प्रयागराज। श्री रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को विश्व जल दिवस पर विकासार्थ विद्यार्थी अवध प्रांत के द्वारा आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी एक्सीलरेटिंग सस्टेनेबल डेवलपमेंट थ्रू वॉटर इन्नोवेशन एंड सॉल्यूशंस पर व्याख्यान देते हुए मुख्य अतिथि प्रोफेसर ध्रुव सेन सिंह, विभागाध्यक्ष, भूगर्भ विज्ञान, लखनऊ विश्वविद्यालय ने कहा कि पृथ्वी पर प्रदूषण मानव निर्मित होता है और मौसम परिवर्तन अनादि काल से हो रहा है। अगर हम प्रदूषण फैलाना बंद कर दें तो समस्याएं काफी हद तक कम हो जाएंगी। हमें पर्यावरण को दूषित होने से बचाने का संकल्प लेना चाहिए। होली के त्यौहार को देखते हुए उन्होंने जल के दुरुपयोग को रोकने की सलाह दी।
पृथ्वी पर 3 प्रतिशत पानी ही रह गया है : प्रोफेसर डीके शर्मा
अध्यक्षता करते हुए श्री रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर डी के शर्मा ने कहा कि पृथ्वी पर 3 प्रतिशत पानी ही रह गया है। उसमें भी एक प्रतिशत शुद्ध पानी है। हमें अभी से पानी को बचाने के लिए जागना पड़ेगा नहीं तो चौथा विश्व युद्ध पानी के लिए ही होगा।विशिष्ट अतिथि डॉ इंद्रेश कुमार, बीएसएनवी पीजी कॉलेज, लखनऊ ने कहा कि आज हमें जल जमीन जंतु को संरक्षित करना है। प्रदूषण को रोकना है। आज पानी को संरक्षित करने की बात हर तरफ की जा रही है। अगर इस दिशा में हम सभी थोड़ा-थोड़ा अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे तो आने वाले समय में पानी की समस्या विकराल रूप धारण नहीं करेगी।
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जल संरक्षण की मुहिम को तेजी से आगे बढ़ाना होगा: प्रो. अलका सिंह
राष्ट्रीय सेमिनार की संयोजक प्रोफेसर अलका सिंह ने कहा कि हम सब लोगों को मिलकर भविष्य के लिए खुशहाल जीवन की रूपरेखा बनानी चाहिए। इस अवसर पर हम सभी को सुनहरा भविष्य देने का प्रण लेना चाहिए। इसके लिए अपने आसपास जल संरक्षण की मुहिम को तेजी से आगे बढ़ाना होगा। जल संकट की समस्या को हम सब एक साथ मिलकर ही दूर कर सकते हैं। प्रोफेसर सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर अंशुल श्रीवास्तव, रमाकांत, कुलसचिव डॉ नीरजा जिंदल, शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं आदि उपस्थित रहे।