एसएमयूपीन्यूज, लखनऊ।यूपी के जनपद रायबरेली के थाना मिल एरिया क्षेत्र निवासी लगभग 21 वर्षीय छात्रा द्वारा गोलियां (कैप्सूल) खाते हुए गुड बाय । सॉरी मम्मा पापा यह टेक्स्ट लिखकर इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया गया। उक्त पोस्ट के संबंध में सोमवार को समय-7:42 मिनट पर मेटा कंपनी की तरफ से मुख्यालय पुलिस महानिदेशक स्थित सोशल मीडिया सेन्टर को ई-मेल के जरिए अलर्ट प्राप्त हुआ। जिसका तत्काल संज्ञान लेकर उच्चाधिकारियों को संज्ञानित कराया गया।

अलर्ट मिलते ही तत्काल सोशल मीडिया सेल ने भेजा पुलिस को लोकेशन

पुलिस महानिदेशक यूपी राजीव कृष्ण द्वारा उक्त अलर्ट पर तत्काल कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया। मेटा कम्पनी द्वारा भेजे गये अलर्ट का संज्ञान लेकर मुख्यालय की सोशल मीडिया सेन्टर द्वारा प्राप्त अलर्ट में उपलब्ध कराये गये मोबाइल नम्बर के आधार पर तत्काल युवक की लोकेशन की जानकारी करके जनपद रायबरेली को तत्काल प्रकरण से अवगत कराया गया।मुख्यालय द्वारा उपलब्ध कराई गई सूचना एवं लोकेशन पर थाना मिल एरिया के उ.नि. व महिला आरक्षी द्वारा 8 मिनट के अन्तराल में छात्रा के घर पहुंच कर अविलम्ब परिजनों के सहयोग से उसका प्राथमिक घरेलू उपचार कराया गया।

जबरदस्ती शादी कराई जाने की बात को लेकर नाराज थी छात्रा

उपचारोपरांत छात्रा के सामान्य होने पर जानकारी की गयी तो उसके द्वारा बताया गया कि वह स्नातक द्वितीय वर्ष की छात्रा है, उसके माता-पिता द्वारा उसकी जबरदस्ती शादी कराई जाने की बात की जा रही है, लेकिन वह अभी शादी करना नहीं चाहती है बल्कि पढ़ना चाहती है जिसके कारण उसने सोचा कि न ही वह जिंदा रहेगी और न ही शादी करेगी। इसी क्रम में उसके मन में आत्महत्या की बात आयी और यह कदम उठाया गया था। स्थानीय पुलिस द्वारा समय से पहुँच कर छात्रा को आत्महत्या करने से रोका गया एवं काउन्सलिंग की गयी, जिसपर उसके द्वारा भविष्य में ऐसी गलती नहीं करने का आश्वासन दिया गया। छात्रा के परिजनों द्वारा स्थानीय थाने के पुलिसकर्मियों की तत्परता तथा उनके सहयोग हेतु यूपी पुलिस को धन्यवाद दिया गया।

मेटा कंपनी के सहयोग से पुलिस ने सालभर में 1024 की बचाई जान

उत्तर प्रदेश पुलिस एवं मेटा कम्पनी के मध्य 2022 से प्रचलित व्यवस्था के अंतर्गत यदि कोई भी व्यक्ति फेसबुक अथवा इंस्टाग्राम पर आत्महत्या किए जाने से सम्बंधित पोस्ट करता है तो ऐसी पोस्ट के सम्बंध में मेटा कम्पनी द्वारा उत्तर प्रदेश पुलिस को ई-मेल एवं फोन के माध्यम से अलर्ट भेजकर सूचित किया जाता है। जनवरी 2023 से 10 जून 2025 के मध्य आत्महत्या संबंधी पोस्ट पर प्राप्त अलर्ट का संज्ञान लेकर कुल 1024 व्यक्तियों के प्राणों की रक्षा उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा की जा चुकी है ।

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