लखनऊ। देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में केंद्रीय बजट 2024 पेश किया। बजट पेश होते ही बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने चुटकी ली। अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि यह कुछ मुट्ठीभर अमीर व धन्नासेठों को छोड़कर देश के गरीबों, किसानों, महिलाओं, मेहनतकशों व वंचितों को मायूस करने वाला बजट है।
नई सरकार में भी अपेक्षित सुधारवादी नीति व नीयत का अभाव
मायावती ने एक्स पोस्ट में कहा कि संसद में पेश बजट अपने पुराने ढर्रे पर कुछ मुट्ठीभर अमीर एवं धन्नासेठों को छोड़कर देश के गरीबों, बेरोजगारों, किसानों, महिलाओं, मेहनतकशों, वंचितों व उपेक्षित बहुजनों के त्रस्त जीवन से मुक्ति के लिए ’अच्छे दिन’ की उम्मीदों वाला कम बल्कि उन्हें मायूस करने वाला ज्यादा है।
उन्होंने कहा कि देश में जबरदस्त गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई छाई है। पिछड़ापन तथा यहां के 125 करोड़ से अधिक कमजोर तबकों के उत्थान व उनके लिए जरूरी बुनियादी सुविधाओं के प्रति इस नई सरकार में भी अपेक्षित सुधारवादी नीति व नीयत का अभाव है। बजट में ऐसे प्रावधानों से क्या लोगों का जीवन खुश व खुशहाल हो पाएगा?
सरकार, बसपा सरकार की तरह हर हाथ को काम दे
मायावती ने कहा कि देश का विकास व लोगों का उत्थान आंकड़ों के भूल-भुलैया वाला न हो, बल्कि लोगों को त्रस्त जीवन से मुक्ति के लिए रोजगार के अवसर, जेब में खर्च के लिए पैसे, आमदनी जैसी बुनियादी तरक्की सभी को मिलकर महसूस भी हो। रेलवे का विकास भी अति जरूरी। सरकार, बसपा सरकार की तरह हर हाथ को काम दे।