लखनऊ । यूपी एसटीएफ को अन्तर्राज्यीय स्तर पर अवैध अंग्रेजी शराब की तस्करी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। साथ विभिन्न ब्राण्डों की 937 पेटी यानी 8361 लीटर अवैध अंग्रेजी शराब अनुमानित कीमत लगभग एक करोड़ रुपये व तस्करी में प्रयुक्त वाहन आइसर कन्टेनर (10 चक्का) बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम गुरनैल सिंह पुत्र स्व. जीत सिंह निवासी ग्राम 5 गढेरी अम्बाला हरियाणा (चालक), महेन्दर पुत्र बन्त सिंह, निवासी ग्राम नरौली, जनपद कैबर, हरियाणा सहचालक बरामद किया है।
एसटीएफ को काफी दिनों से मिल रही थी सूचना
विगत काफी दिनों से सूचना प्राप्त हो रही थी कि अन्तर्राज्यीय गिरोहों द्वारा पंजाब, हरियाणा व चण्डीगढ़ से अवैध अंग्रेजी शराब की तस्करी उत्तर प्रदेश के रास्ते बिहार, झारखण्ड व गुजरात प्रान्त के विभिन्न जनपदों में की जा रही है। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों व टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। उक्त निर्देश के क्रम में नवेन्दु कुमार, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ फील्ड इकाई, प्रयागराज के पर्यवेक्षण में फील्ड इकाई, प्रयागराज टीम द्वारा अवैध अंग्रेजी शराब की तस्करी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोहों के विरुद्ध अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।
937 पेटी अवैध अंग्रेजी शराब पायी गयी
संकलित सूचना के क्रम में 10-11-2023 को उप निरीक्षक रणेन्द्र कुमार सिंह, विनय तिवारी, मुख्य आरक्षीगण अमित शर्मा, सन्तोष कुमार, आरक्षी किशनचन्द्र की टीम जनपद कौशाम्बी में मौजूद थी। इसी दौरान सूचना मिली कि चण्डीगढ़ से एक आइसर कन्टेनर नम्बर एचआर 55टी 8169 में लोड अवैध अंग्रेजी शराब बिहार राज्य में विक्रय हेतु राष्ट्रीय राजमार्ग कानपुर- प्रयागराज के रास्ते भेजी जा रही है। इस सूचना पर विश्वास कर एसटीएफ टीम द्वारा गुलामीपुर मोड ओवर ब्रिज, थाना क्षेत्र सैनी जनपद कौशाम्बी के पास से आयसर कन्टेनर नम्बर एचआर 55 टी 8169 को रोककर चेक किया गया तो उसमें विभिन्न ब्राण्डों की 937 पेटी अवैध अंग्रेजी शराब पायी गयी, जिस पर कब्जे में लेते हुए चालक व सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया गया।
चण्डीगढ़ से पटना फिर बिहार भेजी जा रही थी शराब
गिरफ्तार अभियुक्त गुरमैल सिंह ने बताया कि हम लोगों का अंग्रेजी शराब की तस्करी का एक सक्रिय गिरोह है, जो अपने आर्थिक एवं भौतिक लाभ के लिये विभिन्न राज्यों में खासकर जहां शराब विक्रय की पूर्णरूप से बन्द है। उन जगहो पर शराब की सप्लाई करने पर भारी मुनाफा होता है।
इस गिरोह का मुख्य सरगना मनवीर सिंह उर्फ मनु पुत्र सत्यमान सिंह हालपता मकान नं0 50 रायपुर खुर्द, चण्डीगढ़ मूल निवासी ग्राम भियाना खेड़ा – 16, हिसार, हरियाणा है तथा उसका सहयोगी पवन कुमार गुर्जर पुत्र रामफल, निवासी 349 वीपीओ खेराती खेड़ा शहर, फतेहाबाद, हरियाणा है। जिसके द्वारा यह शराब जीरखपुर, चण्डीगढ़ से पटना, बिहार भेजी जा रही है।
मनवीर व पवन द्वारा गोदाम से वाहन में शराब लोड कराकर लाकर हम लोगों को शहर के किनारे दे दिया जाता है तथा इस गाड़ी की नम्बर प्लेट एचआर 55 टी 8169 पुलिस को धोखा देने के लिए कूटरचित करके लगाया गया है जबकि वाहन का वास्तविक नम्बर एचआर 55 टी 9159 है। हम लोग अलग-अलग प्रान्तों के अलग-अलग नम्बर प्लेट लगाकर वाहन पास कर लेते है।
प्रति चक्कर दिया जाता है एक लाख
चण्डीगढ़ के सप्लायर मनवीर सिंह व उसके सहयोगी पवन कुमार उपरोक्त तथा पटना, बिहार के स्थानीय शराब तस्करों की आपस में दूरभाष व व्हाट्सएप पर सीधे वार्ता होती है। इसलिये उनके बारे में इस लोगों को जानकारी नहीं है। अभियुक्तों द्वारा पटना, बिहार पहुंचे पर मनवीर को बताया जाता तब मनवीर उक्त वाहन को लेते आता तथा वाहन खाली करके वाहन वापस कर दिया जाता। इन लोगों को बिहार राज्य तक शराब पहुंचाने पर गैंग सरगना द्वारा एक लाख रूपये प्रति चक्कर दिया जाता है।गिरफ्तार अभियुक्तों को थाना सैनी, जनपद कौशाम्बी में मुकदमा दर्ज किया जाएगा।