजॅान से आॅनलाइन मंगवाते हैं एवं आॅनलाइन ही क्यूआर जेनरेटर की साइड पर जाकर क्यूआर कोड तैयार कर आरटीओ के पूर्व में बने कार्डो पर हस्ताक्षर को छोड़कर अन्य डाटा इरेज करके दूसरा डाटा टाइप कर वहीं हस्ताक्षर बने रहने देते है और प्रिन्ट निकाल कर अपने ऐजेन्टों को दे देते है, जो देखने में आॅरिजनल (वास्तविक) कार्ड जैसे प्रतीत होते हैं।

उक्त लाइसेंस को बनाने के एवज में यह लोग 2000-3000/-रूपये प्रति लाइसेंस लेते हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना रिफाइनरी, जनपद मथुरा में बीएनएस का अभियोग पंजीकृत कराया गया है। अग्रिम विधिक कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जायेगी।आपराधिक इतिहास- रूपकिषोर पुत्र रामरतन सिंह निवासी नरसीपुरम् कालोनी, थाना रिफाइनरी, मथुरा है।

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