गोण्डा। तहसील मनकापुर के ग्राम सिसवा में बने अटल आवासीय विद्यालय में शैक्षणिक सत्र जुलाई से प्रारम्भ हो रहा है। इसके लिए प्रवेश परीक्षा एवं अन्य तैयारियां समय से पूर्ण करने के लिए मण्डलायुक्त एमपी अग्रवाल ने जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी व अन्य अधिकारियों के साथ मंडलायुक्त सभागार में बैठक की। मण्डल स्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक को सम्बोधित करते हुए उन्होने शासन द्वारा जारी एसओपी का कड़ाई से पालन करने की बात कही। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2023-24 के लिए कक्षा-6 में 40 बालक एवं 40 बालिका का प्रवेश लेने के लिए परीक्षा का आयोजन 10 जून को राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में किया जाएगा।

8 से 22 मई तक जमा होंगे आवेदन, 10 को होगी परीक्षा

17 जून को रिजल्ट जारी किया जाएगा। अनाथ अभ्यर्थियों के आवेदन जिला प्रवर्तन अधिकारी कार्यालय व्यक्ति निर्माण श्रमिकों के अभ्यर्थियों के आवेदन श्रम कार्यालय में 8 से 22 मई तक जमा किए जाएंगे। मण्डलायुक्त ने बताया कि इस विद्यालय में उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अन्तर्गत पंजीकृत निर्माण श्रमिको, कोरोना काल में निराश्रित तथा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य) के लिए पात्र बच्चों को समाज की मुख्य धारा से जोड़े जाने के लिए उनके बौद्धिक एवं शारीरिक विकास के दृष्टिगत मुख्यमंत्री के निर्देश पर श्रम विभाग के अधीन एक हजार बच्चों की आवासीय क्षमता के अटल आवासीय विद्यालय का प्रत्येक मण्डल में निर्माण कराया गया है।

प्रत्येक परिवार के अधिकतम 2 बच्चें पात्र होंगे

उन्होंने बताया कि इसमें कक्षा-6 में प्रवेश के लिए उम्मीदवार का जन्म एक मई 2010 से पहले और 30 अप्रैल 2013 के बाद नहीं होना चाहिए। समय सीमा सभी वर्गों के बच्चों पर लागू होगी। इसमें प्रवेश के लिए पंजीकृत श्रमिक के रूप में एक अप्रैल 2023 को कम से कम 3 वर्ष बोर्ड की सदस्यता अवधि पूर्ण करने वाले प्रत्येक परिवार के अधिकतम 2 बच्चें पात्र होंगे। कोविड से अनाथ एवं मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के पात्र बच्चों की सूची महिला एवं बाल कल्याण विभाग से प्राप्त की जाएगी। प्रवेश में 27 प्रतिशत अन्य पिछड़ावर्ग, 21 प्रतिशत अनुसूचित जाति एवं 2 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति के बच्चों के लिए आरक्षण दिया जाएगा। प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्रा की आयु 10 से 13 वर्ष के बीच होनी चाहिए।

प्रवेश परीक्षा को पूरी सुचिता के साथ संपन्न कराने का निर्देश

मंडलायुक्त ने कहा कि आवेदन पत्रों जांच की दौरान यदि किसी आवेदन पत्र में छोटी मोटी कमी पाई जाए तो उसको नजरअंदाज कर दिया जाए। हम सभी को अधिक से अधिक छात्रों के प्रवेश परीक्षा में सम्मिलित होने का मौका देना चाहिए। प्रवेश परीक्षा के दौरान यदि किसी छात्र के पास हार्ड कॉपी में प्रवेश पत्र ना हो तो सॉफ्ट कॉपी को भी मान्य किया जाए। अधिक से अधिक बच्चों को परीक्षा में शामिल कराया जाये। अंतिम 80 बच्चों की सूची जारी करते समय पूरी सावधानी बरती जाये जिससे कि किसी भी विवाद स्थिति उत्पन्न ना हो। उन्होंने प्रवेश परीक्षा को पूरी सुचिता के साथ संपन्न कराने का निर्देश दिये।

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