खनऊ/हाथरस। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में मंगलवार को हुई भगदड़ की घटना को लेकर सीएम योगी फुल एक्शन में हैं। बुधवार को वह हाथरस पहुंचे। यहां उन्होंने सत्संग स्थल पर मची भगदड़ और उसके बाद के हालात के बारे में अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली। वह हाथरस जिला अस्पताल भी गए, जहां उन्होंने हादसे में घायल हुए लोगों का हाल चाल जाना। डॉक्टरों को सभी घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए। यहां हो रही बारिश के दौरान ही वह घटनास्थल पर भी पहुंचे। जहां उन्हें अधिकारियों ने घटना का पूरा ब्यौरा दिया।

एसडीएम ने डीएम हाथरस को सौंपी अपनी रिपोर्ट

हादसे के एक दिन बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को हाथरस पहुंचे। यहां उन्होंने सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ पूरे घटनाक्रम की विस्तार से जानकारी हासिल की और महत्वपूर्ण दिशा निर्देश भी प्रदान किए। इसके बाद सीएम योगी हाथरस जिला अस्पताल पहुंचे। यहां उन्होंने घायलों और उनके परिजनों से बात की। वो हर एक बेड पर जाकर घायलों से मिले और पूरी घटना के बारे में जानकारी ली।

सीएम ने इलाज के संबंध में भी चर्चा की

उन्होंने घायलों से उनकी तबीयत के बारे में पूछा और इलाज के संबंध में भी चर्चा की। सीएम ने घायलों के परिजनों से भी विस्तार से बात की। इस दौरान उन्होंने डॉक्टरों से भी घायलों की स्थिति के विषय में जाना और समुचित उपचार के निर्देश प्रदान किए। इस दौरान सीएम योगी मृतकों के परिजनों से भी मिले और उनके साथ हुए हादसे के बारे में जानकारी ली और साथ ही अपनी ओर से सांत्वना और संवेदना भी प्रकट की।

घायलों से मिलकर जाना कुशल-क्षेम

इससे पूर्व सीएम योगी ने पुलिस लाइन में घटना के प्रत्यक्षदर्शियों से भी मुलाकात कर हादसे के विषय में जानकारी ली। घटना की प्रत्यक्षदर्शी और ड्यूटी पर तैनात महिला कांस्टेबल ने सीएम को पूरी घटना के बारे में बताया। उसने बताया कि भगदड़ मचने के बाद लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरते चले गए। खासतौर पर बड़ी संख्या में महिलाएं भगदड़ का शिकार बनीं। वो उठना चाह रही थीं लेकिन उठ नहीं सकीं, क्योंकि भगदड़ में एक के बाद एक महिलाएं उनके ऊपर गिरती चली गईं।

सीएम योगी के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, सरकार में मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, असीम अरुण और संदीप सिंह तथा स्थानीय विधायक, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद भी मौजूद रहे।

पंडाल में 2 लाख से अधिक श्रद्धालु मौजूद थे

इस बीच, हाथरस हादसे पर एसडीएम सिकंदराराऊ ने डीएम को अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में बताया गया है कि सत्संग के दौरान पंडाल में 2 लाख से अधिक श्रद्धालु मौजूद थे। सत्संग खत्म होने के बाद नारायण साकार हरि (भोले बाबा) के दर्शन व चरण स्पर्श एवं आशीर्वाद स्वरूप उनकी चरण रज अपने माथे पर लगाने के लिए लोग आगे बढ़े। श्रद्धालु उनके वाहन की ओर दौड़ने लगे तो बाबा के साथ उनके निजी सुरक्षाकर्मी (ब्लैक कमांडो) एवं सेवादारों ने भीड़ के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी। इससे कुछ लोग नीचे गिर गए।

भगदड़ के बाद एक दूसरे के ऊपर से भागने लगे लोग

यहां से भीड़ कार्यक्रम स्थल के सामने खुले खेत की तरफ भागी जहां सड़क से खेत की ओर उतरने के दौरान ढालनुमा जगह होने के कारण लोग फिसलकर गिर पड़े। इसके बाद वो पुनः उठ नहीं सके और भीड़ उनके ऊपर से होकर इधर-उधर भागने लगी। इसमें कई महिलाएं व पुरुष और बच्चे हताहत व गंभीर रूप से घायल हो गए। तत्काल पुलिस सुरक्षा कर्मियों द्वारा हताहत लोगों को एंबुलेंस व अन्य उपस्थित साधनों से घटनास्थल के आसपास स्थित अस्पतालों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भिजवाया गया।

हादसा होने के बाद सीएम ने तुरंत तीन मंत्रियों को मौके पर भेजा

उल्लेखनीय है कि मंगलवार को हाथरस के सिकंदराराऊ में भोले बाबा के सत्संग कार्यक्रम में मची भगदड़ में 100 से अधिक लोगों की जान चली गई थी। सीएम योगी ने तुरंत एक्शन लेते हुए तीन मंत्रियों की टीम और मुख्य सचिव व डीजीपी को तत्काल हाथरस के लिए रवाना किया था। यही नहीं, सीएम ने घटना की जांच के लिए एडिशनल डीजी आगरा और मंडलायुक्त अलीगढ़ को नियुक्त किया और 24 घंटे में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए। इसके अलावा सीएम ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि देने का भी ऐलान किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *