लखनऊ । यूपी की रायबरेली से दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आयी है। पत्नी के आत्महत्या के तीन घंटे बाद सिपाही पति ने भी फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला का समाप्त कर लिया। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच करवां चौथ को लेकर किसी बात को लेकर विवाद हुआ और पहले पत्नी ने खुदकुशी कर लिया। पत्नी की मौत का सदमा सिपाही पति को इस कदर लगा की वह भी अपना जीवन समाप्त कर लिया। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि अभी इनकी शादी को एक साल भी पूरा नहीं हुआ था।
ऊंचाहार कोतवाली में तैनात था सिपाही उपमेंद्र सिंह
यह घटना शुक्रवार अपराह्न हुई है । ऊंचाहार कोतवाली में तैनात सिपाही उपेंद्र सिंह पुत्र राम नारायण सिंह औरैया जनपद के बनारसीदास का रहने वाला था । वह करीब दो साल से ऊंचाहार कोतवाली में तैनात था । शुक्रवार को उसकी कोतवाली में पहरा ड्यूटी थी । दोपहर एक बजे उसने अपनी ड्यूटी खत्म की , उसके बाद नगर के गायत्री नगर मुहल्ले में अपने किराए के मकान में चला गया । दोपहर बाद करीब तीन बजे मुहल्ले के लोग उसके कमरे की ओर गए और उसका दरवाजा खोला तो दंग रह गए ।
पत्नी की मौत के बाद सिपाही ने उठाया कदम
सिपाही का शव एक रस्सी के सहारे छत की हुक से लटक रहा था । आसपास के लोगों ने तत्काल इसकी सूचना कोतवाली को दी तो पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया । तत्काल मौके पर भारी पुलिस बल पहुंचा और सिपाही के शव को फंदे से उतारकर कब्जे में लिया गया । बताया जाता है कि शुक्रवार को दिन में करीब 11 बजे उसकी पत्नी संतोषी ने भी फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी । अनुमान लगाया जाता है कि पत्नी की मौत की सूचना मिलने के बाद सिपाही ने यह कदम उठाया है । पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है ।
अभी तक यह कहानी निकलकर आ रही सामने
करवाचौथ पर संतोषी अपने सिपाही पति उपेंद्र के साथ रायबरेली साथ जाने के लिए तैयार थी, त्योहार के लिए उपेंद्र को छुट्टी न मिलने पर दोनों के बीच विवाद हो गया और कुछ ही पल में दोनों की मौत की वजह भी बन गया।घटना को लेकर उपेंद्र के बड़े भाई सत्येंद्र ने पुलिस को बताया कि वह अछल्दा में शिक्षक पद पर तैनात हैं।परिवार में वह सबसे बड़े हैं। छोटा भाई उपेंद्र ढाई माह तक पत्नी को साथ रखने के बाद एक माह पहले बनारसीदास छोड़ने आया था। वापस ड्यूटी पर जाने के दौरान दंपती के बीच विवाद हुआ था। मायके पक्ष के लोग भी आए थे।किसी तरह दोनों पक्षों को बैठाकर दंपती के बीच उपजी कलह को शांत करा दिया गया था।
करवाचौथ पर आने व जाने को लेकर दोनों के बीच हुआ था विवाद
करवाचौथ पर उपेंद्र के छुट्टी पर आने व संतोषी के रायबरेली जाने को लेकर एक बार फिर से विवाद शुरू हो गया था। घर के अन्य लोग भी समझा रहे थे।उपेंद्र का कहना था कि छुट्टी मिलना असंभव है। मामूली सी बात ने दोनों के बीच ऐसी रार खड़ी हुई कि संतोषी ने फंदा लगाकर जान दे दी। सत्येंद्र ने बताया कि पत्नी की मौत की सूचना फोन से भाई उपेंद्र को दी थी। शायद उसी का सदमा वह बर्दाश्त नहीं कर सका और उसने भी रायबरेली में अपने किराए के कमरे में आत्महत्या कर ली।बताया कि शादी को अभी एक साल भी पूरा नहीं हुआ था। पिछले साल नवंबर में शादी हुई थी। इस एक साल के पूरा होने से पहले ही सब बर्बाद हो गया।