लखनऊ । अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था व एसटीएफ प्रभारी अमिताभ यश ने बताया कि सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक कराने वाले गैंग का मुख्य साजिशकर्ता व मास्टरमाइंड रवि अत्री को यूपी एसटीएफ की टीम ने बुधवार को गौतमबुद्धनगर के थाना जेवर के बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ को उसके पास से तीन प्रश्न पत्र, एक मोबाइल फोन, एक पेन ड्राइव और एक मेट्रो पास बरामद हुआ है। रवि अत्री ने सिपाही भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्रों को ट्रंक बॉक्स  खोलकर उसमें से पेपर निकालकर लीक किया था।

प्रश्न पत्र आउट होने पर शासन ने परीक्षा कर दिया था निरस्त

यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 का प्रश्न पत्र आउट होने व विभिन्न माध्यमों से वायरल होने की सूचनाओं व तथ्यों के आधार पर शासन द्वारा परीक्षा निरस्त कर सम्पूर्ण पेपर लीक प्रकरण की जांच एसटीएफ यूपी को आवंटित की गयी।उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 का पेपर लीक प्रकरण में एसटीएफ यूपी की विभिन्न टीमों द्वारा तत्परता पूर्वक कार्रवाई करते हुए विभिन्न तिथियों में जनपद-वाराणसी, झांसी, आगरा, कानपुर बरेली, गाजियाबाद प्रयागराज, मेरठ, गोरखपुर हाथरस नोएडा, बलिया में कुल 12 अभियोग पंजीकृत कराया गया है।

पांच मार्च को छह सदस्यों को गिरफ्तार कर भेजा जा चुका है जेल

उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 का पेपर लीक प्रकरण में एसटीएफ फील्ड इकाई, मेरठ द्वारा तत्परता पूर्वक कार्रवाई करते हुए पांच मार्च 2024 को छह सदस्यों प्रश्न-पत्र व उत्तर कुंजी सहित थाना कंकरखेड़ा, मेरठ क्षेत्र से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। 12 मार्च 2024 को महेन्द्र पुत्र रामफल निवासी बराह खुर्द, थाना कोतवाली जींद,जींद हरियाणा को बाना कोतवाली जींद हरियाणा क्षेत्र से प्रश्न-पत्र व उत्तर कुंजी सहित गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।14 मार्च को तीन अभियुक्तों को जनपद गाजियाबाद क्षेत्र से प्रश्न-पत्र सहित गिरफ्तार करते हुए घटना का सफल अनावरण किया गया तथा अभियुक्त राजीव नयन मिश्रा को एसटीएफ नोएडा टीम द्वारा तीन अप्रैल को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. जो वर्तमान में पुलिस अभिरक्षा रिमाण्ड पर है।

मास्टरमांइड को गौतमबुद्धनगर से किया गिरफ्तार

उपरोक्त क्रम में बृजेश कुमार सिंह अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ फील्ड इकाई मेरठ के पर्यवेक्षण में निरीक्षक सुनील कुमार, हेड कांस्टेबल रकम सिंह, हेड कांस्टेबल आकाशदीप हेड कांस्टेबल प्रदीप धनका एवं हेड कांस्टेबल विनय कुमार की टीम अभिसूचना संकलन हेतु जनपद गौतमबुद्धनगर में भ्रमणशील थी, इसी दौरान जानकारी प्राप्त हुई कि थाना कंकरखेड़ा, जनपद मेरठ पर पंजीकृत मुकदमा का मास्टर माइण्ड वांछित अभियुक्त रवि अत्री जेवर खुर्जा बस स्टेण्ड के पास जेवर थाना जेवर जनपद गौतमबुद्धनगर आने वाला है। यदि जल्दी किया जाय तो पकड़ा जा सकता है। इसपर एसटीएफ तत्काल प्रतिक्रिया करते हुए उक्त स्थान पर पहुंचकर द्वारा प्रयोग कर गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके पास से बरामदगी हुई।

