लखनऊ । सर्विलांस टीम दक्षिणी व थाना सरोजनीनगर की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा अन्तर्राज्यीय पंखिया गिरोह के तीन शातिर चोर व नकबजन व चोरी का माल के खरीदार को किया गया गिरफ्तार। साथ ही चोरी किए गए कीमती जेवरात, 25,400 रुपये नगद, एक अवैध तमंचा 12 बोर, दो जिन्दा कारतूस 12 बोर व एक बुलेट बिना नंबर के बरामद किया है। पूछताछ करने पर पता चला कि ये हाईवे किनारे बने मकानों की दिन में करते थे रेकी और रात में लक्जरी गाड़ियों का इस्तेमाल करके चोरी करते थे। खासबात इनकी यह है कि ये पंक्षियों की आवाज निकालकर एक दूसरे से बात करते थे।
पुलिस ने इनके कब्जे से भारी मात्रा में चाेरी का माल किया बरामद
अपर पुलिस उपायुक्त (दक्षिणी) शशांक सिंह ने घटना का पर्दाफाश करते हुए बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त का अमीन पुत्र जहील अंसारी , नाज मोहम्मद पुत्र सैद मोहम्मद अंसारी, मुनीश कुमार उर्फ त्यागी पुत्र मोरपाल जाटव है। अभियुक्त धर्मेन्द्र गुप्ता उर्फ कल्लू पुत्र सुभाष गुप्ता के पास से नगदी 25400 रुपए व ज्वैलरी जिसमें एक हार पीली धातु, नौ सिक्के, एक लाकेट लगी चेन, चार जोड़ी पायल , पांच छोटी बड़ी प्लेटे, चार जोड़ी बिछिया, दो नथ, दो जोड़ा कंगन बच्चों के, एक जोड़ी कान के टप्स, एक छोटी चेन, दो अंगूठी व एक तमंचा 12 बोर मय दो जिन्दा कारतूस 12 बोर एक बिना नंबर के बुलेट बरामद हुई।
बड़े शहरों में हाईवे किनारे घरों को बनाते थे अपना निशाना
बरामदगी के विषय में अभियुक्तों से पूछताछ करने पर बताया कि हम लोग बड़े शहरो में हाईवे के किनारे गांव मे बड़े घरों को रेकी करके चिन्हित कर लेते है और फिर रात को घर मे घुसकर चोरी कर लेते है। इसके बाद चोरी का माल धर्मेन्द्र गुप्ता पुत्र सुभाष चन्द्रगुप्ता निवासी गढिया रगीन थाना गढिया रगीन जनपद शाहजहांपुर को बेच देते है। अभियुक्त पंखा खेड़ा थाना मदना पुर जनपद शाहजहांपुर मे रहने वाली पंखिया जाति से सम्बन्धित है। इनके पूर्वज शहद निकालने व शिकार करने का काम करते थे आर्थिक समृद्धि प्राप्त करने के लिए इन लोगों ने चोरी का रास्ता अपनाया व अपना नाम व पता छिपाने के लिए वर्तमान मे शाहजाहांपुर, बरेली व बदायूं के अलग अलग गांव में जाकर बस गये है। अभियुक्तों द्वारा हाईवे के किनारे बसे गावों के बड़े घरों को दिन मे रेकी करके चिन्हित किया जाता है।
खतरा होने पर पक्षियो की आवाज में एक दूसरे से करते थे बात
इसके बाद फिर रात को लग्जरी गाड़ियों से घटना स्थल पर आते है। ड्राइवर गाड़ी लेकर घटना स्थल से 10 से 15 किमी दूर किसी ढावे अथवा होटल पर गाड़ी रोककर खड़ा हो जाता है और अन्य साथी घर में घुसकर चोरी कर लेते है। घटना के बाद नियत स्थान व समय पर ड्राइवर गाड़ी लेकर पहुंच जाता है। जिसके बाद सभी अभियुक्त गण गाड़ी में बैठकर फरार हो जाते है। घटना के दौरान खतरा होने पर पक्षियों की आवाज में एक दूसरे से बात करते है। इन लोगों द्वारा गैर प्रान्त हरियाणा, बिहार व अन्य राज्यों व उत्तर प्रदेश के भिन्न-भिन्न जिलों में घटना करने की बात स्वीकार की गयी है। उन्होंने बताया कि 22 दिसंबर को पूर्व प्रधान अमित कुमार के घर से काफी सामान और जेवरात चोरी हुए थे। इसकी प्रकार से अमौसी और गोसाईगंज में भी चोरियां हुई।
यूपी के अलावा बिहार, राजस्थान में भी कर चुके हैं चोरी
लगातार चोरी की घटनाओं को देखते हुए सरोजनीनगर, गोसाईगंज व सर्विलास क्राइम की संयुक्त टीम बनाकर इन चोरों की तलाश में जुटी थी। इसी बीच सोमवार की रात पुलिस को सूचना मिली कि कुछ चोर आपस में मिलकर चोरी की घटना को अंजाम देने जा रहे है। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्त उत्तर प्रदेश के अलावा बिहार व राजस्थान में भी चोरी करते थे। लखनऊ पहले भी आकर चोरी कर चुके थे। अभियुक्तों से पूछताछ करने के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। इनके बंसज पहले मधु निकालने का काम करते थे। अब ये इस काम मुनाफा न होने के कारण और अधिक पैसा कमाने के लिए चोरी करने का रास्ता अपनाया है।