लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के वस्त्र उद्योग की पहचान को पुनर्स्थापित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क के लिए उत्तर प्रदेश का चुना जाना सौभाग्य की बात है। इस एमओयू से उत्तर प्रदेश के पुरातन गौरव को पुनः देने की शुरुआत हुई है। इस मेगा टेक्सटाइल पार्क की स्थापना से उत्तर प्रदेश वस्त्रोद्योग के एक नये हब के रूप में स्थापित होगा।

कुछ उद्यमियों के मध्य हुआ एमओयू

मुख्यमंत्री लोक भवन में जनपद लखनऊ एवं हरदोई में 1000 एकड़ में पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क की स्थापना के लिए वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश शासन के मध्य अनुबन्ध पत्र (एमओयू) कार्यक्रम के अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क की स्थापना के सम्बन्ध में उत्तर प्रदेश शासन और कुछ उद्यमियों के मध्य भी एमओयू किये गये।

15 दिनों में मेगा टेक्सटाइल पार्क का कार्य प्रारम्भ किया जाए

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश का पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क देश के शेष 6 मेगा टेक्सटाइल पार्क में सबसे पहले धरातल पर कार्य करता हुआ दिखायी देना चाहिए। सभी प्रक्रियाओं और औपचारिकताओं को शीघ्र पूरा किया जाए। आगामी 15 दिनों में मेगा टेक्सटाइल पार्क का कार्य प्रारम्भ किया जाए, ताकि आगामी डेढ़ से दो माह में प्रधानमंत्री जी के कर-कमलों से इस पी0एम0 मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क का शिलान्यास कराया जा सके। यह मेगा टेक्सटाइल पार्क प्रदेश के लाखों नौजवानों की नौकरी और रोजगार की सम्भावनाओं को विकसित करेगा और प्रदेश में निवेश की सम्भावनाओं को आगे बढ़ायेगा।

उत्तर प्रदेश में वस्त्रोद्योग की समृद्ध परम्परा रही

मुख्यमंत्री ने कहा कि वस्त्रोद्योग क्षेत्र, कृषि क्षेत्र के बाद सर्वाधिक रोजगार सृजन करने वाला क्षेत्र है। उत्तर प्रदेश में वस्त्रोद्योग की समृद्ध परम्परा रही है। प्रदेश के विभिन्न जनपदों में हैण्डलूम व पावरलूम का कार्य होता है। जनपद वाराणसी व आजमगढ़ की सिल्क की साड़ियां, भदोही की कालीन, लखनऊ की चिकनकारी, सहारनपुर के क्राफ्ट उत्पाद हमारी समृद्ध परम्परा को प्रदर्शित करते हैं। जनपद कानपुर वस्त्रोद्योग का केन्द्र बिन्दु रहा है।

वस्त्रोद्योग का हब होने के कारण उत्तर प्रदेश औद्योगीकरण के साथ नगरीय व्यवस्था की दृष्टि से भी देश का महत्वपूर्ण प्रदेश माना जाता रहा था। विगत कालखण्ड में उत्तर प्रदेश की यह पहचान पूरी तरह समाप्त सी हो गयी थी। हैण्डलूम व पावरलूम को उचित प्रोत्साहन नहीं मिल पाया। विगत 09 वर्षां में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश ने जो प्रगति की, उस प्रगति का लाभ विगत 6 वर्षां में उत्तर प्रदेश ने सर्वाधिक लिया है।

आज पूर्वांचल के लोग 3 घण्टे में पहुंच सकते हैं राजधानी लखनऊ

विगत छह वर्षां में प्रदेश में बेहतरीन कनेक्टिविटी विकसित हुई है। पूर्वी उत्तर प्रदेश पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के साथ जुड़ चुका है। आज पूर्वांचल के लोग अधिकतम 3 घण्टे में राजधानी लखनऊ पहुंच सकते हैं। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे क्रियाशील है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश को मध्य उत्तर प्रदेश से तथा मध्य उत्तर प्रदेश को पूर्वी उत्तर प्रदेश से जोड़ने के लिए जनपद मेरठ से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इस एक्सप्रेस-वे को वर्ष 2025 में प्रयागराज महाकुम्भ से पहले राष्ट्र को समर्पित किये जाने का प्रयास है। राज्य सरकार ने प्रदेश की इण्टरस्टेट कनेक्टिविटी को फोरलेन से जोड़ा है। देश का पहला इनलैण्ड वॉटरवे वाराणसी से हल्दिया के बीच चालू हो चुका है। उत्तर प्रदेश पूर्वी बन्दरगाहों से जुड़ चुका है। डेडीकेटेट फ्रेट कॉरीडोर प्रदेश से होकर जाता है।

