लखनऊ । एसटीएफ यूपी को थाना कोतवाली मालीपुर अम्बेडकर नगर में दर्ज मुकदमा में यूपी गैंगेस्टर एक्ट में वांछित व 25,000 रुपये का पुरस्कार घोषित अभियुक्त करन ओझा को प्रयागराज से गिरफ्तार करने मे सफलता प्राप्त हुई।एसटीएफ उत्तर प्रदेश को विगत काफी दिनों से वांछित व पुरस्कार घोषित अपराधियों के सक्रिय होकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिये जाने की सूचनायें प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। जिसके अनुपालन में धर्मेश कुमार शाही, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ लखनऊ के पर्यवेक्षण में अभिसूचना संकलन की कार्रवाई की जा रही थी।
एसटीएफ को काफी दिनों से थी तलाश, प्रयागराज से दबोचा
इसी क्रम में एसटीएफ की एक टीम अपराधिक गतिविधियों में लिप्त अपराधियों के सम्बन्ध में अभिसूचना संकलन के लिए जनपद प्रयागराज में भ्रमणशील थी। अभिसूचना संलकन के दौरान मुखबिर के माध्यम से ज्ञात हुआ कि थाना कोतवाली मालीपुर, अम्बेडकर नगर पर पंजीकृत मुकदमें में वांछित 25,000 का पुरस्कार घोषित अभियुक्त करन ओझा, छिवकी रेलवे स्टेशन, थाना क्षेत्र नैनी प्रयागराज में मौजूद है। इस सूचना पर विश्वास करते हुए उपनिरीक्षक अतुल चतुवेर्दी, मु.आ. सुशील सिंह, मु.आ. राजीव कुमार एवं मु.आ. रामनिवास शुक्ला की टीम द्वारा मुखबिर द्वारा बताये गये स्थान से अभियुक्त करन ओझा को आवश्यक बल प्रयोग कर गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने घोषित कर रखा था पचीस हजार का इनाम
गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ पर बताया कि इसका मोबाइल टॉवरों से बैटरी चोरी करने का एक सकिय गिरोह है, जो जनपद अम्बेडकरनगर, आजमगढ, जौनपुर, भदोही, प्रयागराज आदि जनपदों में लगे मोबाइल टावरों से बैटरिया चोरी करता है। गैंग के सदस्य मोबाइल के टावरों की रैकी करते है, जहां पर गार्ड नहीं होते है या एकान्त जगहों पर लगे टावरों को चिन्हित करते है। फिर टीम के अन्य सदस्यों के साथ जाकर उन टावर में लगी बैटरियों को चुरा लेते है। इस गिरोह का सदस्य विनोद कुमार को एसटीएफ द्वारा आठ नवंबर को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। गिरफ्तार अभियुक्त के खिलाफ स्थानीय थाना में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।