कानपुर। हवाओं की बदली दिशाओं से बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं में तेजी आई है। इससे उत्तर भारत में चल रही गर्म हवाओं में टकराहट हो रही है और बादलों का रुप बन रहा है। यह बादल उत्तर प्रदेश में स्थानीय स्तर पर हल्की बारिश करेंगे और तेज धूल भरी हवाएं चलेंगी। इसके साथ ही मेघ गर्जन और आकाशीय बिजली भी चमक सकती है।
अगले दो दिन में मानसून के आगमन की बन रही स्थिति
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने रविवार को बताया कि मध्य अरब सागर के कुछ और भागों, दक्षिण अरब सागर के शेष भागों, लक्षद्वीप और केरल, कर्नाटक के कुछ भागों, तमिलनाडु के कुछ और भागों तथा दक्षिण-पश्चिम और मध्य बंगाल की खाड़ी में अगले दो दिनों में मानसून के आगमन के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं।
अरुणाचल प्रदेश के क्षेत्रों पर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ
पश्चिमी विक्षोभ को मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक द्रोणिका के रूप में देखा जा रहा है, जिसकी धुरी समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर है तथा यह 73 डिग्री पूर्वी देशांतर से 30 डिग्री उत्तरी अक्षांश के उत्तर में चल रही है। अरुणाचल प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों पर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
पश्चिम उत्तर प्रदेश से दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल होते हुए पश्चिम असम तक एक द्रोणिका समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर ऊपर तक फैली हुई है। दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है। तटीय आंध्र प्रदेश पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। दक्षिण-पूर्व और उससे सटे पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
अगले पांच दिनों तक बादल रहने का अनुमान
बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 43.0 और न्यूनतम तापमान 30.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 41 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 19 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्व रहीं जिनकी औसत गति 6.6 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में हल्के बादल छाए रहने के कारण पांच जून तक मध्य तेज हवाओं, धूल भरी आंधी एवं गरज चमक के साथ स्थानीय स्तर पर हल्की वर्षा होने की संभावना है। दिन और रात के तापमान सामान्य से अधिक रहने के आसार हैं।