ढाका। बांग्लादेश के अमन पसंद नागरिकों की सोमवार सुबह नींद कर्फ्यू के साये में टूटी। सरकार ने मोबाइल इंटरनेट सेवा भी बंद करा दी है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ आवामी लीग के समर्थकों के बीच कल हुई भीषण झड़पों में जमकर खून बहा।बांग्लादेश के प्रमुख समाचार पत्र ‘प्रोथोम अलो’ ने आज (सोमवार) सुबह अपनी वेबसाइट पर अपडेट की गई खबर में असहयोग कार्यक्रम के दौरान देशभर में हुई झड़पों, गोलीबारी और जवाबी हमलों में 98 लोगों के मरने की पुष्टि की है।

आरक्षण व्यवस्था के मुद्दे पर हो रहा बवाल

बांग्लादेश में सरकारी नौकरी में आरक्षण व्यवस्था के मुद्दे पर हुए बवाल हो रहा है। बवाल की शुरुआत कल दिन में स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन के बैनर तले आहूत असहयोग कार्यक्रम के दौरान हुई। अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं ने असहयोग कार्यक्रम में शामिल प्रदर्शनकारियों का विरोध किया। दोनों पक्षों के बीच झड़प शुरू हो गई। खूनखराबा होने के बाद सरकार ने शाम को सारे देश में बेमियादी कर्फ्यू लगा दिया।

विदेश मंत्रालय ने आपात मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए

बांग्लादेश की मौजूदा संवेदनशील स्थिति को देखते हुए विदेश मंत्रालय ने जारी एक बयान में कहा, ‘मौजूदा घटनाक्रमों को देखते हुए, भारतीय नागरिकों को अगले आदेश तक बांग्लादेश की यात्रा न करने की सख्त सलाह दी जाती है। बांग्लादेश में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों को अत्यधिक सावधानी बरतने, अपनी गतिविधियों को सीमित रखने और ढाका में भारतीय उच्चायोग के आपातकालीन फ़ोन नंबर 8801958383679, 8801958383680, 8801937400591 के ज़रिए संपर्क में रहने की सलाह भी दी गई है।

भारत ने अपने नागरिकों से सतर्क रहने को कहा

भारत ने बांग्लादेश में रहने वाले अपने नागरिकों से संपर्क में रहने और सतर्क रहने को कहा है। बांग्लादेश में भारत के सहायक उच्चायोग की तरफ से जारी एक सोशल मीडिया में पोस्ट कहा गया, सिलहट स्थित भारतीय सहायक उच्चायोग के अधिकार क्षेत्र में रहने वाले छात्रों सहित सभी भारतीय नागरिकों से अनुरोध है कि इस कार्यालय के संपर्क में रहें और सतर्क रहें। किसी आपात स्थिति में +88-01313076402 पर संपर्क करें।

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