लखनऊ। छठे चरण में उत्तर प्रदेश की 14 लोकसभा सीटों पर शनिवार सुबह 07 बजे से मतदान जारी है। इस चरण में दोपहर तीन बजे तक औसतन 43.95 प्रतिशत मतदान हुआ है। अम्बेडकरनगर में सबसे अधिक 50.01 प्रतिशत और फूलपुर में सबसे कम 39.46 प्रतिशत मतदान हुआ है। मतदेय स्थलों पर मतदाताओं की कतार लगी है और शांतिपूर्ण मतदान जारी है। वहीं अंबेडकरनगर सपा के लोकसभा प्रत्याशी लालजी वर्मा की पुलिस से तीखी झड़प हुई है। उनके करीबी पूर्व ब्लॉक लवकुश वर्मा के घर पुलिस मतदान के दिन पहुंची थी।

अम्बेडकरनगर 50 फीसदी पार

चुनाव आयोग के मुताबिक छठे चरण में उप्र की जिन 14 लोकसभा सीटों पर मतदान हो रहा है उनमें दोपहर तीन बजे तक सुलतानपुर में 45.31 प्रतिशत, प्रतापगढ़ 41.87 प्रतिशत, फूलपुर 39.46 प्रतिशत, इलाहाबाद 41.04 प्रतिशत, अम्बेडकरनगर 50.01 प्रतिशत, श्रावस्ती 43.50 प्रतिशत, डुमरियागंज 43.96 प्रतिशत, बस्ती 47.03 प्रतिशत, संत कबीरनगर 43.49 प्रतिशत, लालगंज (सुरक्षित) 44.63 प्रतिशत, आजमगढ़ 45.38 प्रतिशत, जौनपुर 43.75 प्रतिशत, मछलीशहर (सुरक्षित) 43.89 प्रतिशत और भदोही लोकसभा सीट पर 42.39 प्रतिशत में मतदान हुआ है।

कड़ी सुरक्षा के बीच मतदाता शाम छह बजे तक अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। शाम छह बजे तक जो भी मतदाता कतार में खड़े हो जाएंगे उनका मतदान जरूर होगा। उसमें समय की सीमा नहीं रहेगी। प्रदेश की 14 सीटों पर हो रहे चुनाव में कुल 162 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे हैं।

अंबेडकरनगर में लालजी वर्मा की पुलिस से तीखी झड़प

सपा के लोकसभा प्रत्याशी लालजी वर्मा की पुलिस से तीखी झड़प हुई है। उनके करीबी पूर्व ब्लॉक लवकुश वर्मा के घर पुलिस मतदान के दिन पहुंची थी। एक दिन पहले शुक्रवार आधी रात करीब लवकुश के पास से टांडा नगर में एक लाख रुपए नकद मिले थे। पुलिस ने जांच के लिए रकम लेकर आदर्श आचार संहिता का मुकदमा दर्ज कर लिया था। वे घर चले गए थे। इस बीच शनिवार को दिन में पुलिस लवकुश के घर पहुंच गई। दरवाजा नहीं खुला तो आरोप है कि पुलिसकर्मी कूद कर अंदर गए और मुख्य गेट खोल दिया। इसके बाद अन्य पुलिसकर्मी भी अन्दर आ गए। इसी बीच खबर मिलते ही लालजी वर्मा वहां पहुंच गए। वहां उन्होंने पुलिसकर्मियों को खूब सुनाया।

पुलिस द्वारा पूर्व मंत्री लालजी वर्मा को नजरबंद करने की अफवाह

बोले मुझे कानून मत बताइए। पैसा कहीं बांटते नहीं पकड़ा गया है। रास्ते में गाड़ी से मिला है। जांच करिए।रात में बयान लेने के बाद अब फिर इस तरह से आने का क्या मतलब है। एसओ ने बयान के लिए ले जाने देने को कहा तो लाल जी अड़ गए। हंगामा बढ़ते देख पहले सीओ टांडा फिर एएसपी विशाल पांडेय पहुंचे। लालजी ने कहा कि यह तरीका ठीक नहीं है। मुझे बाध्य मत कीजिए। इसके बाद लालजी ने लवकुश को अपनी गाड़ी में बिठाया और वहां से लेकर चले गए। इसी बीच सोशल मीडिया पर पुलिस द्वारा पूर्व मंत्री लालजी वर्मा को नजरबंद करने और उनके घर छापा पड़ने की खबर फैल गई। इसे लेकर पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव से लेकर कांग्रेस पार्टी और अन्य लोगों ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी।

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