लखनऊ। टाइमर बम तैयार कराने वाली मास्टर माइंड महिला को एसटीएफ ने यूपी के मुजफ्फरनगर जिले से गिरफ्तार किया है। महिला का नाम इमराना पत्नी आजाद निवासी ग्राम बन्तीखेडा थाना बाबरी जनपद शामली है। एसटीएफ यूपी को विगत काफी समय से फरार व पुरस्कार घोषित अपराधियों के सक्रिय होकर अपराध करने एवं अन्य अपराधों में लिप्त होने की सूचनायें प्राप्त हो रहीं थी।
इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयो व टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। जिसके अनुपालन में बृजेश कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ फील्ड इकाई, मेरठ के पर्यवेक्षण में एसटीएफ फील्ड इकाई, मेरठ द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्रवाई की जा रही थी।
मुजफ्फरनगर से महिला को पकड़ने में मिला सफलता
एसटीएफ मेरठ की एक टीम उप निरीक्षक प्रमोद कुमार, मुख्य आरक्षीगण जोशी राणा, जयवर्धन, प्रीतम भाटी एंव हे0कां0 विवेक पंवार आपराधिक अभिसूचना संकलन के सम्बन्ध में मुजफ्फरनगर में मामूर थी कि मुखबिर एंव सहयोगी केन्द्रीय अभिसूचना एजेन्सी के जरिये सूचना प्राप्त हुई कि कोतवाली नगर, मुजफ्फरनगर में मु0अ0सं0 75/2024 धारा 286 भादवि व 4/5 विस्फोटक पदार्थ अधि. में वांछित टाईमर बम तैयार कराने वाली इमराना अपने घर पर मौजूद हैं, यदि जल्दी की जाये तो पकड़ी जा सकती है।
इस सूचना पर तत्काल प्रतिक्रिया करते हुए स्थानीय पुलिस को अवगत कराते हुए साथ लेकर मुखबिर द्वारा बताये गये स्थान पर पहुंच कर इमराना पत्नी आजाद निवासी ग्राम-बन्तीखेडा, थाना बाबरी शामली हॉल पता काली नदी पुलिस के पास प्रेमपुरी,कोतवाली नगर, मुजफ्फरनगर को गिरफ्तार किया गया।
मौहल्ला प्रेमपुरी की रहने वाली है महिला
गिरफ्तार अभियुक्ता ने पूछताछ पर बताया कि मैं गांव निरमाना, थाना शाहपुर जनपद मु0नगर की रहने वाली हूूॅ। मेरे पिता शकूर थे, जिनकी मृत्यू हो चुकी है। मेरी शादी करीब 30 वर्ष पहले आजाद पुत्र इजराईल निवासी बन्तीखेडा, थाना बावरी, जनपद शामली से हुई थी। मेरे तीन बच्चे पैदा हुए। बड़ी लड़की रूकसार पत्नी नदीम निवासी सरस्वती बिहार, हरिद्वार रोड, देहरादून में रहती है।
एक लड़का मोनू 24 वर्ष का था जिसकी 6 माह पहले अटैक से मृत्यु हो चुकी है तथा उससे छोटा लड़का सोनू 21 वर्ष का है, जो कपडे़ का काम करता है। मेरे पति पहले लकड़ी का काम करते थे, अब पशु पालते हैं। लगभग 20-22 वर्ष से मैं अपने पति के साथ मकान लेकर मौहल्ला प्रेमपुरी काली नदी के पुल के पास मु0नगर में रह रही हॅू तथा ससुराल बन्ती खेडा में आती जाती रहती हॅू।
महिला झाड़ फूक व दवाई देने का करती है काम
मैं साईबाबा के आर्शीवाद से मंगलवार व शुक्रवार को गांव बन्तीखेडा जाती हूं तथा वहा झाड़ फूक व दवाई देने का काम करती हूं। मेरे पास सभी तरह के लोग आते रहते हैं। मैं करीब 20 वर्ष पहले से जावेद को जानती हॅू। उसके पिता जरीफ अहमद हकीम थे, जिनसे मैं अपनी व अपने पति की दवाई लेने उनके घर आती-जाती थी।
जावेद भी मुझे वहीं पर मिल जाता था। जावेद की मां नेपाल की रहने वाली है। जावेद के चाचा अर्शी लाईसेंस पर पटाखे बनाने का काम करते थे, जावेद भी उनके पास पटाखे बनाने का काम करता था। करीब 12-13 वर्ष पहले मैंने जावेद से दो बम लिये थे जो मैंने अपने घर पर रख लिये थे। एक बम की बत्ती निकल गयी थी कोई बड़ी घटना न हो जाये इस डर के कारण मैंने उन्हें काली नदी में फेक दिया था।
हिन्दुओं ने जला दिया था घर इसलिए था गुस्सा
वर्ष 2013 में मुजफ्फरनगर में हिन्दू मुस्लिम झगड़ा हो गया था तो हिन्दुओ ने मेरा घर जला दिया था, जिसमें मेरा काफी नुकसान हो गया था, जिसे लेकर मुझमे काफी गुस्सा था। इसके बाद मैंने जावेद पुत्र जरीफ से मुलाकात कर कुछ बम बनवाये थे ताकि आगे कोई झगड़ा हो तो उसमें काम आयेंगे। वह बम मैंने काफी समय पहले अपने मिलने वाले कुछ लोगों को दे दिये थे ,जिनको मैंने दिये थे। उनके नाम पता मैं अब नहीं जानती हॅू। इस बार मैंने करीब 15 दिन पहले जावेद से 10 बम बनाने के लिए कहा था, सोचा था कि कोई झगड़ा व दंगा होगा तो काम आयेंगे।
दंगा व झगड़ा होने पर उसके लिए बना कर रखा था बम
जावेद मीरापुर से अपने जानने वाले के पास से बारूद लाकर बम बनाता है। इस बार बारूद कम मिलने के कारण जावेद 5 ही बम बना पाया था। जावेद ने यह भी बताया था कि एक बम गर्म होकर खराब हो गया था, जिसे काली नदी में फेंक दिया था। जावेद परसो मेरे पास 4 बम लेकर आ रहा था कि पुलिस ने उसे रास्ते में ही पकड़ लिया।
गिरफ्तार अभियुक्ता के विरूद्ध थाना कोतवाली नगर, मुजफ्फरनगर में मु0अ0सं0 75/2024 धारा 286 भादवि व 4/5 विस्फोटक पदार्थ अधि0 के अन्तर्गत पंजीकृत अभियोग में दाखिल किया गया है। अग्रेतर कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जायेगी।