विनीत वर्मा, लखनऊ/गाजीपुर। राजधानी के गाजीपुर में जिले में ट्रिपल मर्डर का पुलिस ने चौबीस घंटे के अंदर में खुलासा करते हुए आरोपी को हिरासत में ले लिया है। माता-पिता और भाई की हत्या करने वाला कोई और नहीं बल्कि उन्हीं का खुद का खून निकला। प्रेमिका से शादी न करने से नाराज छोटे बेटे ने इस पूरी घटना को अकेले ही अंजाम दिया। पहले खुरपी से मां को फिर पिता और भाई की गला काटकर मौत के घाट उतार दिया।
माता-पिता और भाई को मारते समय नहीं कांपे हाथ
पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने ट्रिपल मर्डर का पर्दाफाश करते हुए बताया कि आरोपी किशार है। जिसकी वजह से उसे मीडिया के सामने पेश नहीं किया जा सकता है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त खुरपी और खून सने कपड़ों को बरामद कर लिया है। इस घटना का खुलासा होने के बाद गांव के लोग हैरान है कि एक बेटा अपने ही माता-पिता और बड़े भाई को मौत के उतारते समय उसके हाथ नहीं कांपे।
हत्या करने के बाद गांव में स्वयं जाकर वारदात की जानकारी
एसपी ने बताया कि कुसुम्हीं कला (खिलवां) गांव में आयोजित कार्यक्रम में मुंशी यादव, बड़ा पुत्र रामाशीष और छोटा पुत्र भी गया था। वहां से तीनों रात करीब 11 बजे वापस चले आए। इसके बाद मां देवंती देवी व पिता मुंशी बिंद घर के बाहर सो रहे थे। जबकि बड़ा पुत्र रामाशीष घर के अंदर सोने चला गया।
इधर, मौका देख छोटा पुत्र घर से निकल गया। रात करीब 12 बजे उसने घटना को अंजाम दिया। इसके बाद यह स्वंय जाकर गांव में बज रहे डीजे को बंद कराया और घटना की जानकारी लोगों को दी थी। पुलिस ने चोचकपुर श्मशान घाट से जब किशोर को उठाया तो पूछताछ में वह टूट गया और हत्या की वारदात को उसने कैसे अंजाम दिया था, सारी कहानी को बयां कर डाला।
छोटे बेटे का प्रेम प्रसंग सामने आने पर पुलिस को मिली सफलता
इस संबंध में एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि तिहरे हत्याकांड का पुलिस ने जब गहनता से जांच शुरू की और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कड़ी जोड़ी गई तो पता चला कि जिस व्यक्ति पर हत्या का आरोप लगाया गया है, उसकी भूमिका कहीं नहीं मिल रही थी।
मृतक के छोटे बेटे के प्रेम-प्रसंग के मामले में गहनता से छानबीन की गई तो स्थिति स्पष्ट हुई। तीनों शवों के दाह संस्कार के बाद जब मृतक के छोटे पुत्र से पूछताछ की गई तो बताया कि उसने ही पिता, माता और भाई का हत्या की है। पुलिस अभी आरोपी से पूछताछ कर रही है। इस घटना ने लोगों को चौका दिया है।