एसएमयूपीन्यूज,ब्यूरो। एनडीए के नेता नरेन्द्र मोदी रविवार को राष्ट्रपति भवन में शपथ लेंगे। उनके शपथ ग्रहण समारोह में पड़ोसी देशों के नेता भी शामिल होंगे। शपथ ग्रहण समारोह के मद्देनजर सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम करने शुरू कर दिए हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 9 और 10 जून के लिए ‘उड़ान निषिद्ध क्षेत्र’ घोषित कर निषेधाज्ञा लागू की गई है।विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की है कि समारोह में नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव, मॉरीशस और सेशल्स के नेता शामिल होंगे।
विदेश मंत्रालय के अनुसार श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, मालदीव के राष्ट्रपति डॉ मोहम्मद मुइज्जू, सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविन्द कुमार जुगनुथ, नेपाल के प्रधान मंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’, भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे इस समारोह में शामिल होंगे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी
इन नेताओं का आज से दिल्ली पहुंचने का क्रम शुरू हो गया है। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना आज दोपहर नई दिल्ली पहुंच गईं।विदेश मंत्रालयं के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि नेबरहुड फर्स्ट और सागर विजन क्रियान्वित करते हुए विदेशी मेहमान प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे।
शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के अलावा ये नेता कल रात राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित भोज में भी हिस्सा लेंगे। मोदी प्रधानमंत्री के रूप में तीसरे कार्यकाल के लिए रविवार शाम 7:15 बजे शपथ ग्रहण करेंगे। इस मौके पर मंत्रिपरिषद के कुछ सदस्यों को भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी।
शपथ ग्रहण समारोह में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम
बताया गया है कि शपथ ग्रहण समारोह के मद्देनजर बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। राष्ट्रपति भवन की सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों की पांच कंपनी, राष्ट्रीय सुरक्षा गारद (एनएसजी) कमांडो, ड्रोन और स्नाइपर (अचूक निशानची) को तैनात किया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार, शपथ ग्रहण समारोह में दक्षेस (दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन) के सदस्य देशों की गणमान्य हस्तियों को आमंत्रित किए जाने के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी हाई अलर्ट पर रहेगी।पुलिस आयुक्त अरोड़ा ने आदेश में कहा है, ”ऐसा बताया गया है कि भारत के प्रति शत्रुता रखने वाले कुछ आपराधिक, असामाजिक तत्व या आतंकवादी आम जनता, गणमान्य व्यक्तियों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं।