लखनऊ । भ्रष्टाचार का विरोध करें राष्ट्र के प्रति समर्पित रहें विषय पर सतर्कता अधिष्ठान द्वारा सतर्कता जागरूकता सप्ताह 30 अक्टूबर से पांच नंवबर के अन्तर्गत जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ सोमवार को समय 10:30 से 12:30 बजे डायल-112, अभिव्यक्ति सभागार में जनसंवाद कार्यक्रम के माध्यम से किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विजय कुमार पुलिस महानिदेशक व निदेशक, सतर्कता अधिष्ठान व राजीव कृष्णा, अपर पुलिस महानिदेशक व विशेष निदेशक सतर्कता अधिष्ठान द्वारा दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया।

डीजीपी ने विजिलेंस के द्वारा कठोर कार्रवाई का दिया आश्वासन

मुख्य अतिथि डीजीपी विजय कुमार द्वारा अपने अभिभाषण में मुख्यमंत्री यूपी के भ्रष्टाचार के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति के क्रम में विजिलेंस के द्वारा कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया तथा सभी संगठनों, छात्रों एवं जनसामान्य को जागरूक करने एवं भ्रष्टाचार के विरूद्ध की जाने वाली सतर्कता अधिष्ठान की कार्रवाई में जनता की सहभागिता का अनुरोध किया गया।भ्रष्टाचार उन्मूलन में आम जनमानस की भागीदारी आवश्यक है। लोकसेवकों के भ्रष्टाचार कदाचार पूर्वक आचरण करते हुए अनानुपातिक संपत्ति अर्जित करना, विभागीय कार्यों में भ्रष्टाचार के आशय से अनियमितता पूर्ण कार्य करना व रिश्वत मांगे जाने आदि की शिकायत कई स्तरों पर की जा रही है।

भ्रष्टाचार के प्रति लोग जागरूक होकर दूसरों को भी करें जागरूक

डीजीपी ने कहा कि कहीं पर भ्रष्टाचार हो रहा हो तो प्रमुख सचिव, सतर्कता, निदेशक सतर्कता को शिकायती पत्र के माध्यम से अथवा रिश्वत विरोधी हेल्प लाइन नंबर 9454401866 पर कर सकते है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई थी लड़ाई बिना जन सहभागिता को संभव नहीं है। लोगों को सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि घूस लेना और घूस देना दोनों ही अपराध है। इसके प्रति लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। लोग खुद जागरूक होकर अपने आस पास के लोगों को भी जागरूक करें। उन्होंने आश्वस्त किया कि विभाग विभाग में भ्रष्टाचार के खिलाफ जो भी शिकायत दर्ज करायी जाएगी उस पर अवश्य कार्रवाई होगी। इसके साथ ही सजा दिलाने का काम भी किया जाएगा।

भ्रष्टाचार की समस्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है : संजय गुप्ता

व्यापारी संघ के अध्यक्ष आदर्श व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय गुप्ता ने बताया कि सतर्कता विभाग द्वारा जो जिस विषय पर जागरूकता कार्यकम आयोजित किया गया है वह बहुत ही गंभीर है। भ्रष्टाचार की समस्या से आम आदमी के साथ-साथ व्यापारियों को भी जूझना पड़ता है। भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायत प्रणाली को और सरल बनाने की जरूरत है। सतर्कता विभाग में लोग शिकायत इसलिए नहीं करते क्योंकि उन्हें समय पर न्याय नहीं मिल पाता है। आज भ्रष्टाचार बढ़ता ही जा रहा है। इस पर अंकुश लगाने की जरूरत है। इसके लिए कठोर कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस अभियान में व्यापार मंडल उनके साथ है।

समानता-असमानता के बीच की खाई का कम करने की जरूरत : शाचि सिंह

एसआर संस्था की संस्थापक महासचिव शाचि सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार की असली वजह असमानता है। समाज के बीच समानता और असमानता के बीच लंबी खाई है। इसे कम करने की जरूरत है। सबसे ज्यादा जरूरी है कि सतर्कता विभाग में जो भी शिकायतें दर्ज कराई जाए उसका समाधान हो और इसकी जानकारी संबंधित व्यक्ति को मिले। अगर उसकी शिकायत का निस्तारण न हुआ हो तो फिर किस अधिकारी के पास शिकायत करें। इससे शिकायत कर्ता को अवगत कराया जाए तो लोगों को सतर्कता अधिष्ठान के प्रति विश्वास बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि समय पर कार्य न होने के कारण भ्रष्टाचार पनपता है।