मेडिकल की तैयारी के दौरान परीक्षा माफियाओं के संपर्क में आया

गिरफ्तार अभियुक्त रवि अत्री उपरोक्त ने पूछताछ पर बताया कि वर्ष 2006 में श्रीराम इण्टर कालेज बोरा, जनपद गौतमबुद्धनगर से इण्टर की परीक्षा पास करने के बाद वर्ष-2007 में ऐलन कोचिंग सेंटर कोटा, राजस्थान में मेडिकल की तैयारी करने के लिये गया और वहीं पर परीक्षा माफियाओं के सम्पर्क में आ गया और विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सॉल्वर बनकर बैठने लगा।

वर्ष 2012 में एसपीएमटी की परीक्षा पास करने के पश्चात इसका पीजीआईएमएस, रोहतक, हरियाणा में एडमिशन हो गया और वर्ष 2018 में तृतीय वर्ष पास किया तथा चौथे वर्ष की परीक्षा नहीं दी। वर्ष 2012 में नीट पीजी की परीक्षा का पेपर लीक मामले में दरियागंज क्राईम ब्रान्य दिल्ली से जेल गया था तथा वर्ष 2012 में ही एसबीजाइर्ट की परीक्षा का पेपर आउट कराने में थाना शाहबाद डेरी, दिल्ली से जेल गया था एवं वर्ष 2015 में एआईपीएमटी का पेपर आउट कराने में थाना पीजीआईएमएस, रोहतक हरियाणा से अपने साथियों के साथ जेल गया था।

प्रतियोगी परीक्षा का पेपर आने की सूचना पर धन देने का दिया लालच

अभियुक रवि अत्री यूपी से पुलिस भर्ती परीक्षा-2023 वो पेपर आउट आउट के सम्बन्ध में की गयी पूछताछ पर निम्न तथ्य प्रकाश में आये अंकित ने रवि अत्री को बताया था कि वह टीसीआई, गति, ब्लू-डाट ट्रांसपोर्ट कम्पनी में नौकरी लगवाता है। रवि अत्री को पता था कि इसी प्रकार की ट्रांसपोर्ट कम्पनी में पेपर आता है और इसे इस प्रकार के व्यक्ति की आवश्यकता थी तो इसने उससे दोस्ती कर ली और आपस में मुलाकात व बात होने लगी।रवि अत्री ने अंकित मिश्रा से कहा कि ट्रांसपोर्ट के माध्यम से प्रतियोगी परीक्षा के पेपर आते-जाते हैं। अंकित को अपने व्यक्तियों से कोई भी प्रतियोगी परीक्षा का पेपर की सूचना से अवगत कराने व इसकी एवज में काफी धन देने की बात कही।

कंपनी में काम करने वाले अभिषेक को देने लगा हर माह बीस से तीस हजार

रवि अत्री ने अंकित मिश्रा को बताया था कि प्रतियोगी परीक्षा के पेपर सम्बन्धी कागजों पर कॉन्फिडेंशियल मटेरियल लिखा रहता है तथा बॉक्स पर भी स्टील की टेप व कॉन्फिडेंशियल की मोहर लगी रहती है।अंकित मिश्रा ने फोन पर रवि अत्री की बात टीसीआई कम्पनी में काम करने वाले अभिषेक शुक्ला से कराई थी और यह अभिषेक शुक्ला से बातचीत करने लगा और उसे हर माह 20-30 हजार देने लगा तथा अब तक रवि अभी दोनों को लगभग 10-15 लाख रूपये दे चुका है। जैसे ही आरओ व एआरओ एवं यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर की तिथि नजदीक आई तो रवि अत्री माह फरवरी के प्रथम सप्ताह में ही अहमदाबाद में जाकर दशमेश होटल में रुककर रेकी करने लगा।

