लखनऊ । एसटीएफ एवं स्थानीय पुलिस द्वारा थाना लिसाड़ी गेट क्षेत्र से अवैध शस्त्र एवं अवैध शस्त्र तैयार करने के उपकरण सहित दो सदस्यों को अवैध शस्त्र बनाने के उपकरणों के साथ गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम मोइनुददीन पुत्र तौसीफ निवासी गली नंबर-24 न्यू लक्कीपुरा फतेहउल्लापुर रोड, थाना लिसाड़ी गेट, मेरठ, तौसीफ पुत्र स्व. अब्दुल रशीद निवासी मेरठ है। इसके कब्जे से दो पिस्टल .32 बोर, चार मैंगजीन, प्लास्टिक की चार बट चाप, दो जिंदा कारतूस.32 बोर, एक तमंचा 315 बोर, दो ग्राइंडर मशीन, 32 पिस्टल के लाक रिपीट साइज, पांच नाल बनाने का फर्मा, एक स्कूटी, दो मोबाइल फोन बरामद किया है।

एसटीएफ काफी दिनों अवैध शस्त्रों की तरस्करी की मिल रही थी सूचना

एसटीएफ, उत्तर प्रदेश द्वारा पूर्व में भी जनपद मेरठ के थाना लिसाड़ी गेट क्षेत्र से 25 जनवरी 2022, 8 अगस्त 2022 एवं 23 जनवरी 2023 को भारी मात्रा अवैध शस्त्रों एंव अवैध शस्त्र बनाने की फैक्ट्री एवं 12 दिसंबर 2022 को थाना सरधना, जनपद मेरठ क्षेत्र से भारी मात्रा में अवैध शस्त्रों की तस्करी करने वाले अपराधियों के विरूद्ध कार्रवई की गयी थी। उपरोक्त कार्रवाई के क्रम में एसटीएफ उत्तर प्रदेश को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपदों में अवैध शस्त्रों का निर्माण कर उनकी तस्करी करने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचनायें प्राप्त हो रही थी।

इस सम्बन्ध में बृजेश कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ फील्ड इकाई, मेरठ के निर्देशन में एसटीएफ फील्ड इकाई, मेरठ में टीमें गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्रवाई प्रारम्भ की गयी तथा अभिसूचना तन्त्र को सक्रिय किया गया। अभिसूचना संकलन के दौरान ज्ञात हुआ कि थाना लिसाडी गेट जनपद मेरठ क्षेत्र के शाहजहां कालोनी गली नं-1 बुटैर फार्म वाली गली आइसक्रीम फैक्ट्री के सामने चोरी छिपे अवैध शस्त्रों व पिस्टल का निर्माण किया जा रहा है।

मकान के अंदर असलाह बनाने की चलती मिली फैक्ट्री

इस सूचना पर तत्काल प्रतिक्रिया करते हुए निरीक्षक सुनील कुमार के नेतृत्व में हे.कां. रकम सिंह, हे.कां. प्रदीप धनकड, हे.कां. आकाशदीप, हे.कां. महेश शर्मा एंव हे.कां. भूपेन्द्र सिंह की एक टीम स्थानीय पुलिस को अवगत कराते हुए साथ लेकर मुखबिर द्वारा बताये उपरोक्त स्थान पर पहुंचे जहां पर कुछ दूर पहले मुखबिर द्वारा सामने बंद मकान की ओर इशारा करते हुए बताया कि इसी मकान के अन्दर अवैध असलाह बनाने की फैक्ट्री चल रही हैं व अपराधी भी इसी मकान के अन्दर मौजूद है।

इस पर एसटीएफ टीम व स्थानीय पुलिस द्वारा उक्त मकान पर पहुंच कर खटखटाया तो एक व्यक्ति आकर निकला। मकान के अन्दर जाने पर एक और व्यक्ति अवैध शस्त्र बनाते हुए पाया गया, जिसके आधार पर दोनों व्यक्तियों को गिरफ्तार करते हुए उक्तानुसार बरामदगी की गयी।

खराद का काम मंदर हो गया तो शुरू कर दिये हथियार बनाना

गिरफ्तार अभियुक्तो ने संक्षिप्त पूछताछ पर बताया कि हम दोनों पिता पुत्र पहले खराद का काम करते थे, जो अब काम काफी मन्दा हो गया। आज से करीब 9-10 माह पहले हमारे मौहल्ले के रहने वाले आसिफ पुत्र अकबर निवासी मजीदनगर मेवगढी, थाना लिसाडी गेट, मेरठ जिसकी हार्डवेयर की दुकान है, उससे हमने खराद का काम दिलाने के लिए कहा तो उसने बताया कि इस समय खराद का काम मेरे पास नही है हाॅ कुछ लोगों को हम जानते हैं जो पिस्टल सप्लाई का काम करते हैं। सैम्पल के लिए पिस्टल लाकर मैं आपको दूंगा और कच्चा माल जिससे पिस्टल बनायी जाती हैं, मै आपको उपलब्ध कराऊंगा सैम्पल देखकर के आप वैसी ही पिस्टल बना देना।

30 से 35 हजार रुपये में बेचते थे पिस्टल

आसिफ ने हमको पिस्टल का सैम्पल जो कि चालू हालत मे थी, लाकर दिया और पिस्टल बनाने का कच्चा माल लोहे की प्लेट ठोस राड, स्प्रिंग व अन्य सामग्री हमे उपलब्ध करायी। जिसके सहयोग से काफी प्रयास करने के बाद सैम्पल की हुबहू पिस्टल तैयार की। पिस्टल तैयार करने में आसिफ ने भी हमे सहयोग किया जब हम पिस्टल बनाना सीख गये तब आसिफ ने बताया कि उसके अन्य साथी पिस्टल सप्लाई का काम करते हैं जब कुछ पिस्टल तैयार हो जाये तो तुम बताना मैं अपने साथियों से तुम्हारी मुलाकात करा दूॅगा।

इसके पश्चात जो पिस्टल तैयार कर आसिफ को दे देते थे। आसिफ उन पिस्टलों को अपने साथियों के माध्यम से ग्राहकों को बेचता था और प्रति पिस्टल के हिसाब से 20-22 हजार रूपये उन्हें देता था। उनके द्वारा तैयार की गयी पिस्टलो को आसिफ के साथी ग्राहकों को 30 से 35 हजार रूपये में बेचते थे।

अब तक दे चुके है 60 से 70 पिस्टल

अब तक हम लगभग 60 से 70 पिस्टल दे चुके है। आसिफ पिस्टल बनाने का कच्चा माल जिसमें नाल को बनाने वाला ठोस चकोर लोहा व बाडी को बनाने हेतु ठोस लोहे की प्लेट व स्पिंग, रिपिट व अन्य सामग्री उपलब्ध कराता था। कच्चे माल की एवज में वह हमसे प्रति पिस्टल 4000 हजार रूपया लेता है। कई बार जब हमारे पास पैसे नहीं होते तो कच्चे माल के पैसे के रूप में हम उसको 2-3 पिस्टल दे देते हैं।

बरामद स्कूटी के बारे में बताया कि यह स्कूटी हमने अवैध पिस्टल के व्यवसाय से खरीदी थी और इस स्कूटी से हम पिस्टलों को सप्लाह करने मे प्रयोग करते हैं।गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्व थाना लिसाड़ी गेट, जनपद मेरठ पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।

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