विजिलेंस की कार्यप्रणाली से एडीजी सतर्कता ने कराया अवगत

अपर पुलिस महानिदेशक विशेष निदेशक, सतर्कता राजीव कृष्णा द्वारा विजिलेंस की कार्य प्रणाली विस्तार से बताई गई। विजिलेंस में शिकायत किस प्रकार की जा सकती है, शिकायत पर कार्रवाई किस तरह होती है, तथा शिकायतकर्ता के हितों की भी सुरक्षा की जाती है आदि के संबंध में भी अवगत कराया गया।कार्यक्रम के दौरान डा. भीम राव अम्बेडकर, विश्वविद्यालय, लखनऊ के छात्रों द्वारा अपने मुख्य सतर्कता अधिकारी शिल्पी वर्मा के दिशा-निर्देशन में रिश्वतखोरी व भ्रष्टाचार के विरूद्ध नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति पेश की गई। उक्त कार्यक्रम में यूपी शिक्षक संघ, लखनऊ व्यापार मण्डल, दवा व शर्राफा व्यापार मण्डल, ट्रान्सपोर्ट व टैक्सी एसोसिएशन, पुलिस पेंशनर्स व रेजीडेन्ट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष व सदस्य तथा डा. शकुन्तला मिश्रा विश्वविद्यालय के प्रोफेसर व छात्र व विभिन्न स्वंय सेवी संस्थाओं के संस्थापक व सदस्यगण सहित लगभग 450 व्यक्तियों ने प्रतिभाग किया।

इस हेल्पलाइन नंबर पर कर सकते हैं शिकायत

कार्यक्रम में मुख्य रूप से रिश्वत विरोधी हेल्पलाइन नंबर 9454401866 का प्रमुखता से प्रचार-प्रसार करते हुये बताया कि यदि सरकारी विभाग के अधिकारी ,कर्मचारी, किसी लोकसेवक द्वारा काम के बदले रिश्वत मांगता है तो रिश्वत विरोधी हेल्पलाइन नंम्बर कर शिकायत दर्ज करायी जा सकती है सतर्कता अधिष्ठान द्वारा नियमानुसार उस पर कार्रवाई करायी जायेगी। इस अवसर पर सतर्कता अधिष्ठान के अधिकारी राकेश पुष्कर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, राम किशुन, पुलिस अधीक्षक सेक्टर, अरविन्द चतुर्वेदी, पुलिस अधीक्षक, अभिसूचना सेक्टर निधि सोनकर, पुलिस अधीक्षक, सिंचाई प्रकोष्ठ, बबिता सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, विद्युत प्रकोष्ठ, यूपी सतर्कता अधिष्ठान, लखनऊ के अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

रिश्वत विरोधी हेल्प लाइन

यूपी सरकार के किसी भी लोकसेवक द्वारा यदि सरकार कार्य करने के बदले में रिश्वत की मांग की जा रही हो तो पीड़ित व्यक्ति रिश्वत विरोधी हेल्पलाइन नंबर नंबर 9454401866 पर फोन के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है। शिकायत प्राप्त होने के उपरांत सतर्कता अधिष्ठान की संबंधित टीम द्वारा प्रभावी विधिक कार्रवई करते हुए रिश्वत लेने वाले अधिकारी व कर्मचारी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर जेल भेजा जाता है। सतर्कता अधिष्ठान द्वारा शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जाती है।

उल्लेखनीय है कि जिस लोक सेवक के खिलाफ भ्रष्टाचार संबंधी शिकायत की जा रही है, शिकायतकर्ता का सरकारी कार्य उस लोक सेवक के स्तर पर लंबित होना चाहिए। साथ शिकायत कर्ता की संबंधित अधिकारी से पूर्व की व्यक्तिगत रंजिश नहीं होनी चाहिए। ट्रैप की दशा में शिकायतकर्ता द्वारा लोकसेवकों को दी गई धनराशि रिश्वत ट्रैप के उपरांत शिकायतकर्ता द्वारा मांगे जाने पर नियमानुसर तीन माह में वापस किये जाने की व्यवस्था है। जिस सरकार कार्य के बदले रिश्वत की शिकायत की गई है, ट्रैप की कार्रवाई के उपरांत उस लंबित कार्य को नियमानुसार पूर्ण कराया जाता है।

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