लखनऊ । थाना गोसाईगंज व अपराध शाखा की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा थाना गोसाईगंज थानाक्षेत्र में हुए ट्रक लूट की घटना का सफल अनावरण करते हुए घटना में शामिल छह शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर एक बालअपचारी को संरक्षण में लिया गया। पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि नये साल पर पार्टी करने के लिए उन्हें पैसों की जरूरत थी। इसीलिए उन्होंने पैसों का जुगाड़ करने के लिए ट्रक लूट की वारदात को अंजाम दिया। उन्होंने बताया कि पुराने ट्रक को इसलिए चुना चूंकि उन्हें विश्वास था कि उसमें जीपीएफ नहीं होगा। घटना को अंजाम देने के बाद ट्रक लेकर दुबग्गा मंडी में मोरंग बेचने जा रहे थे कि रास्ते में ट्रक फंस जाने के कारण आगे नहीं जा पाये। ऐसे में उनके द्वारा ट्रक को छिपा दिया था ताकि उसे बाद में बेच सके।
31 दिसंबर की रात घटना को दिया था अंजाम
अपर पुलिस उपायुक्त दक्षिणी शशांक सिंह ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि अभियुक्त का नाम विकास रावत, अभिषेक यादव, अमन रावत, साहिल रावत, सौरभ रावत, गोविन्द रावत है। साथ ही एक बाल अपराचारी भी है। उन्होंने बताया कि 31 दिसंबर को थाना गोसाईगंज को दिनेश पाल द्वारा सूचना दिया गया कि वह सह चालक अजीत कुमार के ट्रक में मोरंग लादकर हमीरपुर से बहजराइच जा रहे थे। रात्रि करीब एक बजे मोहनलालगंज गोसाईगंज मार्ग पर गणेश धर्मकांटा के पास अज्ञात कार द्वारा ओवरटेक करके ट्रक रूकवा लिया तथा परिचालक को जबरन कार में बैठाकर ले गये। उसकी लिखित तहरीर के आधार पर तत्काल थाना गोसाईगंज पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
तीन टीमों के अथक प्रयास से पकड़े जा सके अभियुक्त
घटना को अत्यन्त गंभीरता से लेते हुए घटना के सफल अनावरण व अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए कुल तीन टीमों का गठन किया गया।इन टीमों द्वारा अथक मेहनत व प्रयासोपरान्त मैनुअल व टैक्निकल साक्ष्यो के आधार पर दो जनवरी को ट्रक को थाना दुबग्गा क्षेत्रान्तर्गत छोटी कालोनी से बरामद किया गया। तीन जनवरी को पुलिस टीमें घटना के अनावरण के लिए प्रयास कर रही थीं तभी मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि कल्ली पश्चिम रोड पर लूट करने वाली ग्रे कलर की नेक्शान कार खड़ी है। जिसके पास पुलिस टीम पहुंची तो दो व्यक्ति गाड़ी में दिखे जिनके नाम विकास व अभिषेक यादव है पकड़े गये। गाड़ी का बायां हिस्सा छतिग्रस्त था।
दुबग्गा मंडी में ट्रक में लदे मौरंग को जा रहे थे बेचने
पूछताछ में बताया कि स्मैक पीने की आदत के कारण रूपयों की जरूरत पड़ने पर 31 दिसंबर को हम लोगों ने एक मौरंग से लदा ट्रक का पीछा मोहनलालगंज से अपनी कार से करने लगे एवं सुनसान जगह गणेश धर्म कांटा के पास ट्रक को ओवरटेक कर रोक दिया। जिससे मेरी कार का बांया हिस्सा छतिग्रस्त हो गया। ट्रक को रोकने के बाद हम लोगों ने ड्राइवर व क्लीनर को मारापीटा व अपनी गाड़ी में बिठाकर अहिमामउ के पास ले जाकर उतार दिया एवं ट्रक को ले जाकर दुबग्गा मण्डी के पास बेचने के उद्देश्य से खड़ा कर दिया। अभियुक्तों से पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।