विनीत वर्मा, लखनऊ । यूपी में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर भीषण हादसा हो गया। जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि करीब 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रही स्कॉर्पियो ट्रक में पीछे से घुस गई। हादसे में कार के परखच्चे उड़ गए और उसमें बैठे तीन दोस्तों की मौत हो गई। जबकि दो दोस्त की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। हादसे के वक्त चालक पीछे की सीट पर बैठा था जो गंभीर रूप से घायल हुआ है। पुलिस ने परिजनों को सूचना दी है। जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
अयोध्या निवासी अपने दोस्तों के साथ गए थे दिल्ली
जानकारी के लिए बता दें कि अयोध्या जिले के थाना मयाबाजार के विलासपुर निवासी अरविंद सिंह (40) पुत्र भगवान सिंह प्राइवेट नौकरी करते हैं। जिसकी वजह से उनका एक मकान दिल्ली में भी है। वहां परिवार के ही कुछ लोग रहते हैं।इसीलिए परिवार वालों का दिल्ली आना जाना रहता ह। इसी के तहत मंगलवार को मंगलवार को वह पड़ोसी वैभव पांडेय (35), अनुज पांडेय (40), मनोज सिंह (45) पुत्र समरबहादुर, चालक आशीष कुमार (45) पुत्र मिठाईलाल और बस्ती जिले के थाना परशुरामपुर के गांव रजवापुर निवासी दोस्त महेंद्र (38) पुत्र राजकुमार सिंह के साथ स्कॉर्पियो से दिल्ली गए थे।
दिल्ली से घर लौटते वक्त हुआ हादसा
बताया जा रहा है कि गुरुवार शाम करीब 6:30 बजे एक्सप्रेसवे के रास्ते सभी लोग दिल्ली से अयोध्या लौट रहे थे। हादसे के वक्त गाड़ी वैभव चला रहा था। इस दौरान हादसा हो गया। बताया जा रहा है कि हादसा जिस समय हुआ उस समय बारिश हो रही थी। तेज रफ्तार स्कॉर्पियो बांगरमऊ कोतवाली के फतेहपुर खालसा गांव के पास आगे चल रहे ट्रक में पीछे से घुस गई। तेज स्पीड के कारण स्कॉर्पियो के परखच्चे उड़ गए। सूचना मिलते ही मौके पर रेस्क्यू की टीम मौके पर पहुंच गयी।
मौके पर तीन और अस्पताल में दो की गई जान
हादसे में घायल सभी को एंबुलेंस से बांगरमऊ सीएचसी भेजा जहां, डॉक्टर ने वैभव, मनोज और अरविंद को मृत घोषित कर दिया।महेंद्र, आशीष और अनुज को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल पहुंचने पर महेंद्र और अनुज ने भी दम तोड़ दिया, जबकि आशीष का इलाज चल रहा है। सीओ अरविंद सिंह, कोतवाल राजकुमार और एएसपी दक्षिणी प्रेमचंद्र घटनास्थल पर पहुंचे। गाड़ी में मिले मोबाइल से परिजनों को सूचना दी गई।
स्कार्पियो की बताई जा रही तेज रफ्तार
बताया जा रहा है कि मृतक अरविंद के माता-पिता भी दिल्ली में रहते हैं। अरविंद उन्हीं को राशन आदि की व्यवस्था करने गए थे। अरविंद पहले दिल्ली में रहकर प्राइवेट नौकरी करते थे। इस समय वह अयोध्या में ही रह रहे हैं। सीओ अरविंद कुमार चौरसिया के अनुसार हादसे के समय मौजूद लोगों ने बताया कि स्कार्पियो की रफ्तार करीब 120 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। रफ्तार तेज होने से स्कार्पियो क्षतिग्रस्त हुई और सभी लोग उसी में दब गए।
सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से जांच में जुटी पुलिस
भीषण हादसा होने के बाद चालक ट्रक लेकर भाग गया। टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से उसका पता लगाया जा रहा है।हादसे के बाद पुलिस ने गाड़ी की जांच की तो वह लखनऊ के कानपुर रोड एलडीए कालोनी निवासी गिरजा सिंह पुत्र ओमप्रकाश के नाम दर्ज मिली है। वर्ष 2021 की गाड़ी थी। पुलिस इसके बारे में पता लगाने में जुट गई है। ताकि सच्चाई का पता चल सके। पुलिस ने सभी शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है। पुलिस व प्रशासन के तमाम प्रयास के बाद भी एक्सप्रेस वे पर हादसे थम नहीं रहे है।