वैढ़न। पचखोरा स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के उत्तर-पश्चिम दिशा में करीब तीन सौ घरों के लोगों का निकलना मुश्किल हो गया। अन्य लोग आकर अपना मकान बीच सड़क पर बनाने लगे हैं। उनका कहना है कि यह जमीन पहले से ही खरीदा था। इसके लिए कॉलोनी के लोग बिल्डर विनोद शाह को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। धोखा देने का आरोप लगा रहे हैं। इस बारे में कॉलोनी के लोग बिल्डर के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दिए हैं। हालांकि अभी रास्ता बंद है। प्रशासन की ओर से अभी किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई है। इस बात को लेकर लोगों में काफी गुस्सा है।

बोर्ड कॉलोनी के पास करीब तीन सौ घरों का रास्ता बंद

हाउसिंग बोर्ड के उत्तर-पश्चिचम हिस्से में एक कॉलोनी बनी है। कॉलोनी में करीब दर्जनभर मकान हैं। उस कॉलोनी को बिलौंजी निवासी बिल्डर विनोद शाह बनाकर करीब 15 साल पहले लोगों को करोड़ों में बेचा था। उस समय उसने खरीदारों को बताया था कि सामने चौड़ा रास्ता है। लोग उसके बहकावे में आकर मकान खरीद लिए। बीते दो अक्तूबर को कुछ लोग कॉलोनी के ठीक सामने यानी सड़क पर घर बनाने लगे। जिससे कॉलोनी के लोगों समेत समचे मोहल्ले का रास्ता पूरी तरह बंद हो गया। रास्ता बंद होने से लोगों को काफी परेशानी होने लगी। इसके बाद लोगों ने बिल्डर से संपर्क साधा। उसने हाथ खड़ा कर दिया और मामले से खुद को दूर रखा। इसके बाद लोग उसके खिलाफ कोतवाली में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग किए हैं।

विनोद शाह की भाभी दो बार रह चुकीं हैं मेयर

विनोद शिक्षा विभाग में नौकरी करता है। उसका ताल्लुक एक राजनीति घराने से है। उसकी भाभी रेनू शाह हैं। वर्तमान में कांग्रेस से सिंगरौली विधानसभा सीट की प्रत्याशी भी हैं। इससे पहले 2002 व 2009 में नगर निगम की मेयर भी रह चुकी हैं। लोगों का कहना है कि विनोद अपने राजनीतिक रसूख का इस्तेमाल कर खरीदारों को धोखा दिया है। जब उसकी भाभी रेनू शाह मेयर थीं,तब उसने खरीदारों को धोखे में रखकर यह यह कार्य किया । पीड़ित शिब्बू सिंह ने बताया कि सारी करतूत बिल्डर की है। उसने उस समय बताया था कि कॉलोनी के सामने चौड़ी सड़क है। प्रेमनारायण गुप्ता ने बताया कि अब तो घर से निकलना मुश्किल हो गया है। इस तरह से शिवाजी सिंह, नागेन्द्र प्रताप सिंह, संजय परिहार, अमित द्विवेदी, अजय नारायण, गिरी बाबा,शकील मोहम्मद समेत कई लोगों ने पुलिस से शिकायत की है।

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