फांसी लगाकर दी जान ।फांसी लगाकर दी जान ।

उन्नाव। पुरवा कोतवाली क्षेत्र के गांव रम्माखेडा में ढाई साल की बच्ची व छह माह के मासूम बच्चे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की गहनता से जांच शुरु कर दी है।

दस दिन पहले पत्नी से खाना बनाने को लेकर हुई थी कहासुनी

प्राप्त जानकारी के अनुसार पुरवा कोतवाली क्षेत्र के गांव त्रिपुरारपुर के मजरे रम्माखेड़ गांव निवासी रोहित अंडे की दुकान चलाता है उसने पुलिस को बताया कि दस दिन पहले पत्नी नेहा से खाना बनाने को लेकर कहासुनी हो गई थी। जिसके बाद नेहा अपने मायके चली गई जबकि दोनों बच्चे सोनाक्षी 2.5 वर्ष और ऋतिक 6 माह पिता रोहित के पास ही रह गए थे। सोमवार सुबह लगभग 8 बजे नेहा अचानक खेत में पहुंची और कहा कि उसे बच्चों से मिलना है।

दोनों बच्चे गए थे खेत में वहीं अचानक बिगड़ी तबियत

रोहित अपनी साली निकिता को साथ लेकर खेत गया। वहां बातचीत के दौरान नेहा ने दोनों बच्चों को गोद में लिया। तभी कुछ जानवर खेत में घुस आए और रोहित उन्हें भगाने चला गया। वापस आकर बच्चों को लेकर जैसे ही रोहित घर की ओर लौटा, छह महीने का ऋतिक तड़पने लगा। आनन-फानन में बच्चों को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही दोनों की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाली पुलिस और क्षेत्राधिकारी पुरवा अजय कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। और मामले की गहनता से जांच पड़ताल शुरु की।

शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा

कोतवाली प्रभारी अमरनाथ यादव ने बताया कि मामला बेहद संवेदनशील है। शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। वही फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए हैं और संभावित ज़हर या अन्य संदिग्ध पदार्थ की जांच की जा रही है। वही ग्रामीणों की माने तो रोहित और नेहा की शादी वर्ष 2021 में पारंपरिक रीति-रिवाजों से हुई थी। समय के साथ घरेलू विवाद बढ़ते गए। मृत बच्चों की संदिग्ध मौत ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का असली कारण सामने आएगा

वहीं क्षेत्राधिकारी अजय कुमार सिंह ने बताया कि संदिग्ध परिस्थितियों में दो मासूमों की मौत हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का असली कारण सामने आएगा। सभी पहलुओं पर गहराई से जांच की जा रही है। वही ग्रामीणों में तरह-तरह की चर्चाएं भी हैं। पूरे गांव में मातम पसरा है। पिता रोहित का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश में जुटी है।

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