गोरखपुर। मंगलवार की देर रात गोरखनाथ थाना क्षेत्र रामपुर नयागांव में दिल दहला देने वाली घटना से सभी की रूह को कपा दिया। मामला नयागांव स्थित एक किराने की दुकान में शार्ट सर्किट से लगी आग में दो बच्चों की जहां मौत हो गई वहीं नौ बुरी तरह से झुलस गए। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने परिवार के झूल से सात लोगों को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। जहां उनका इलाज चल रहा है वहीं मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

शॉर्ट सर्किट से किराना की दुकान में लगी आग

बता दें की रामपुर नयागांव में मंगलवार की देर रात किराना दुकानदार रामजी जायसवाल के घर में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। चिंगारी से घर के बरामदे में खड़ी मोपेड की टंकी धमाके के साथ फट गई। इससे पूरे घर में आग तेजी के साथ फैल गई। मुख्य दरवाजे पर ही आग लगने से घर में फंसे लोग बाहर निकालने की जद्दोजहद में गंभीर रूप से झुलस गए।

परिवार के लोग सोने की तैयारी कर रहे थे तभी हुआ हादसा

इस घटना में जहां दो मासूम बच्चों की बीआरडी मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई वहीं सात लोगों का इलाज चल रहा है। घटना की सूचना पर प्रशासनिक एवं वरिष्ठ पुलिस के अधिकारियों ने घटनास्थल के साथ अस्पताल पहुंच कर घरेलू इलाज की जानकारी ली।

स्थानिक लोगों ने बताया कि राम जी जायसवाल मकान में ही किराने की दुकान चलाते हैं मंगलवार की शाम दुकान बंद करने के बाद परिवार के सभी लोग सोने की तैयारी में थे इसी दौरान अचानक घर में लगे बिजली के में बोर्ड में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। उसमें से निकली चिंगारी वही खड़े मोपेड तक पहुंच गई।

गंभीर रुपये झुलसे लोगों अस्पताल में कराया भर्ती

पेट्रोल टंकी में धमाके के साथ ही आग पूरे घर में फैल गई।इस घटना में इलाज के दौरान 2 वर्षीय कुलुष व 12 वर्षीय अंशिका की मौत हो गई। जबकि बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती 55 वर्षीय राम जी जायसवाल, 38 वर्षीय रितु उर्फ सितू, 13 वर्षीय शिपु, 22 वर्षीय सिब्बू, 20 वर्षीय साक्षी जायसवाल, 50 वर्षीय मीना जायसवाल व 20 वर्षी रूपम जायसवाल का इलाज चल रहा है।

अधिकारियों ने हर संभव मदद का दिया आश्वासन

घटनास्थल पर मंडलायुक्त अनिल ढींगरा, डीआईजी आनंद कुलकर्णी, जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश, एसएसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर, पुलिस अधीक्षक नगर कृष्ण कुमार विश्नोई, क्षेत्राधिकार गोरखनाथ सहित बड़ी संख्या में आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर हर संभव मदद का प्रयास का आश्वासन देते हुए पीड़ितों को समझाते रहे।

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