उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में मकर संक्रांति पर लगने वाले विश्व प्रसिद्ध खिचड़ी मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा व सहूलियत सुनिश्चित कराने के लिए गोरक्षपीठ में डेरा डाल दिया है। मकर संक्रांति पर होने वाले पारंपरिक रूप से विशिष्ट, दिव्य व भव्य आस्था की खिचड़ी निवेदन पर्व को लेकर मंदिर तथा मेला परिसर की हर व्यवस्था पर वह लगातार नजर बनाए हुए हैं। श्रद्धालुओं के प्रति मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर की संवेदनशीलता को इसी से समझा जा सकता है कि बीते चार दिन में वह दूसरी बार रात्रिकालीन निरीक्षण पर निकले।
शुक्रवार को गोरखपुर पहुंचे सीएम योगी गोरखनाथ मंदिर में गुरु गोरक्षनाथ का दर्शन पूजन करने तथा अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर मत्था टेकने के बाद निषाद पार्टी के संकल्प दिवस समारोह तथा गोरखपुर महोत्सव के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। शाम को मंदिर वापस लौटने के बाद से ही वह खिचड़ी मेले की तैयारियों की जानकारी लेने तथा यथोचित निर्देश देने में जुट गए। चूंकि श्रद्धालुओं का रेला बाबा गोरखनाथ की पावन तपोभूमि पर अभी से आने लगा है, इसलिए तैयारियों को अंतिम रूप देने के सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने रात्रिकालीन निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री ने खोया-पाया केंद्र, अस्थायी चिकित्सालय व अन्य शिविरों की गहन पड़ताल की। निर्देशित किया कि चिकित्सालय व अन्य उपलब्ध सभी सुविधाओं की जानकारी का अधिकाधिक प्रसार किया जाए। उन्होंने समूचे मंदिर व मेला परिसर में साफ सफाई, सुरक्षा व अन्य सभी सुविधाओं को लेकर भी जरूरी निर्देश दिए। कहा कि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए रैन बसेरों में बेहतरीन व्यवस्था होनी चाहिए।
श्रद्धालुओं से मिले सीएम योगी, बच्चों को दुलारा
गोरखनाथ मंदिर परिसर में रात्रिकालीन निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से भी मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम जाना। खिचड़ी चढ़ाने के लिए अन्य जनपदों से आए श्रद्धालुओं से उन्होंने रुकने की व्यवस्था के बारे में पूछा। सबने बताया कि जिला व मंदिर प्रशासन की ओर से उनके लिए अच्छी व्यवस्था की गई है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कुछ श्रद्धालुओं के साथ आए उनके बच्चों को पास बुलाकर दुलारा और उन्हें आशीर्वाद दिया। बच्चों की पढ़ाई के बारे में पूछकर खूब पढ़ने के लिए प्रेरित किया।