वर्ष 2017 से पूर्व प्रदेश में 2 एयरपोर्ट क्रियाशील थे, आज नौ हो गए

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार की उड़ान योजना का सर्वाधिक लाभ उत्तर प्रदेश ने प्राप्त किया है। वर्ष 2017 से पूर्व प्रदेश में 02 एयरपोर्ट क्रियाशील थे। वर्तमान में 09 एयरपोर्ट क्रियाशील हैं, जिनमें 03 इण्टरनेशनल एयरपोर्ट हैं। 12 एयरपोर्ट के निर्माण का कार्य चल रहा है, जिसमें 02 अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे भी शामिल हैं। गोरखपुर एयरपोर्ट से 14 फ्लाइट्स संचालित हो रही हैं। पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क तक फोरलेन कनेक्टिविटी है तथा लखनऊ एयरपोर्ट से मात्र आधे घण्टे में पहुंचा जा सकता है। राज्य सरकार यहां पर एक निश्चित समय सीमा में अन्य आवश्यक सुविधाएं निवेशकों को उपलब्ध करायेगी।

आज प्रदेश में किसी को डरने की जरूरत नहीं

मुख्यमंत्री ने कहा कि मजबूत सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था निवेश की पहली शर्त होती है। उत्तर प्रदेश निवेशकों व उनकी पूंजी की सुरक्षा गारण्टी प्रदान करता है। आज जनपद के नाम से किसी को डरने की जरूरत नहीं है, जो पहले उत्तर प्रदेश की पहचान के लिए संकट थे, आज उनके लिए स्वयं ही संकट बनता जा रहा है। अब कोई माफिया किसी उद्यमी को धमकी नहीं दे सकता। वर्ष 2017 से पूर्व प्रदेश की कानून व्यवस्था बदहाल थी। वर्ष 2012 से 2017 के मध्य 700 से अधिक दंगे उत्तर प्रदेश में हुए थे। वर्ष 2007 से 2012 के मध्य 364 से अधिक दंगे प्रदेश में हुए थे। वर्ष 2017 से 2023 में प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हुआ और न ही कहीं कर्फ्यू लगा।

केंद्र व राज्य ने मिलकर चौबीस घंटे बिजली आपूर्ति के कार्यक्र को आगे बढ़ाया

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी जनपदों में विद्युत की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार के साथ मिलकर 24 घण्टे विद्युत आपूर्ति के कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। प्रदेश के 01 लाख 21 हजार से अधिक गांवों में विद्युत इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास किया और इन गांवों में बिजली पहुंचाई। शहरी क्षेत्र में एक जैसी जगमगाती स्ट्रीट लाइटें प्रदेश में दिखायी देती हैं। उद्यमियों को सभी आवश्यक सविधाएं प्रदान करने का कार्य किया जा रहा है। 25 सेक्टोरल पॉलिसी के साथ राज्य सरकार उत्तर प्रदेश को निवेश के बेहतरीन गन्तव्य के साथ-साथ अपने युवाओं के स्किल डेवलपमेण्ट के कार्य को पूरी गम्भीरता के साथ आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है।

प्रदेश में वस्त्रोत्पादन के क्षेत्र में अनन्त सम्भावनाएं विद्यमान

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए वस्त्र मंत्री, भारत सरकार पीयूष गोयल ने कहा कि जनपद लखनऊ व हरदोई की सीमा में पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क की स्थापना के लिए भारत सरकार और राज्य सरकार के बीच आज एमओयू हस्ताक्षरित हो गया है। इस टेक्सटाइल पार्क के कार्यां को शीघ्रता से पूरा किया जाए, ताकि अमृतकाल के प्रथम वर्ष में यह टेक्सटाइल पार्क शुरू हो सके। उत्तर प्रदेश में कई पीढ़ियों से यहां के कुशल कारीगरों ने वस्त्रोत्पादन के कार्य को आगे बढ़ाया है। प्रदेश में वस्त्रोत्पादन के क्षेत्र में अनन्त सम्भावनाएं विद्यमान हैं।

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