उत्तर प्रदेश के लखनऊ केजीएमयू में गरीब मरीजों के लिए हरिओम सेवा केंद्र दवा से लेकर रहने व खाने तक का इंतजाम करता है। रैन बसेरा बनाया है तो खाने के लिए सुबह-शाम रसोई चलती है। मरीजों को आवश्यक जांच हेतु एक विभाग से दूसरे विभाग ले जाने के लिए एंबुलेंस भी उपलब्ध है। इस केंद्र के संचालन की जिम्मेदारी समाजसेवी चंद किशोर रस्तोगी निभाते आ रहे हैं। नीरू बीबी विश्राम सदन सुभाष मार्ग पर केंद्र के मकर संक्रांति एवं खिचड़ी भोज समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया एवं अन्य सम्मानित अतिथियों का कहना था सेवा का जज्बा और कहीं नहीं दिखाई देता जो जज्बा हरिओम सेवा केंद्र में हजारों आजीवन सदस्य बने सेवार्थीयों व दानवीरों का है।

कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत प्रख्यात अभिनेता व वैज्ञानिक डॉक्टर अनिल रस्तोगी ने बताया 22 जून 1998 को हरिओम सेवा केंद्र की स्थापना हुई थी स्थापना के समय से मौजूद पल्मोनरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ सूर्यकांत के साथ केजीएमयू प्रति कुलपति डॉ विनीत शर्मा केजीएमयू के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एसएन शंखवार आदि ने अपने उद्बोधन में कहा शुरुआती दौर में यह काम नामुमकिन लग रहा था, लेकिन धीरे-धीरे लोग जुड़ते गए। इसके बाद केजीएमयू में आने वाले गरीबों की सेवा शुरू की गई। अब स्थिति यह है कि क्वीन मेरी हॉस्पिटल के पास मीरो बीवी विश्राम सदन में संस्था का कार्यालय है। मरीजों के लिए एंबुलेंस हैं।

संस्था के कार्यकर्ता सुबह सभी वार्डों में जरूरतमंद गरीब मरीजों की जानकारी कर जरूरी दवाएं बांटते हैं। इन दवाओं के लिए राजधानी की कुछ संस्थाएं और कुछ लोग आर्थिक सहयोग करते हैं। इसमें तमाम ऐसे भी लोग हैं जो संस्था को दवाएं दे जाते हैं, लेकिन अपना नाम उजागर करना नहीं चाहते। कई बार महंगी दवाएं उपलब्ध नहीं होती हैं। ऐसी स्थिति में राजधानी के दानियों से संपर्क किया जाता है।

संस्था की ओर से देहदान व नेत्रदान के लिए लोगों को जागरूक किया जाता है। दानदाताओं की मदद से नेत्र चिकित्सा शिविर का भी आयोजन किया जाता है। केजीएमयू में संस्था द्वारा आवश्यकतानुसार 40 व्हीलचेयर 20 स्ट्रेचर भी कराया गया। सर्दियों में गरीब मरीजों एवं तीमारदारों को आवश्यकता अनुसार रजाई एवं कंबल रैन बसेरों में गीजर पीने के लिए गर्म पानी की मशीन आवश्यकता अनुसार डायलिसिस किट भी उपलब्ध कराया है।ट्रामा सेंटर में तीमारदारों को रुकने के लिए रैन बसेरे का भी इंतजाम किया जाता है। यहां रुकने वालों को कंबल से लेकर बर्तन तक दिए जा रहे हैं। इसी तरह चेस्ट हॉस्पिटल के पीछे मिली जगह में रसोई भी चल रही है। केंद्र की रसोई में सुबह-शाम प्रतिदिन करीब लोगों को भोजन कराया जाता है। यहां कुछ ऐसे भी लोग आते हैं, जो अपने बच्चे व परिवारीजनों के जन्मदिन, तीज त्योहार पर रसोई का खर्च उठाते हैं। संस्था द्वारा आयोजित मकर संक्रांति एवं खिचड़ी भोज कार्यक्रम में पुष्प लता अग्रवाल आशीष अवस्थी संजय गुप्ता सहित संस्था से जुड़े अन्य समाजसेवियों को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम अध्यक्ष कैलाश चंद्र जैन मनोज मित्तल केंद्र के महामंत्री कमल खन्ना मंच संचालन कर रहे कार्यक्रम संयोजक विहिप के प्रांत मंत्री देवेंद्र मिश्र लोगों को संबोधित किया। इस अवसर पर केंद्र से जुड़े स्वयंसेवकों एवं बच्चों ने नृत्य गीत संगीत व भजन प्रस्तुत किया संस्था द्वारा बच्चों को सम्मान पूर्वक पुरस्कार भी दिए गए। कार्यक्रम में मुख्य रूप से विहिप के प्रांत अध्यक्ष कन्हैया लाल नगीना विभाग मंत्री योगेश विहिप के सह प्रांत प्रचार प्रमुख नृपेंद्र विक्रम सिंह विहिप कार्यालय प्रभारी संतोष सिंह एवं अन्य सम्मानित समाजसेवी मौजूद रहे।

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