लखनऊ । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज ने शुक्रवार को डॉक्टर हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर के साथ एमओयू किया। दोनों विश्वविद्यालयों के मध्य शुक्रवार को परस्पर समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में दोनों विश्वविद्यालयों की विशेषज्ञता का लाभ छात्रों को प्राप्त होगा। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने कहा कि आज हुए एम ओ यू से दूरस्थ शिक्षा पद्धति का लाभ मध्यप्रदेश के अंचल को भी मिल सकेगा। कम लागत में शुरू हुई लचीली दूरस्थ शिक्षा पद्धति लोगों को आकर्षित कर रही है।
आज दूरस्थ शिक्षा की लोकप्रियता बढ़ गई है। कोरोना काल के बाद ऑनलाइन एजुकेशन आज की आवश्यकता बन गई है। इसी को दृष्टिगत रखते हुए उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ने देश के प्रसिद्ध केंद्रीय विश्वविद्यालय डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर से परस्पर समझौता पत्र पर हस्ताक्षर करके एक दूसरे के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों से शिक्षार्थियों को लाभान्वित करने का फैसला किया।
डॉक्टर हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर की कुलपति प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता ने इसे उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक नई पहल के आगाज के साथ अंतर्राज्यीय संबंधों को बढ़ावा देने की दिशा में नया कदम बताया। उन्होंने कहा कि आज हुए एमओयू से दोनों विश्वविद्यालयों के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों से छात्र अपने करियर को और सुदृढ़ करेंगे।इस अवसर पर उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के कुलसचिव कर्नल विनय कुमार एवं डॉ हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर के कुलसचिव डॉ एस पी उपाध्याय ने परस्पर सहमति पत्र एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर दोनों विश्वविद्यालयों के अधिकारी उपस्थित रहे। उक्त जानकारी मीडिया प्रभारी डॉ. प्रभात चंद मिश्र ने दी।