कंपनी में पेपर पहुंचे ही आरोपी पहुंचे अहमदाबाद

अभिषेक शुक्ला ने टीसीआई कम्पनी में नौकरी करने वाले शिवम गिरी व रोहित कुमार पाण्डेय को बोल रखा था कि जैसे ही कोई पेपर आये तो बता देना। एक फरवरी 2024 को शिवम गिरि ने अभिषेक शुक्ला को कॉल करके बताया था कि शायद यूपी पुलिस का माल आया है। अभिषेक शुक्ला ने यह बात रबि अत्री को बतायी तो रवि अत्री ने उससे कहा कि शिवम गिरि से कहकर बॉक्स की फोटो मंगवा लो। तीन फरवरी को अभिषेक शुक्ला अहमदाबाद चला गया था और रवि अत्री भी दिल्ली से अहमदाबाद आ गया था। चार फरवरी को शिवम गिरि ने ट्रंक बॉक्स की फोटो खींचकर अभिषेक शुक्ला को भेजी तब अभिषेक ने उस फोटो को रवि अत्री को भेजा था।

सरकारी नौकरी व बहुत ज्यादा पैसा देने का दिया झांसा

रवि अत्री ने अभिषेक शुक्ला के सामने राजीव नमन मिश्रा निवासी ग्राम धर्मपुर शुकुलपुर मेजा, प्रयागराज जो वर्तमान में भोपाल में रहता है को कॉल करके सारी बाते बताई और बॉक्स की फोटो भेजी थी।इसके बाद रवि अत्री ने अभिषेक शुक्ला की बात राजीव नयन मिश्रा से कराई, तब राजीव नयन मिश्रा ने उससे कहा कि किसी भी तरह यूपी पुलिस मर्ती परीक्षा का पेपर निकलवाओ।रवि अत्री व राजीव नयन मिश्र ने अभिषेक से कहा था कि यह काम हो गया तो तुम्हें इतना पैसा मिलेगा कि जीवन में और कुछ करने की जरूरत नहीं होगी साथ में सरकारी नौकरी भी लगवाने की बात कही थी।पांच फरवरी को राजीय नयन मिश्रा भोपाल से अहमदाबाद पहुंचा और राजीव नयन मिश्र ने तीन लाख रुपये शिवम गिरि के खाते में डाले।

शुभम बॉक्स खोलने में था एक्सपर्ट

पांच फरवरी को ही रवि अत्री ने पटना के रहने वाले वार शुभम मण्डल निवासी पटना बिहार जो बाक्स खोलने में एक्सपर्ट था को कॉल करके सारी बाते बताई और उसको अहमदाबाद आने के लिये कहा था, जो छह फरवरी को ही रात्रि में करीब 09:30 बजे फ्लाईट से अहमदाबाद पहुंच गया था। रवि अत्री ने डा. शुभम मण्डल के खाते में दो लाख रूपये भेजे तथा कहा कि काम होने पर काफी पैसे तुमको मिलेगा।अभिषेक शुक्ला, रवि अत्री तथा राजीव नयन मिश्रा एयरपोर्ट से डा. शुभम मण्डल को लेकर रात्रि में ही करीब 11.30 बजे टीसीआई कम्पनी में पहुंचे जहां पर शिवम गिरि और रोहित कुमार पाण्डेय मौजूद थे।

यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा के दो कोड के पेपर निकालकर फोटो खींच ली

राजीव नयन मिश्रा ने डा. शुभम मण्डल को अपना फोन दिया और शिवम गिरि के साथ जाकर पेपर का फोटो खीच लेने को कहा, जिस पर शिवम गिरि के साथ डा. शुभम मण्डल और रोहित कुमार पाण्डेय टीसीआई कम्पनी के अन्दर गये और डा. शुभम मण्डल द्वारा ट्रक बॉक्स को पीछे से खोलकर यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा के दो कोड के पेपर निकालकर फोटो खींच ली।पेपर की फोटो खींचने के बाद अनिषेक शुक्ला, रवि अत्री, डा. शुभम मण्डल एवं राजीव नयन मिश्रा दशमेशा होटल चले गये थे तथा शिवम गिरि व रोहित कुमार पाण्डेय जो टीसीआइ कम्पनी के मेस में ही रुक गये थे।

