लखनऊ। माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले में कई बड़े खुलासे हुए हैं। इस हत्याकांड में तीन ही शूटर शामिल हैं, जांच में किसी चौथे शख्स का नाम सामने नहीं आया है। आरोपी सन्नी को दिल्ली में जिगाना पिस्टल गोगी गैंग के लोगों ने दी थी। सन्नी को दिल्ली-एनसीआर में कोर्ट में किसी गैंगस्टर को मारने का टास्क दिया गया था, लेकिन ये काम पूरा नहीं हुआ, लिहाजा पिस्टल सन्नी के पास ही थी।
अतीक को मारने ई-रिक्शा से आए थे हमलावर
अतीक हत्याकांड के दिन तीनों शूटर ई- रिक्शा से अस्पताल पहुंचे थे और हत्याकांड को अंजाम दिया था। 13 अप्रैल को अतीक-अशरफ की सीजीएम कोर्ट में पेशी के दौरान भी तीनों शूटर कोर्ट तक आए थे लेकिन भीड़-भाड़ होने की वजह से वो बाहर ही रहे और पूरी रेकी की। तीनों शूटरों ने बताया कि वो बड़ा माफिया और बड़ा गैंगस्टर बनना चाहते हैं, इसलिए अतीक और अशरफ को मारा।
15 को नहीं तो 16 को अतीक अहमद को मारते
अतीक और अशरफ की हत्या का मास्टरमाइंड सन्नी है। उसी ने लवलेश तिवारी और अरुण को तैयार किया था। 15 अप्रैल को होटल से शाम 7:30 बजे सबसे लवलेश तिवारी निकला था, उसके बाद दोनों शूटर निकले थे। तीनों शूटर मीडिया के जरिए अतीक और अशरफ की पल-पल की खबर ले रहे थे। अतीक और अशरफ को अस्पताल में ही मारने का प्लान तय था। अगर ये लोग 15 अप्रैल को इस वारदात को अंजाम नहीं दे पाते तो 16 या 17 अप्रैल को अंजाम देते।