लखनऊ । केन्द्र में लगातार तीसरी बार सत्तारूढ़ होने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार शाम को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आभार यात्रा पर आए। मेहंदीगंज में पचास हजार से अधिक किसानों से संवाद के बाद प्रधानमंत्री सीधे दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा के तट पर पहुंचे। दुल्हन की तरह फूलों से सजे घाट पर गंगा सेवा निधि के विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती में शामिल होने के पूर्व प्रधानमंत्री ने घाट पर बने जेटी से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मां गंगा का आचमन किया।

पीएम मोदी ने मां गंगा का किया पूजन अर्चन

पीएम मोदी ने विधि विधान से मां गंगा का पूजन कर उनकी आरती उतारी और पूरे देश को जल सरंक्षण का बड़ा संदेश दिया। इसके बाद प्रधानमंत्री गंगा सेवा निधि के गंगा आरती में शामिल हुए। डमरू और घंटियों की धुन के बीच पांचवीं बार गंगा आरती में शामिल प्रधानमंत्री ने मां गंगा के प्रति अपार श्रद्धा दिखाई। मां गंगा की विशेष महाआरती, लयबद्ध भजन गायन के बीच परंपरागत वेशभूषा में नौ अर्चकों को मां गंगा की आरती और 18 कन्याओं को ऋद्धि-सिद्धि के रूप में मां को चवंर डुलाते देख प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आह्लादित नजर आये।

मां गंगा के भजनों को प्रधानमंत्री भी गुनगुनाते दिखे

खास बात यह रही कि मां गंगा के भजनों को प्रधानमंत्री भी गुनगुनाते दिखे। लगभग 55 मिनट तक प्रधानमंत्री विशेष आरती के साथ घाट पर गंगा स्त्रोत, शिव तांडव का विहंगम गान पूरे श्रद्धाभाव से हाथ जोड़ कर सुनते रहे। इस दौरान घाट पर अध्यात्म की नैर्सगिक सुंदरता देखते ही बन रही थी। फूलों के वन्दनवार से दुल्हन की तरह सजे घाट की मढ़ियों पर रखी कुर्सियों पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी बैठे रहे। गंगा आरती ज्योतिषाचार्य पं. चंद्रमौलि उपाध्याय के देखरेख में हुई।

लोगों का अपने प्रति प्यार देख प्रधानमंत्री अभिभूत दिखे

इसके पहले घाट पर जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी पहुंचे वहां पहले से मौजूद हजारों श्रद्धालुओं ने हर-हर महादेव के परम्परागत गगनभेदी उद्घोष से स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने भी लोगों का हाथ जोड़कर अभिवादन किया। लोगों का अपने प्रति प्यार देख प्रधानमंत्री अभिभूत दिखे। फूलों की सजावट, रेड कारपेट और रात के अंधेरे में भी सुबह जैसी रोशनी से दमकते घाट पर इस दौरान सुरक्षा का व्यापक प्रबंध किया गया था। इस दौरान गंगा घाट दीपावली पर्व की जगह जगमगाती नजर आई। घाट को 10 क्विंटल से अधिक फूलों सूरजमुखी, रजनीगंधा, बेला और गेंदा की माला से सजाया गया था।

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