आठ फरवरी की सुबह शुभम मण्डल फ्लाईट से पटना चला गया

सात फरवरी को भी एक कोड का प्रश्न-पत्र और आया जिसकी जानकारी शिवम गिरि ने अभिषेक शुक्ला को दी, जिसे अभिषेक शुक्ला ने राजीव नयन मिश्रा व रवि अत्री को बताया था। अाठ फरवरी को रवि अत्री ने फिर से डा. शुभम मण्डल व राजीव नयन मित्र को दोबारा अहमदाबाद बुलाया और राजीव नयन मिश्रा ने अपना मोबाइल फोन डा शुभम मण्डल को देकर कहा था कि शिवम गिरि के साथ जाकर उक्त परीक्षा के पेपर की फोटो खींच ली।

शिवम गिरि के साथ डा. शुभम मण्डल और रोहित पाण्डेय टीसीआई कम्पनी केअन्दर गये थे तथा डा. शुभम मण्डल द्वारा ट्रक बॉक्स पीछे से खोलकर यूपी पुलिस का एक कोड का पेपर निकालकर फोटो खींची थी। आठ फरवरी की सुबह शुभम मण्डल फ्लाईट से पटना चला गया था और राजीय नयन मिश्रा उपरोक्त परीक्षा के प्रश्न-पत्र के चौथे कोड के इंतजार में सके थे, किन्तु चौथे कोड का प्रश्न-पत्र नहीं निकल पाया था।

राजीव नयन व रवि ने इन्हें भी दिया प्रश्न पत्र

राजीव नयन मिश्रा व रवि अत्री के साथियों ने उक्त यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा-2024 के प्रश्न-पत्र को विक्रम पहल, मोनू बाकला, विक्रम दहिया, महेन्द्र शर्मा, गौरव चौधरी, मोनू पंडित, सतीश धनखड़ (नेचर वेली रिसोर्ट का मालिक), नीटू निवासी वाजियपुर जनपद बागपत, धीरज तर्फ गोल्डी (वालीबुड रेस्टोरेंट सोनीपत हरियाणा का मालिक) अमित सिंह, पुष्कर पाण्डेय संजय कुशवाहा, कामेश्वर मौर्य ,अजय जायसवाल, अजीत निवासी जौनपुर एवं सुभाष प्रकाश आदि को दिया था।

उक्त भर्ती परीक्षा का पेपर नेचर वेली रिसोर्ट, मानेसर हरियाणा एवं शिव महाशक्ति होटल एवं रिसोर्ट, रीवा मध्य प्रदेश में अभ्यर्थियों को पढ़वाया गया था।आरओ/एआओ के बारे में बताया कि यह पेपर दस फरवरी को सुभाष प्रकाश ने जो मधुबनी बिहार का रहने वाला है ने राजीव नयन मिश्रा को व्हाटसपअप पर दिया था।

गाजियाबाद में लगभग 20 अभ्यर्थियों को यह पेपर पढ़ा था

फिर हम लोग वहीं अहमदाबाद से विक्रम पहत उर्फ हवलदार को पेपर भेज था। विक्रम बहाल उर्फ हवलदार ने गाजियाबाद में लगभग 20 अभ्यर्थियों को यह पेपर पढ़ा था। हम लोगों ने लखनऊ के डा. शरद को पेपर भेजा था जिसको डा. शरद ने क अभ्यर्थियों को पढ़वाया था।

अभियुक्त से अन्य घटनाओं और उसके गैंग द्वारा पेपर लीक व प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल कराने वाले अन्य गैंग के बारे में गहनता से पूछताछ की जा रही है। गिरफ्तार उपरोक्त अभियुक्त को थाना कंकरखेड़ा, जनपद मेरठ में पंजीकृत मु.सं. 166/2024 पारा 420, 467, 468, 471, 120बी भादवि व 3/4/7/8/9 सार्वजनिक परीक्षा अन्य साधनों का निवारण अधि०ल किया गया है। विवेचना एएफ फील्ड यूनिट द्वारा की जा रही है।

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