लखनऊ । उत्तर प्रदेश भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा 17 एवं 18 फरवरी को आयोजित की गयी यूपी पुलिस आरक्षी की भर्ती की लिखित परीक्षा में सेंधमारी कर पेपर आउट कराने वाले गिराहे के दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ को इनके पास से प्रवेश पत्र व अन्य अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं। मामले में विभूतिखण्ड थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। गिरफ्तार किए गए अरोपियों में प्रयागराज का अजय सिंह और सोनू सिंह यादव शामिल हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है।
करीब पचास लाख युवाओं ने परीक्षा में लिया था भाग
सिपाही भर्ती परीक्षा में प्रदेश के करीब 50 लाख युवाओं ने भाग लिया था। परीक्षा का आयोजन दो पालियों में किया गया था। पेपर लीक के बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया था और छह महीने के अंदर दोबारा परीक्षा कराने का एलान किया गया था। गिरफ्तार अभियुक्त अजय सिंह उपरोक्त ने पूछताछ पर बताया कि हम लोगों का एक गिरोह है, जो प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल कराने एवं साल्वर बैठाने का काम करता है। इस गिरोह में सोनू, राजन यादव पुत्र स्व. रूपनाथ यादव निवासी फाजिलपुर पोस्ट बाबूगंज थाना फूलपुर जनपद प्रयागराज व सुशील भारती पुत्र गनेश भारती निवासी मनेथू थाना थरवई जनपद प्रयागराज है।
परीक्षा से पहले पेपर उपलब्ध कराने के नाम पर वसूलते थे मोटी रकम
हम लोग अभ्यर्थियों को परीक्षा से पहले पेपर उपलब्ध कराने के लिए मोटी रकम वसूलते है तथा पैसा इकट्ठा करके सक्रिय गिरोहों के माध्यम से परीक्षा का पेपर प्राप्त करके उन्हे अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराते है। 17 व 18 फरवरी को सम्पन्न हुई यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा में भी मेरे गिरोह के राजन यादव द्वारा किसी सक्रिय गिरोह से प्रश्न पत्र व उत्तर प्राप्त करके कई अभ्यर्थियों को मोटी रकम लेकर उन्हे उपलब्ध कराया गया था। परीक्षा प्रश्न पत्र के लीक होने की खबर प्रसारित होने व परीक्षा निरस्त होने के उपरान्त सक्रिय गिरोहों की ताबड़तोड़ गिरफ्तारी होने लगी, इसी डर से हम लोग इधर उधर छिपकर रह रहे थे।