लखनऊ । लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद सीएम योगी का जनता दर्शन कार्यक्रम बंद हो गया था। अब आचार संहिता खत्म होने के बाद एक बार फिर जनता दर्शन कार्यक्रम सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार से शुरू कर दिया है। पूरे प्रदेश से आए लोगों से सीएम ने समस्याएं जानी।

साथ ही समस्याओं का त्वरित निस्तारण करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया। बोले इसमें किसी प्रकार की अनदेशी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जनता दर्शन में बड़ी संख्या में युवा भी पहुंचे। मुख्यमंत्री ने हर युवा से न सिर्फ उनकी व्यक्तिगत परेशानी पूछी, बल्कि उनसे कई मुद्दों पर वार्तालाप भी किया। युवाओं ने विभिन्न मुद्दों पर उनके साथ बातें साझा कीं।

बड़ी संख्या में पीड़ित अपनी फरियाद लेकर पहुंचे

जानकारी के लिए बता दें कि यह कार्यक्रम लखनऊ में रोजाना होता है। यदि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में होते हैं तो वह एक घंटा जनता के साथ मिलते हैं। यदि वह गोरखपुर में होते हैं तो वहां जनता दर्शन कार्यक्रम करते हैं। इसी क्रम में गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास पर जनता दर्शन शुरू हुआ तो बड़ी संख्या में पीड़ित अपनी फरियाद को लेकर पहुंचे।

मुख्यमंत्री ने हर एक फरियादी के पास पहुंचकर उनकी पीड़ा जानी। फिर संबंधित अधिकारियों को तत्काल निस्तारण के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आमजन से जुड़े कार्य निश्चित समय सीमा में हों। किसी भी कार्यों में अनदेखी कतई बर्दाश्त नहीं होगी। जनता से जुड़े मुद्दे सरकार की प्राथमिकता में हैं।

सीएम बोले- फरियादी के साथ अशोभनीय व्यवहार नहीं होना चाहिए

बता दें कि दो माह पूर्व आचार संहिता लगने से पहले तक सीएम योगी तकरीबन प्रतिदिन अपने सरकारी आवास पर जनता दर्शन कार्यक्रम के दौरान आमजन से मुलाकात करते रहे हैं। सीएम योगी ने पहले ही स्पष्ट निर्देश दे रखे हैं कि थानों और तहसीलों की साप्ताहिक समीक्षा जिलास्तर के वरिष्ठ अधिकारी करें, किसी भी फरियादी के साथ अशोभनीय व्यवहार नहीं होना चाहिए और उसकी समस्या का तत्काल यथोचित निराकरण जिलास्तर पर ही होना चाहिए।

इसके अलावा जिले की समीक्षा मंडल स्तर और मंडल की समीक्षा लखनऊ मुख्यालय से प्रतिमाह होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने अफसरों को निर्देश दिया कि जनता से जुड़े जो भी मुद्दे न्यायालय में लंबित हैं, उनमें अपना पक्ष प्रस्तुत करते हुए प्रभावी पैरवी सुनिश्चित कराई जाए।

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